भभुआ : गठबंधन की गोटी बैठाने में कैमूर जिले की चार विधानसभा सीटों पर राजद, जदयू, बसपा, कांग्रेस से कन्फर्म माने जानेवाले दावेदार बेटिकट हो गये हैं. गठबंधन की मजबूरी के कारण पार्टी से बेटिकट होनेवाले नामों में जदयू के प्रमोद सिंह, कांग्रेस के शंभु पटेल, राजद के भोला यादव व बहुजन के जॉनी आर्य महत्वपूर्ण हैं. हालांकि, उनके अलावा भी कई दावेदारों का गठबंधन की मजबूरी के कारण टिकट कट गया.
लेकिन, उक्त चार नाम टिकट के रेस में प्रमुख दावेदार माने जाने जा रहे हैं. यहीं नहीं पिछले एक सालों से क्षेत्र में प्रचार में भी जुटे हुए थे. टिकट कटने के बाद कई दावेदारों का आक्रोश चरम पर हैं. दल से टिकट नहीं मिलने वे निर्दलीय ही ताल ठोंकने का मन बना लिये हैं.
भभुआ विधानसभा के सीट पर बात करें, तो एनडीए से वर्तमान विधायक रिंकी रानी पांडेय व जदयू के जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह टिकट के रेस में थे. लेकिन, गठबंधन की गोटी बैठाने के लिए जदयू को जिद्द छोड़ना पड़ा और भाजपा की पारंपरिक भभुआ सीट एक बार फिर भाजपा के ही खाते में रह गयी.
भाजपा ने एक बार फिर रिंकी रानी पांडेय को अपना उम्मीदवार बनाया है. गठबंधन की मजबूरी के कारण जदयू से बेटिकट हुए प्रमोद सिंह अब निर्दलीय लड़ने का मन बना चुके हैं और वे जदयू छोड़ निर्दलीय भभुआ सीट पर ताल ठोकेंगे.
उसी तरह से पिछले विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे शंभु पटेल इस बार भी टिकट को लेकर उम्मीद पाले हुए थे और क्षेत्र में प्रचार भी कर रहे थे. लेकिन, भभुआ सीट महागठबंधन में राजद के खाते में चले जाने के कारण शंभु सिंह पटेल को बेटिकट होना पड़ा.
वहीं, बसपा से टिकट के प्रबल दावेदार माने जानेवाले जॉनी आर्य को भी बसपा से रालोसपा का गठबंधन होने के कारण करारा झटका लगा है. पिछले एक सालों से बसपा के उम्मीदवार के तौर पर प्रचार करनेवाले जॉनी आर्य भभुआ सीट रालोसपा के खाते में जाने के कारण बेटिकट हो गये हैं.
भभुआ सीट पर भाजपा ने रिंकी रानी पांडेय, राजद ने भरत बिंद और रालोसपा ने वीरेंद्र कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है.
Posted by Ashish Jha