Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020 : दियारांचल में होगा राजद भाजपा का सीधा मुकाबला, जानें किसे है भीतरघात का डर
Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020 : भाजपा से दो बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकीं महिला नेत्री मुन्नी देवी को एक बार फिर मैदान में उतारा गया है, जबकि राजद ने राहुल तिवारी पर ही भरोसा किया है.
मिथिलेश कुमार, आरा : दियारांचल के नाम से विख्यात शाहपुर ने बाढ़ और सुखाड़ के दंश कई साल झेले हैं. इस क्षेत्र ने मुख्यमंत्री और कई कद्दावर नेताओं को पैदा किया. इसके बावजूद शाहपुर दियारांचल को बाढ़, सुखाड़ और टोपोलैंड भूमि के डी मार्केशन जैसी बुनियादी समस्याओं से आज तक छुटकारा नहीं मिल पाया है.
इस बार के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनावी दंगल में उतरे प्रत्याशियों से जनता इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आस लगायी हुई है. इस विधानसभा सीट पर चुनावी सरगर्मी नामांकन दाखिला के समाप्ति के साथ ही धीरे- धीरे बढ़ने लगी है. बदले हुए समीकरण में राजद को सीट बचाने की बड़ी चुनौती होगी.
वहीं, भाजपा से दो बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकीं महिला नेत्री मुन्नी देवी को एक बार फिर मैदान में उतारा गया है, जबकि राजद ने राहुल तिवारी पर ही भरोसा किया है. इस सीट पर इस बार राजद और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना बनती दिख रही है. महागठबंधन के घटक राजद के प्रत्याशी राहुल तिवारी और एनडीए की भाजपा प्रत्याशी मुन्नी देवी को चुनावी दंगल में उतरे निर्दलीय प्रत्याशियों से भीतरघात होने का भय सताने लगा है.
पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे विशेश्वर ओझा की पत्नी भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी दंगल में उतरी हैं. ऐसे में परिवार का अंतर्कलह चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के लिए भारी न पड़ जाये.
पिछले चुनाव में 14 प्रत्याशी थे
इस सीट से पिछले चुनाव में 14 प्रत्याशी चुनावी दंगल में उतरे थे. उस वक्त इस विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 292677 हुआ करती थी, जिसमें पिछले चुनाव में 1 लाख 45 हजार 152 वोट हुए थे. इसमें राजद प्रत्याशी राहुल तिवारी को 69315 वोट मिले थे. वहीं, द्वितीय स्थान पर रहे विशेश्वर ओझा को 54745 वोट से संतोष करना पड़ा था. इस प्रकार से पिछले चुनाव में राजद से भाजपा प्रत्याशी 14570 वोटों के अंतर पराजित हुए थे.
क्या होगा चुनावी मुद्दा
शाहपुर सीट से इस बार के चुनाव में मुख्य चुनावी मुद्दा टोपोलैंड, आर्सेनिक मुक्त पानी को घर- घर पहुंचाने की चुनौती, बाढ़ और सुखाड़ से क्षेत्र को स्थायी निदान दिलाने के साथ- साथ गांवों की बुनियादी समस्याएं मुख्य मुद्दे होंगे.
1951 में यहां से रामानंद तिवारी चुनाव जीते थे
पहली बार वर्ष 1951 में इस सीट से रामानंद तिवारी चुनाव जीते थे. अब तक इस सीट पर 15 बार चुनाव हो चुका है. 16 वीं बार चुनाव होने जा रहा है, जिसको लेकर 28 अक्तूबर को मतदान होना है. शाहपुर विधानसभा क्षेत्र से स्व रामानंद तिवारी का परिवार सात बार प्रतिनिधित्व कर चुका है. इसमें रामानंद तिवारी इस सीट से पांच बार चुनाव जीते थे. वहीं इनके पुत्र शिवानंद तिवारी एक बार और इनके पुत्र राहुल तिवारी भी एक बार चुनाव जीत चुके हैं.
दूसरी बार चुनाव जीतने के लिए राजद पार्टी के सिंबल पर मैदान में उतरे हैं. वहीं इस क्षेत्र से तीन बार कांग्रेस भी चुनाव जीतने में सफल रही है.इस क्षेत्र से बिहार के मुख्यमंत्री रहे बिंदेश्वरी दुबे भी एक बार कांग्रेस से चुनाव जीते है. वहीं, मुन्नी देवी इस सीट से दो बार चुनाव जीती हैं.
भोजपुर जिले का इकलौता ब्राह्म्ण बहुल्य क्षेत्र जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में से एक शाहपुर ब्राह्म्ण बहुल्य क्षेत्र है. इस सीट पर सबसे अधिक ब्राह्मण जाति के मतदाताओं की संख्या है. इसके बाद यादव, भूमिहार, मुस्लिम, राजपूत तथा अनुसूचित जाति के मतदाताओं की भी अच्छी संख्या है.
Posted by Ashish Jha