Bihar Government : नये शिक्षामंत्री चाहते हैं शिक्षकों का पर्सनैलिटी टेस्ट, जानें इनकी पांच प्राथमिकताएं

कहा कि टीचर्स के पास तमाम शैक्षणिक योग्यता के रिकाॅर्ड होने के बाद भी वह पढ़ाने में कितने दक्ष होंगे? इसे परखने के लिए उनके पर्सनैल्टी टेस्ट की प्रक्रिया भी होनी चाहिए.

By Prabhat Khabar News Desk | November 18, 2020 8:06 AM

पटना : प्रदेश के नये शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को और प्रभावी किया जायेगा. उन्होंने प्रभात खबर से विशेष बातचीत में कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अपनायी जा रही परंपरागत प्रक्रिया के अलावा उसमें कुछ व्यावहारिक टेस्ट भी जोड़े जाने की जरूरत है. कहा कि टीचर्स के पास तमाम शैक्षणिक योग्यता के रिकाॅर्ड होने के बाद भी वह पढ़ाने में कितने दक्ष होंगे? इसे परखने के लिए उनके पर्सनैल्टी टेस्ट की प्रक्रिया भी होनी चाहिए. बिहार में पर्सनैल्टी टेस्ट की प्रक्रिया से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.

शिक्षा मंत्री की पांच प्राथमिकताएं

  • गुणवत्तापूर्ण शिक्षा: इस दिशा में विशेष तौर पर शिक्षकों की क्वालिटी सुधारने पर फोकस होगा. उन्हें बेहतर ट्रेनिंग दिलायी जायेंगी.

  • गुणवत्तापूर्ण आधारभूत संरचना: बेहतर माहौल में पढ़ाई हो, इसके लिए बिहार के स्कूलों में शानदार इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित होगा.

  • प्राइमरी शिक्षा की मजबूती: इसके लिए विशेष प्लान बनाया जायेगा. उसकी मजबूती से ही शिक्षा का संतुलित विकास होगा.

  • हायर एजुकेशन पर फोकस: रिसर्च एवं विश्वविद्यालयों में पढ़ाई का माहौल विकास के लिए बनेगी कार्य योजना

  • नियमितता: शैक्षणिक और एक्जाम कैलेंडर में नियमित बनाने के लिए बनेगी कार्य योजना

शिक्षा मंत्री चौधरी ने कहा कि कागजी प्रक्रिया पूरी करने के लिए सरकारी सिस्टम है. मैं फील्ड में जाकर देखूंगा कि स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ाई की स्थिति क्या है? विश्वविद्यालयों में अनुसंधान की गुणवत्ता एवं नियमित क्लास संचालन की दिशा में बेहतरी लाने के लिए वह कुलपतियों के साथ सीधा संवाद करेंगे.

उन्होंने कहा कि बेहतर उच्च शिक्षा ही बिहार की विभिन्न समस्याओं के समाधान में सक्षम हो सकेगी. उन्होंने दावा किया कि शिक्षा विभाग में पारदर्शिता के लिए जरूरी सारे उपाय किये जायेंगे.

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स्कूली शिक्षा में खाली पदों को भरने और चल रही नियुक्तियों की प्रक्रिया में आ रहे तमाम अवरोधों के संबंध में शिक्षा मंत्री चौधरी ने दो टूक कहा कि इस बारे में कार्यभार संभालने के बाद उचित कदम उठाये जायेंगे. हालांकि अभी इस संबंध में कुछ कहना उचित नहीं होगा. शिक्षक संगठनों से संबंधों के बारे में कहा कि संवाद के लिए हमेशा रास्ते खुले रहेंगे.

अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया

अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों के बारे में नये शिक्षा मंत्री चौधरी ने कहा कि मुझे बदनाम करने के लिए आरोप लगाये गये हैं. दरअसल मेरी बेहतर कार्य प्रणाली कुछ लोगों को पसंद नहीं आयी, इसलिए वे लोग आरोप लगाते रहे हैं.

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एक आइपीएस अफसर की तरफ से उनकी दिवंगत पत्नी की मौत के संदर्भ में उठाये गये सवालों के बारे में शिक्षा मंत्री ने कहा कि मैं संबंधित अफसर को लीगल नोटिस दूंगा. मैं उनके सवालों से आहत हूं.

Posted by Ashish Jha

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