Bihar election 2020 : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा किये जाने वाले खर्च का खाका आय-व्यय कोषांग ने तैयार कर लिया है. यदि प्रत्याशी ने समर्थकों को मटन या चिकेन खिलाया, तो उनके चुनाव खर्च में 100 रुपये प्रति प्लेट जुड़ जायेगा. यदि वे सिघाड़ा या दो पूरी सब्जी खिलाते हैं तो 15 रुपये प्रति पीस खर्च माना जायेगा. प्रत्याशी जितना एसएमएस करेंगे, उनके खर्चे में एक रुपया प्रति एसएमएस जुड़ेगा.
आय-व्यय कोषांग ने आइटम की जो संभावित दर जारी की है, उनमें भोजन-नाश्ता व चाय से लेकर बैठक-सभा के दौरान इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी है. उनकी ओर से किसी तरह की आपत्ति नहीं होने पर यह चुनाव में खड़े सभी प्रत्याशियों के लिए लागू रहेगा. वे अपने खर्चें का हिसाब कोषांग को निर्धारित दर के अनुसार ही .
पूरी-सब्जी – 25 रुपये
सादा भोजन – 60 रुपये
मांसाहारी भोजन – 100 रुपये
अंडा-कढ़ी चावल – 70 रुपये
सिंघाड़ा/कचौरी दो पीस
सब्जी सहित – 15 रुपये
चाय – 05 रुपये
कॉफी – 10 रुपये
पान – 05 रुपये
मिठाई – 10 रुपये
लाउडस्पीकर (एक एम्पलीफायर, दो हॉर्न बैट्री सहित) – 900 रुपये प्रतिदिन
एम्पलीफायर – 500 रुपये प्रतिदिन
माइक – 300 रुपये प्रतिदिन
साउंड बॉक्स – 1000 रुपये प्रतिदिन
ऑपरेटर – 500 रुपये प्रतिदिन
10 केबीए जेनरेटर – 1000 रुपये रोज
पंडाल वाटर प्रूफ – 15 रुपये प्रति वर्ग फीट
पंडाल नन वाटर प्रूफ – 10 रुपये वर्ग फीट
शामियाना – 5 रुपये प्रतिवर्ग फुट प्रतिदिन
कुर्सी गार्डेन – 5 रुपये पीस प्रतिदिन
वीआइपी कुर्सी गद्देदार – 25 रुपये पीस
सोफासेट – 500 रुपये प्रतिदिन
हैंडबिल छोटा – 200 रुपये प्रति हजार
हैंडबिल बड़ा – 350 रुपये प्रति हजार
पोस्टर सिंगल कलर – 5000 प्रति हजार
पोस्टर मल्टी कलर – 9000 प्रति हजार
होर्डिंग – 40 रुपये प्रतिवर्ग फीट
कटआउट लकड़ी का – 50 रुपये वर्ग फीट
कटआउट कपड़े का – 20 रुपये वर्ग फीट
बस (50 या अधिक सीट वाले) – 2850 रुपये प्रतिदिन
ऑटो – 500 रुपये प्रतिदिन
छोटी कार – 800 रुपये प्रतिदिन
स्कॉर्पियो व जाइलो – 1600 रुपये रोज
बाइक – 250 रुपये प्रतिदिन
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आय-व्यय कोषांग के नोडल प्रभारी गोपाल प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि आय-व्यय कोषांग ने विभिन्न मदों में खर्च की निर्धारित राशि तय की है. इसे सभी राजनीतिक दलों को भेजा गया है. उन्हें सात दिनों का समय दिया गया है. इस बीच उनकी ओर से कोई आपत्ति नहीं आती है तो इसे स्वीकृत समझा जायेगा. फिर डीएम की स्वीकृति के बाद लागू हो जायेगा. यदि कोई आपत्ति आती है तो कोषांग उस पर विचार करेगा.
posted by : Avinish Kumar mishra