नरम पड़े चिराग, कहा- CM नीतीश और JDU से नाराजगी नहीं, पहले गठबंधन का स्वरूप तय हो, फिर चुनाव पर होगी बात
पटना : पिछले कुछ समय से जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर रहे एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के तेवर नरम पड़ गये हैं. चिराग ने शनिवार को कहा कि जेडीयू और नीतीश कुमार से मेरा कोई मतभेद नहीं है. मैंने जो भी सवाल उठाये हैं, वो एक जनप्रतिनिधि होने के नाते सीएम के संज्ञान में लाने के लिए उठाये हैं.
पटना : पिछले कुछ समय से जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर रहे एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के तेवर नरम पड़ गये हैं. चिराग ने शनिवार को कहा कि जेडीयू और नीतीश कुमार से मेरा कोई मतभेद नहीं है. मैंने जो भी सवाल उठाये हैं, वो एक जनप्रतिनिधि होने के नाते सीएम के संज्ञान में लाने के लिए उठाये हैं.
चिराग ने यह भी कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर एलजेपी की किसी के साथ बातचीत नहीं हुई है. एक निजी समाचार चैनल पर बातचीत में चिराग पासवान ने साफ तौर पर कहा कि मैं किसी को टेंशन नहीं दे रहा हूं. लोग क्यों टेंशन ले रहे हैं, ये मेरे समझ से परे हैं.
चिराग ने कहा कि मैंने हाल ही में पूरे बिहार का भ्रमण किया है. मुझे जो समस्याएं दिखीं, उन्हीं को मैंने मुख्यमंत्री के सामने रखा. नीतीश कुमार बिहार के सीएम हैं. मैं यहां कि समस्याएं उन्हीं के सामने रखूंगा ना की किसी और के.
चिराग ने कहा कि समस्याओं को सीएम के संज्ञान में लाना टेंशन बढ़ाना नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि मेरी मंशा किसी को परेशान करने की बिल्कुल नहीं है. सीट शेयरिंग के मुद्दे पर पूछे गये एक सवाल में चिराग पासवान ने कहा कि एलजेपी की बीजेपी और जेडीयू से सीट शेयरिंग को लेकर कोई बात नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि सीट को लेकर कोई लड़ाई ही नहीं है. हम बीजेपी के साथ हैं. बीजेपी ने कहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी के निर्णय के साथ एलजेपी शुरू से है और आगे भी रहेगी. उन्होंने कहा कि आनेवाले चुनाव में जो होगा, वह बिहार के हित में होगा.
एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार में एनडीए के साथ चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा है कि पहले बिहार में गठबंधन का स्वरूप तय हो. फिर साथ एनडीए के साथ चुनाव लड़ने पर बात होगी. बिहार में जेडीयू को एलजेपी को अपने साथ गठबंधन में मानती ही नहीं. चिराग पासवान ने एक चैनल के इंटरव्यू को ट्विटर हैंडल पर साझा करते हुए अपनी बात रखी है.
उन्होंने कहा कि उनकी जेडीयू से कोई तनातनी नहीं है. वो केवल सरकार के गलत बातों को सामने रखने का काम कर रहे हैं. भविष्य में भी वो ऐसा करते रहेंगे. अगर, उन्हें लगता है कि सरकार इससे बेहतर कर सकती थी तो उस पर भी सवाल उठाया जायेगा.
कंगना का दफ्तर तोड़ना गलत
चिराग ने अपने बयान में कहा है कि किसी की आवाज दबाने के लिए उसका दफ्तर तोड़ना गलत है. मुंबई में कंगना का दफ्तर तोड़ना भी गलत ही कहा जायेगा. उन्होंने कहा कि मुंबई में बहुत से उत्तर भारतीय रहते हैं. ऐसे में महाराष्ट्र सरकार के रवैये से लेकर उनको चिंता होती है. उन्होंने कहा कि सुशांत मामले में दो माह तक कार्रवाई तो दूर, महाराष्ट्र पुलिस ने प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की थी. चिराग ने एक कार्टून साझा करने पर रिटायर्ड सेना के अधिकारी पर शिवसेना के लोगों द्वारा हमला करने की भी निंदा की.