पटना : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सूबे में सियासी तापमान चढ़ने लगा है. इसी कड़ी में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डिजिटल माध्यम से जनता दल यूनाटेड के ‘निश्चय संवाद’ को संबोधित करते हुए बिना नाम लिये आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी समेत परिवार के अन्य सदस्यों पर तीखा हमला बोला है. अपने संबोधन के दौरान लालू परिवार पर वार करते हुए नीतीश कुमार ने अपने सरकार के द्वारा किये गये विकास कार्यों का भी जिक्र किया.
प्रदेश में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्थिति खराब होने के विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 15 साल जब राज्य में विपक्षी दल की सरकार थी तब इन क्षेत्रों में कोई काम नहीं किया गया और अब इस बारे में बात की जा रही है. उन्होंने राजद की ओर परोक्ष संकेत करते हुए कहा, गड़बड़ करने वाले को विकास कहां से दिखेगा. विकास सकारात्मक सोच वालों को ही दिखेगा.
नीतीश कुमार ने ‘जल जीवन हरियाली’ और ‘हर घर नल से जल योजना’ सहित शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद एवं राबड़ी देवी का नाम लिये बिना सवाल किया, 15 साल पति-पत्नी ने राज किया, तब क्या किया. पहले इन लोगों (विपक्ष) ने स्वास्थ्य, शिक्षा एवं दूसरे क्षेत्र में क्या काम किया था.
लालू परिवार पर हमला जारी रखते हुए सीएम नीतीश ने दावा किया, ये लोग सेवा के विशेषज्ञ नहीं, बल्कि परिवार के निजी उत्थान के विशेषज्ञ हैं.” मुख्यमंत्री ने राजद का नाम लिये बिना कहा, कुछ लोग सिर्फ परिवार की बात करते हैं और बेटा-बेटी, पति-पत्नी करते रहते हैं.” उन्होंने कहा,‘‘ हमारे लिये पूरे बिहार की जनता परिवार है.” गौर हो कि नीतीश कुमार पिछले 15 साल से लगातार बिहार के मुख्यमंत्री हैं और इससे पहले लालू प्रसाद की पार्टी राजद 15 साल तक राज्य में सत्ता में थी.
मुख्यमंत्री ने बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सरकार के कार्यों का जिक्र करते हुए कहा, पहले हमारे विद्यार्थी इंजीनियरिंग, मेडिकल पढ़ने के लिए बाहर जाते थे. हमने राज्य में ही पढ़ने के लिए व्यवस्था की, संस्थान शुरू किये तथा छात्रों को क्रेडिट कार्ड के माध्यम से सहायता दी.”
नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष रोजगार की बात करता है, लेकिन जब उनका शासन था तब 95 हजार 734 लोगों को 15 साल में भर्ती किया गया था. जबकि, हमने अपने 15 साल के शासन में 6 लाख 8 हजार 893 युवाओं को भर्ती किया. गौर हो कि राजद नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के हालात को लेकर नीतीश सरकार पर हमला किया था और कहा था कि उनकी सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में बिहार के 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का निर्णय किया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद सरकार के दौरान अनेक हत्याएं, नरसंहार, दंगे हुए. जबकि, वर्तमान सरकार ने कानून का राज स्थापित करने की दिशा में काम किया है. विपक्ष पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि लोग अल्पसंख्यकों के नाम पर वोट लेते हैं, लेकिन उन्होंने इस वर्ग के लिए किया क्या है?
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मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि भागलपुर में जो दंगा हुआ उसके लिए क्या किया गया? मुख्यमंत्री ने कहा कि भागलपुर दंगे में इतने अल्पसंख्यक लोगों की जान गयी, लेकिन उनके (RJD) कार्यकाल में पीड़ितों को न इंसाफ मिला और न कोई सुविधा. नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू सरकार बनते ही उन्होंने पहले इनके लिए आयोग का गठन किया. जो दोषी बचाये गये थे, उनको सजा दिलवायी गयी. साथ में पीड़ितों को हर प्रकार से मदद पहुंचायी गयी और प्रभावित को 2500 रुपये प्रतिमाह देने का प्रावधान किया गया.