औरंगाबाद शहर : जिले में लापरवाही के कारण कोरोना की रफ्तार थमने की बजाय इसकी चेन बढ़ती जा रही है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी लगातार कोरोना की चेन बढ़ती जा रही है. जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस महामारी को काबू में करने की सभी कोशिशें नाकाम साबित हो रही है.
परिणाम यह हो रहा कि प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं. शुक्रवार को एक बार फिर कोरोना के 30 नये मरीज मिले. ये सभी मरीज अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले हैं. इन नये मरीजों को मिलाकर जिले में कोरोना का आंकड़ा 3729 पर पहुंच गया है.
हालांकि जिले की रिकवरी रेट काफी बेहतर है और पूर्व में संक्रमित 90 फीसदी लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गये हैं और सामान्य जीवन गुजार रहे हैं. डीपीएम कुमार मनोज ने बताया कि शुक्रवार को जिले में 3719 लोगों का सैंपल कलेक्ट कर संक्रमण की जांच की गयी. इसमें से 30 लोग कोरोना से संक्रमित पाये गये हैं.
इसमें शामिल 13 लोग औरंगाबाद, दो लोग देव, 10 लोग मदनपुर, दो लोग नवीनगर और तीन लोग रफीगंज प्रखंड के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालयों में कैंप लगाकर कोरोना की जांच की जा रही है. वहीं स्वास्थ्य केंद्रों में भी कोरोना के संक्रमण की जांच करने की पर्याप्त व्यवस्था है.ग
इसमें शामिल 13 लोग औरंगाबाद, दो लोग देव, 10 लोग मदनपुर, दो लोग नवीनगर और तीन लोग रफीगंज प्रखंड के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालयों में कैंप लगाकर कोरोना की जांच की जा रही है. वहीं स्वास्थ्य केंद्रों में भी कोरोना के संक्रमण की जांच करने की पर्याप्त व्यवस्था है. जिले में अब तक 1.99 लाख से अधिक लोगों का सैंपल कलेक्ट कर कोरोना की जांच की गयी है.
इसमें 3729 लोग संक्रमित पाये गये हैं, जिसमें से 3504 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. वर्तमान में 225 एक्टिव केस है. इधर, कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण के बावजूद लोग लापरवाही बरत रहे हैं. लोग अब इस तरह व्यवहार कर रहे हैं, जैसे अब कोरोना का संक्रमण पूरी तरह खत्म हो गया है और किसी तरह का खतरा नहीं है. जबकि हर रोज दर्जनों की संख्या में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं. बाजार से लेकर दुकानों तक में लोग बिना मास्क के देखे जा सकते हैं. वहीं सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां भी उड़ायी जा रही है.
Posted by Ashish Jha