Bihar Election News 2020: अंजनी कुमार सिंह कोरोना संकट का असर चुनावी रणनीति पर भी दिख रहा है. सभी पार्टियां बड़े आयोजन के बदले डिजिटल प्रचार माध्यम पर फोकस कर रही हैं. इसी कड़ी में विभिन्न पार्टियां अपने वार रूम में डिजिटल आर्मी तैनात कर रही हैं. खास कर भाजपा और कांग्रेस के वार रूम में काम कर रही मीडिया टीम काफी सक्रिय है.
भाजपा ने पटना और कोलकाता में भी वार रूम तैयार किया है. दोनों स्थानों पर रूम में 30 पेशेवरों की टीमें तीन शिफ्टों में काम कर रही हैं. यहां से केंद्रीय वार रूम को रोजाना फीड बैक भेजी जा रही है. टीम उस फीड बैक के आधार पर छोटे-छोटे क्लीप तैयार करती है. उस क्लीप को पार्टी अपने फेसबुक पेज, ट्विटर हैंडल, व्हाटसअप और इंटरनल ग्रुप में प्रसारित करती है.
हालांकि बिहार में डिजिटल चुनाव प्रचार के प्रति लोगों में ज्यादा उत्सुकता नहीं दिख रही है. बावजूद इसके, पार्टी डिजिटल कैंपेन में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ा रही है. बूथ स्तर तक डिजिटल आर्मी तैनात किये जा रहे हैं. डिजिटल आर्मी के जरिये पार्टी सरकार के काम और अपनी विचारधारा को लोगों तक पहुंचाने में जुटी है.
पार्टी के प्रत्याशी जिन क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे हैं, वहां के डिजिटल आर्मी को यह काम सौंपा गया है कि वे पार्टी के कामों का प्रचार-प्रसार के अलावा अपने फीडबैक से अवगत कराएं, जिसके आधार पर कंटेंट और क्लीप तैयार कर भेजा जा सके. इसके अलावा विपक्षी दल के डिजीटल अभियान की काट के लिए विशेष टीम है, जो स्लोगन, आंकडे और नारे से इसकी धार कुंद करने का काम करती है.
वहीं, कांग्रेस भी बेहतरीन सोशल मीडिया टीम तैयार करने में जुटी है. कांग्रेस के वार रूम से जुड़े एक नेता ने बताया कि हम सभी सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर अलग-अलग पेज बना कर अपनी विचारधारा और केंद्र सरकार की नाकामी का प्रचार करने का प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस क्षेत्रवार साेशल मीडिया हेड बना रही है. जिन-जिन सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी है, वहां ज्यादा फोकस किया जा रहा है.
हर शहर और हर गांव में एक सोशल मीडिया हेड बनाने की कोशिश की जा रही है, जिससे अधिक-से-अधिक लोगों तक अपनी पहुंच बनायी जा सके. इसमें बड़े ट्रोल गैंग का सामना करने की भी रणनीति तय की जा रही है. कांग्रेस नेता यह भी स्वीकार करते हैं कि सोशल मीडिया में भी भाजपा की बढ़त है, लेकिन उसे तोड़ने की दिशा में कांग्रेस काम कर रही है.
दिल्ली और पटना वार रूम के बीच तालमेल के लिए एक कोर्डिनेटर नियुक्त किया गया है और पेशेवरों की टीम पटना में तैनात है. खबर है कि विपक्षी दल मदद के लिए आम आदमी पार्टी की सोशल मीडिया टीम की भी मदद ली जा रही है.
Posted by Ashish Jha