Bihar Chunav 2020 : ‘चुनाव जीतने के बाद नहीं हुए विधायक के दर्शन, कैसे दें अब वोट’- भड़के कांटी के मतदाता
Bihar Chunav 2020 : चुनाव के दौरान जिस तरह विधायक जी अपने क्षेत्र के एक-एक इलाके का मुआयना करते है, लेकिन मुसीबत के समय को झांकने तक नहीं आते है. यह बातें हम नहीं बल्कि शहर से सटे मिठनसराय में बांध किनारे बाढ़ से जूझ रहे लोगों का कहना है. इस इलाके में अधिकांश क्षेत्र कांटी विस व कुछ क्षेत्र बोचहां विधान सभा के आते है.
Bihar election news : चुनाव के दौरान जिस तरह विधायक जी अपने क्षेत्र के एक-एक इलाके का मुआयना करते है, लेकिन मुसीबत के समय को झांकने तक नहीं आते है. यह बातें हम नहीं बल्कि शहर से सटे मिठनसराय में बांध किनारे बाढ़ से जूझ रहे लोगों का कहना है. इस इलाके में अधिकांश क्षेत्र कांटी विस व कुछ क्षेत्र बोचहां विधान सभा के आते है.
मिठनसराय में बांध पर बैठी महिलाओं ने कहा कि हमारे घर में बाढ़ का पानी तो नहीं आया, लेकिन बारिश का पानी कई बार घुसा. करीब तीन माह से परेशान है. हमलोगों को कोई राहत का सामान नहीं मिला. जब इनसे पूछा गया कि आपके क्षेत्र के विधायक आये तो महिलाओं ने गुस्से से कहा कि कोई नहीं आता, केवल वोट मांगने आता है. ‘एमरी अइहन ना वोट मांगे ता ना खदेड़ ली तक कहियन’. पॉलिथीन सिट, मुआवजा कोई सहायता नहीं मिली. साग-सब्जी, अनाज सब बर्बाद हो गया. मवेशी के लिए फोर लेन किनारे से घास लाकर खिलाते थे और इसी बांध पर रहते थे.
मिठनसराय से कुछ आगे बढ़ने पर जमालाबाद नया टोला जो बोचहां विधान सभा क्षेत्र में आता है, यहां के लोगों ने भी यही बातें कही. इन्होंने बताया कि यहां दोनों ओर कांटी विस व बीच में यह बोचहां विस का क्षेत्र आता है. बाढ़ के दौरान तीन चार दिन कैंप में भोजन मिला. उसके बाद वहां इतनी भीड़ होने लगी की भगा दिया जाता था. सारा फसल बर्बाद हो गया और नयी फसल पानी जमा होने के कारण लगा नहीं सकते है यही हाल है. स्थानीय महिला ने बताया कि ‘वोट मांगने हाथ जोड़कर घर में आइल रहन, लेकिन ओकरा बाद दर्शन हमनी के नइखे’. वोट के दिन देखल जतई कि करे के हई.
मेडिकल से सुधार डेयरी मोड़ की ओर जाने वाले फोरलेन किनारे व रेलवे लाइन के बीच में दर्जनों गरीब परिवार की झोपड़ी पिछले तीन माह से डूबी हुई है. ये फोर लेन किनारे व बीच में बने डिवाइडर पर बांस बल्ला में कपड़ा टांगकर अपनी जिंदगी जीने को मजबूर है. इन्होंने बताया कि कोई नेता व सरकारी अधिकारी देखने तक नहीं है. कैसे जी रहे है सभी आपके सामने अब इससे ज्यादा क्या कहे. चुनाव में सब वोट मांगे आता है उसके बाद झांकी पारने तक नहीं आता. एइसन सबके वोट देला ना देला बात बराबर हई.
Posted By : Avinish Kumar Mishra