बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दूसरे फेज का नामांकन जारी है. मुख्य दलों के अलावा कई नेता इस बार निर्दलीय भी नामांकन दाखिल कर रहे हैं. वहीं नीतीश कुमार के करीबी रहे मुन्ना शुक्ला ने भी जदयू गठबंधन से बगावत कर वैशाली के लालगंज से पर्चा भर दिया है.
मुन्ना शुक्ला ने अपने नामांकन पत्र में कई खुलासे किए हैं. मुन्ना शुक्ला पर अभी 13 केस दर्ज है, इसके अलावा शुक्ला के पास करीब8करोड़ की संपत्ति है. मुन्ना शुक्ला पर आर्म्स एक्ट, सरकारी काम में बाधा डालने जैसे कई आरोप में केस दर्ज है. मुन्ना शुक्ला चुनाव से पहले जदयू में थे.
हत्या का केस दर्ज- मुन्ना शुक्ला पर 2002 में एक हत्या का मुकदमा दर्ज है. वहीं मुजफ्फरपुर, वैशाली और सराय में मुन्ना शुक्ला पर अधिकतर केस दर्ज है इसके अलावा, मुन्ना शुक्ला पर असॉल्ट का भी केस दर्ज है. वहीं बात संपत्ति की करें तो उनकी पत्नी अनु शुक्ला और मुन्ना शुक्ला के बेटी शिवानी शुक्ला के नाम पर ही अधिकतर संपत्ति है.
नीतीश पर लगाया ये आरोप– वहीं मुन्ना शुक्ला ने नामांकन के बाद आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार ने उनके साथ धोखा किया है. शुक्ला ने कहा कि जब नीतीश कुमार 7 दिन के लिए सीएम बने थे, तब से लेकर उन्होंने नीतीश कुमार का साथ दिया, लेकिन नीतीश ने उनके साथ धोखा किया है.
जदयू के लिस्ट में मुन्ना शुक्ला का नाम नहीं- बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बुधवार को जदयू ने अपने सभी 115 सीटों पर लड़ने वाले प्रत्याशियों के नामों का एलान कर दिया. पटना स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह ने इस अवसर पर कहा कि जदयू 115 सीट और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
Posted by : Avinish Kumar Mishra