पूर्णिया : भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान करने के साथ ही पूरे जिले में शुक्रवार से आचार संहिता लागू हो गयी है. जिला निर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी राहुल कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि तीसरे चरण में पूर्णिया की सात विधानसभा सीटों पर चुनाव कराये जायेंगे.13 अक्तूबर को अधिसूचना जारी की जायेगी. इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. नामांकन भरने की अंतिम तिथि 20 अक्तूबर और संवीक्षा अगले दिन 21 अक्तूबर को की जायेगी. नाम वापसी की तारीख 23 अक्तूबर तय की गयी है. तीसरे चरण में 7 नवंबर को वोटिंग होगी और 10 नवंबर को वोटों की गिनती होगी. इस प्रकार यहां अष्टमी से चुनाव प्रचार शुरू हो जायेगा.
जिला निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग की घोषणा के बाद जिले में आचार संहिता लागू कर दी गयी है. पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है जो चुनाव प्रक्रिया के संपन्न होने तक लागू रहेगी. उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा निर्गत आदर्श आचार संहिता से संबंधित निर्देशों का क्षेत्रांतर्गत में कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा. इसके लिए जिला स्तर पर स्थायी समिति का गठन किया गया है. इसके क्रियान्वयन के लिए मीडिया प्रमाणन एवं अनुवीक्षण समिति निर्वाचन, व्यय अनुवीक्षण कोषांग, सहायक व्यय प्रेक्षक, लेखांकन दल, वीएसटी, वीवीटी, एफएसटी एवं एसएसटी के साथ विधान सभावार सेक्टर पदाधिकारी की नियुक्ति कर दी गयी है. इस मौके पर एसपी विशाल शर्मा भी मौजूद थे.
जिला निर्वाची पदाधिकारी ने कहा कि चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी जायेगी. सोशल मीडिया पर कोई भी अगर समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश करता है तो उसपर कानूनी कार्रवाई होगी.
जिला निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि नामांकन के दौरान उम्मीदवार के साथ अधिकतम दो लोग ही अंदर जा सकते हैं. साथ ही नामांकन स्थल के सौ मीटर की परिधि में प्रत्याशी के साथ दो से ज्यादा वाहन नहीं जा सकते हैं. नामांकन ऑनलाइन और ऑफ लाइन भरे जा सकते हैं. लेकिन ऑनलाइन भरने के बाद हार्ड कॉपी जिला निर्वाची पदाधिकारी को देना होगा. ऑनलाइन चालान भरने की भी सुविधा दी गयी है. उम्मीदवारों को आपराधिक मामलों की जानकारी अखबार पत्रों के माध्यम से सार्वजनिक करनी होगी.
जिला निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा के साथ ही जिले में चुनाव आचार संहिता लागू हो गयी है. राजनीतिक दलों को अपने-अपने विधानसभा में दीवारों पर लगे पोस्टर को हटाने के लिए 48 घंटे की मोहलत दी गयी है. तय सीमा पार करने के बाद आचार संहिता उल्लंघन करनेवालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि इसके लिए सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक भी बुलायी गयी है. उन्होंने कहा कि इसके अनुपालन की जिम्मेदारी सभी की होती है.
जिला निवार्ची पदाधिकारी ने बताया कि पूर्णिया की सात विधान सभा सीटों पर कुल 21 लाख 9 हजार 990 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें 10 लाख 95हजार 101 पुरुष मतदाता और 10 लाख 14 हजार 810 महिला मतदाता हैं. इसके आलावा थर्ड जेंडर वोटरों की संख्या 927 है. 1091 सर्विस वोटर हैं. पूरे जिले में नये वोटरों ( 18-19) की संख्या 24 हजार 645 और 80 साल से ऊपर वोटरों की संख्या 30 हजार 765 है.
एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि भयमुक्त वातावरण में चुनाव कराना पुलिस प्रशासन की प्राथमिकता है. असामाजिक तत्वों पर अभी से पैनी नजर रखी जा रही है. समाज में भयमुक्त वातावरण बनाने के लिए एेसे तत्वों पर 107 की कार्रवाई की जा रही है. बड़े पैमाने पर वांरटियों की गिरफ्तारी की जा रही है. हार्डकोर बदमाशों पर सीसीए के तहत का भी प्रस्ताव दिया गया है. पिछले एक सप्ताह से बड़े पैमाने पर शराब भी पकड़ी गयी है.
निर्वाची पदाधिकारी ने कहा कि मतदान के अंतिम समय में कोरोना पीड़ित अपना वोट डाल सकेंगे. इसके लिए दो व्यवस्था की गयी है. एक तो पोस्टल बैलेट के द्वारा अपना मत दे सकते हैं. अगर कोई बूथ पर मतदान करना चाहते हैं तो इसके लिए आखिरी एक घंटे में अपना वोट डाल पायेंगे. एेसी स्थिति में उन बूथों पर पीपी किट की भी व्यवस्था की जाएगी. हर पोलिंग बूथ पर साबुन, सैनिटाइजर समेत अन्य चीजों का प्रबंध रहेगा.
निर्वाची पदाधिकारी ने साफ कर दिया कि कोरोना की वजह से एक बार में एक साथ पांच से ज्यादा लोग किसी के घर जाकर प्रचार नहीं कर पायेंगे. चुनाव में उम्मीदवार समेत कुल 5 लोग ही डोर टू डोर कैंपेन में हिस्सा लेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि चुनावी कैंपेन के दौरान पब्लिक गैदरिंग्स में सोशल डिस्टैंसिंग का हर हाल में पालन करना होगा.
posted by ashish jha