पटना : पिछले कुछ दिनों से एनडीए में चल रही सीटों के खिंचतान समेत तमाम कयासों पर विराम लग गया. राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार बिहार में गठबंधन के चेहरा होंगे. जो भी दल एनडीए में रहेगा, उसे नीतीश कुमार को नेता मानना ही होगा. चुनाव बाद नीतीश कुमार ही एनडीए से मुख्यमंत्री बनेंगे.
दोनों दलों के बीच सीटों की संख्या, जगह तय हो जाने के बाद शाम पांच बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव व चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में सीटों के बंटवारे की औपचारिक घोषणा की गयी. मंगलवार को एनडीए की साझा प्रेस काॅन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए के सभी घटक दलों में कोई आपसी कन्फ्यूजन या गलतफहमी नहीं है. सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
पिछले 15 सालों से मिलकर काम कर रहे थे, अब भी साथ हैं और आगे भी रहेंगे. भाजपा के साथ काम करने का लंबा अनुभव रहा है. इसके साथ ही सीएम ने जदयू के 122 और भाजपा के 121 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी. इसके साथ ही जदयू के खाते से हम को सात सीटें और भाजपा अपने खाते से मुकेश सहनी की वीआइपी को सीटें देगी. इसके पहले भाजपा ने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार ही एनडीए के चेहरा हैं और उनके नेतृत्व में ही चुनाव बाद सरकार बनेगी.
बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा बिहार में पूरी तरह से नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है. लोजपा नेता रामविलास पासवान को लेकर सीएम ने कहा कि उनसे पुराना लगाव रहा है. लोजपा के दो विधायक हैं. उनको राज्यसभा भेजने में जदयू का भी योगदान रहा है. भाजपा-जदयू ने उन्हेे मिलकर राज्यसभा पहुंचाया है. उन्होंने चिराग पासवान का नाम लिये बिना कहा कि कोई क्या बोलता है, इसकी परवाह नहीं करते, जनता मालिक है, जो तय कर दे. हम काम की बदौलत जनता के बीच जायेंगे.
प्रेस काॅन्फ्रेंस में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लोजपा के प्रति सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो चुनाव आयोग को लिख कर अनुरोध किया जायेगा कि पीएम का नाम सिर्फ एनडीए में रहे चार दल ही करेंगे, कोई दूसरा दल करता है तो उन पर कार्रवाई के लिए वह स्वतंत्र है. इसके ठीक दो घंटे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ संजय जायसवाल ने साफ किया कि भाजपा नीतीश कुमार के साथ खड़ी है, उसे लोजपा से कोई लेना-देना नहीं है.
सीएम ने कहा कि वीआइपी के साथ भाजपा की अंतिम दौर की बातचीत चल रही है. जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम भी फाइनल हो गये हैं और इसकी सूची भी सार्वजनिक कर दी गयी है. मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिये विरोधियों पर हमला करते हुए कहा कि कुछ लोग बिना वजह कई तरह की बातें करते रहते हैं. लेकिन, ऐसे लोगों की बातों से कोई लेना-देना नहीं है. अगर किसी को कुछ कहने में आनंद आता है, तो वह कहते रहें. हमलोगों को इससे कोई मतलब नहीं है. ऐसे लोग कुछ प्रतिशत ही हैं, जो कुछ भी बात करेंगे. लेकिन जरूरी है समाज में प्रेम और भाईचारा बना रहना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने रामविलास पासवान के अस्वस्थता पर सहानुभूति जताते लोकसभा चुनाव का जिक्र किया और कहा कि उनके साथ कई स्थानों पर सभाओं में गये थे. लेकिन, चिराग पासवान का नाम लिये बिना कहा कि उनकेे मन में क्या बात है, यह तो समझना मुश्किल है. इस दौरान सीएम ने अपने 15 साल के शासन की तुलना राजद के 15 साल के शासन से भी करते हुए कहा कि उस दौरान रोजगार नहीं था, हत्या, नरसंहार, दंगा क्या नहीं होता था. कॉलेज के प्रोफेसर और स्कूली के मास्टरों को समय पर वेतन नहीं मिलता था.
Posted by Ashish Jha