Bihar Vidhan Sabha Election : लालू प्रसाद यादव के ‘घर’ ही राजद को जीत का इंतजार, क्या इस बार बदलेगी किस्मत ? गौरवशाली है यहां का अतीत

Bihar Vidhan Sabha Election, RJD Supremo, Lalu yadav: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के गृह विधानसभा क्षेत्र हथुआ में चुनाव काफी रोचक होने जा रहा है. यहां से अब तक एक भी बार राजद को जीत नहीं मिली है, लेकिन राजद जदयू विधायक व समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह को इस बार कड़ी टक्कर देने की तैयारी में जुटा है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 1, 2020 9:19 AM

अवधेश कुमार राजन, गोपालगंज : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के गृह विधानसभा क्षेत्र हथुआ में चुनाव काफी रोचक होने जा रहा है. यहां से अब तक एक भी बार राजद को जीत नहीं मिली है, लेकिन राजद जदयू विधायक व समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह को इस बार कड़ी टक्कर देने की तैयारी में जुटा है. राजद से जिलाध्यक्ष राजेश सिंह कुशवाहा अपने चाचा प्रभुदयाल सिंह की विरासत को संभालने की तैयारी में लगे हैं. फुलवरिया प्रखंड के जिला पार्षद मुन्ना किन्नर भी इस बार चुनाव मैदान में मंत्री के खिलाफ ताल ठोकने को तैयार हैं.

समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह 2001 में पंचायत चुनाव से राजनीति में आये. वर्ष 2005 में मीरगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने. वर्ष 2010 में नये परिसीमन के साथ मीरगंज विधानसभा का अस्तित्व खत्म हो गया और हथुआ विधानसभा क्षेत्र बना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का गृह विधानसभा क्षेत्र होने के बाद भी यहां राजद को हार का सामना करना पड़ा है. यहां के इतिहास पर नजर डाले तो कांग्रेस के हाथ से 1972 के बाद यह सीट निकली तो दोबारा नहीं मिल सकी. 1990 में निर्दलीय प्रभुदयाल सिंह ने सीपीएम के विश्वनाथ सिंह को हरा दिया.

वहीं, 1995 में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे प्रभुदयाल सिंह को सीपीएम के विश्वनाथ सिंह ने हरा दिया. मीरगंज सीट पर जेपी आंदोलन के बाद से ही समाजवाद भारी रहा है. वर्ष 2000 में भी निर्दलीय अब्दुल समद को समता पार्टी के प्रभुदयाल सिंह चुनाव हराकर विधायक बने. उसके बाद से ही अब तक जदयू का कब्जा रहा है. हालांकि, इस बार जदयू को हथुआ सीट पर कड़ी टक्कर मिल सकती है. इस सीट पर राजद पूरा जोर लगा रहा है.

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महागठबंधन के तहत अभी सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है. इस सीट पर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा भी दावेदारी कर रही है, तो एनडीए की ओर से लोजपा भी दावेदारी ठोक रही है. भाजपा के कई कार्यकर्ता तो टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से बगावत के मूड में है. मकसुदन सिंह कुशवाहा तो बैठक कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर चुके हैं.

गौरवशाली है अतीत

हथुआ विधानसभा क्षेत्र का गौरवशाली अतीत रहा है. यहां प्रसिद्ध गोपाल मंदिर है. हथुआ के राजेंद्र हाइस्कूल में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने शिक्षा ग्रहण की थी. हथुआ शैक्षणिक संस्थानों का हब भी माना जाता है. यहां सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय, आइटीआइ, चार हाइस्कूल, दो कॉलेज सहित कई शिक्षण संस्थान हैं. इस इलाके के फुलवरिया निवासी लालू प्रसाद व उनकी पत्नी राबड़ी देवी सूबे के मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. राजमंगल मिश्रा जैसे दिग्गज भी यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.

इन्होंने किया प्रतिनिधित्व

1972 अनंत प्रसाद सिंह -कांग्रेस

1977 भवेश चंद्र प्रसाद – जनता पार्टी

1980 राजमंगल मिश्र -जनता पार्टी

1985 प्रभुदयाल सिंह -कांग्रेस

1990 प्रभुदयाल सिंह – स्वतंत्र

1995 विश्वनाथ सिंह – सीपीएम

2000 प्रभुदयाल सिंह -समता पार्टी

2005 रामसेवक सिंह -जदयू

2005 रामसेवक सिंह -जदयू

2010 रामसेवक सिंह -जदयू

2015 रामसेवक सिंह – जदयू

कुल मतदाता

महिला-1,45,417

पुरुष -1,49,597

थर्ड जेंडर -06

कुल- 295020

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Posted By: Ashish jha

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