पटना : कोरोना महामारी के बीच बिहार में अक्टूबर-नवंबर महीने में तीन चरणों में संपन्न कराये जा रहे विधानसभा चुनाव के परिणाम पर सबकी निगाहें टिकी है. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 इस बार कई मायनों में खास है. पूरी दुनिया में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी सियासी दलों ने सामाजिक समीकरण को साधने की कोशिश की है. इसी कड़ी में महिला प्रत्याशियों की बात करें, तो जदयू ने सबसे ज्यादा 22 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा है.
वहीं, इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने 15 और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 13 महिलाओं को मैदान में उतारा है. जबकि, कांग्रेस ने 5, जीतन राम मांझी की पार्टी (HAM) और मुकेश साहनी की पार्टी (VIP) ने एक-एक महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है. इस तरह एनडीए में कुल 37 महिलाओं को टिकट मिला है. उधर, महागठबंधन में शामिल सभी घटक दलों ने करीब 19 महिलाओं को मैदान में उतारा है.
पुष्पम प्रिया चौधरी : ‘द प्लूरल्स पार्टी’ की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी मूल रूप से दरभंगा जिले की रहने वाली है. पुष्पम प्रिया बांकीपुर सीट से प्रत्याशी हैं. पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी पुष्पम प्रिया ने लंदन से पढ़ाई पूरी करने के बाद चुनावी रण में उतरने का फैसला लिया है. पुष्पम प्रिया चौधरी कहती हैं कि अगले 10 साल में बिहार देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो जायेगा. उनके पास इसको लेकर पूरा रोड मेप और योजना है.
श्रेयसी सिंह : अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर रही श्रेयसी सिंह ने हाल ही में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता श्रेयसी सिंह की माता पुतुल सिंह बांका से सांसद रही हैं. श्रेयसी सिंह के पिता दिग्विजय सिंह बिहार के दिग्गज नेता थे और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वे रेल राज्य मंत्री भी रहे. पिता दिग्विजय सिंह की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए श्रेयसी सिंह चुनावी मैदान में कूद पड़ी हैं. श्रेयसी को भाजपा ने जमुई विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. जमुई लोकसभा क्षेत्र से चिराग पासवान सांसद हैं.
मंजू वर्मा : बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह चेरिया बरियारपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू की उम्मीदवार मंजू वर्मा मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर सुर्खियों में आयी थी. मंजू वर्मा के पति मुजफ्फरपुर कांड के आरोपी रह चुके हैं और इसी मामले को लेकर जब मंजू वर्मा के पैतृक आवास पर छापेमारी की गयी थी तो प्रतिबंधित कारतूस बरामद किये गये थे. इस मामले में मंजू वर्मा एवं उनके पति चंद्रशेखर वर्मा को नामजद अभियुक्त बनाया गया था.
मनोरमा देवी : अतरी से जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी की खुद की संपत्ति 53.19 करोड़ है. साल 2015 में मनोरमा देवी जब विधान परिषद का चुनाव लड़ रही थीं, तब उन्होंने अपने एफिडेविट में 12.24 करोड़ रुपये संपत्ति बतायी थी. बता दें कि इसी साल उनके बाहुबली पति बिंदेश्वरी उर्फ बिंदी यादव की कोरोना से मौत हो गयी थी.
अंजुम आरा : जदयू ने डुमरांव विधानसभा सीट से अंजुम आरा को अपना प्रत्याशी बनाया है. अंजुम आरा ने एलएलबी और एलएलएम की डिग्री हासिल की है. उनपर कोई क्रिमिनल केस दर्ज नहीं है. उनके पास 2020 में 1.9 करोड़ रुपये संपत्ति थी. वे खुद को व्यवसायी और सामाजिक कार्यकर्ता लिखती हैं. जबकि, पति भी सामाजिक कार्यकर्ता हैं.
सुषुमलता कुशवाहा : जदयू ने जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र से सुशुमलता कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है. विधायक का चुनाव लड़ रही सुशुमलता कुशवाहा को हाल ही में मातृत्व की अनुभूति हुई. विधायक की उम्मीदवार बनने से पहले सुषुमलता कुशवाहा इलाके की मुखिया के तौर पर जानी जाती हैं. जदयू ने उन्हें पहली बार जगदीशपुर के विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी बनाया है.
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