भभुआ सदर. विधानसभा चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन भभुआ और चैनपुर विधानसभा सीट से 22 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किये. नामांकन के अंतिम दिन चैनपुर विस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश कुमार सिंह ने निर्वाची पदाधिकारी सह डीसीएलआर एहसान अहमद के समक्ष उपस्थित होकर पर्चा दाखिल किया.
चैनपुर सीट से ही आजाद समाज पार्टी से दीवान अरशद हुसैन खान उर्फ राजू खान व भभुआ विधानसभा सीट से बागी बने और निर्दलीय ताल ठोक रहे जदयू के जिलाध्यक्ष डॉ प्रमोद सिंह के अलावा जन अधिकार पार्टी से भभुआ के पूर्व विधायक रामचंद्र सिंह यादव ने निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीएम जनमेजय शुक्ला के समक्ष उपस्थित होकर नामांकन पर्चे भरे.
इसके अलावा नामांकन के अंतिम दिन भभुआ विस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उज्ज्वल कुमार चौबे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से संजय कुमार सिन्हा, पीस पार्टी से मुख्तार अंसारी, निर्दलीय सत्येंद्र दुबे, तृणमूल कांग्रेस से नरेंद्र प्रताप सिंह, पलूरल्स पार्टी से कृष्णकांत तिवारी, जय जनता पार्टी से शिशुपाल सिंह आदि ने भी नामांकन पत्र भरा.
जबकि, चैनपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर शिव शंकर सिंह, राष्ट्रीय पीस पार्टी से शहनवाज अंसारी के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में प्रभु सिंह, रामलाल सिंह, पुष्पा देवी, विश्वनाथ बिंद, श्रवण बिंद, मदन राम, दीनदयाल कुशवाहा आदि ने नामांकन पत्र दाखिल किया. जबकि, चैनपुर सीट से ही जय जनता पार्टी से राजकुमारी देवी, पलूरल्स पार्टी से ऋतुराज पटेल ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया.
नामांकन के अंतिम दिन नोमिनेशन को लेकर काफी गहमागहमी रही. नामांकन करने आये प्रत्याशियों के साथ रहे समर्थकों से कचहरी रोड और परिसर पूरी तरह से जाम रहा. इस दौरान समर्थकों की भीड़ से सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उड़ती रहीं. हालांकि, नामांकन एरिया में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी रखी गयी थी. लेकिन, ड्रॉप एरिया से बाहर उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने का कोई उपाय नहीं किया गया था.
इसके चलते समर्थक झुंड के शक्ल में खड़े रहे और नोमिनेशन फाइल कर अपने अपने प्रत्याशियों के बाहर निकलने का इंतजार करते रहे. इस दौरान समर्थकों की उमड़ी भीड़ और वाहनों के आवाजाही से कचहरी रोड में रुक-रुक कर जाम लगता रहा. समर्थकों के भीड़ और जाम से काफी अफरातफरी मची रही और वाहन सवारों व पैदल चलनेवाले लोगों को कड़ी मशक्कत करना पड़ा.
Posted by Ashish Jha