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लालू प्रसाद की चुनावी ब्रांड वैल्यू हुई जीरो, मांझी का एनडीए में स्वागत : सुशील मोदी

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर राजद पर निशाना साधा है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है कि चुनाव आयोग ने अभी तक बिहार विधानसभा का चुनाव कराने के बारे में कोई स्पष्ट निर्णय नहीं किया है, लेकिन चुनाव टालने की दलील देने वाली पार्टी और महागठबंधन में भगदड़ मची है. लालू प्रसाद की चुनावी ब्रांड वैल्यू जीरो हो चुकी है, इसलिए पांच एमएलसी और सात विधायक राजद छोड़ चुके हैं. सुशील मोदी ने आगे कहा कि जीतन राम मांझी जी का महागठबंधन छोड़ना साबित करता है कि जेल से चलने वाली पार्टी दलितों-पिछड़ों का भला नहीं कर सकती. मांझी जी का एनडीए में स्वागत है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2020 6:56 PM

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर राजद पर निशाना साधा है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है कि चुनाव आयोग ने अभी तक बिहार विधानसभा का चुनाव कराने के बारे में कोई स्पष्ट निर्णय नहीं किया है, लेकिन चुनाव टालने की दलील देने वाली पार्टी और महागठबंधन में भगदड़ मची है. लालू प्रसाद की चुनावी ब्रांड वैल्यू जीरो हो चुकी है, इसलिए पांच एमएलसी और सात विधायक राजद छोड़ चुके हैं. सुशील मोदी ने आगे कहा कि जीतन राम मांझी जी का महागठबंधन छोड़ना साबित करता है कि जेल से चलने वाली पार्टी दलितों-पिछड़ों का भला नहीं कर सकती. मांझी जी का एनडीए में स्वागत है.

उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि जिस जेईई को विपक्ष मुद्दा बना रहा था और पूरा एक सत्र बर्बाद कराने पर अड़ा था, उसे छात्रों ने खारिज कर दिया. बिहार के 43 केंद्रों पर परीक्षार्थियों की 71 से 80 प्रतिशत तक उपस्थिति रही. राज्य सरकार ने भी बसों और केंद्र ने 15 सितंबर तक रेल की व्यवस्था की है. जिस समय हर क्षेत्र चुनौतियों को मात देकर उभर रहा है, विपक्ष केवल मनोबल तोड़ने में लगा है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कोरोना और लॉकडाउन के कारण आर्थिक-शैक्षणिक क्षेत्र की जो गतिविघियां ठप पड़ी थीं, वे अनलाक-3 से पटरी पर आने लगीं. वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में गिरावट के आंकड़े आने के एक दिन बाद ही अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत मिलने लगे. वाहन कंपनियों ने पिछले साल अगस्त में हुई बिक्री को पीछे छोड़ दिया. एक वाहन कंपनी की बिक्री तो 154 फीसद तक बढ़ी. खरीफ की बोआई इस साल 7 फीसद ज्यादा हुई. पांच महीने बाद मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पौजिटिव जोन में आ गया और बिजली की खपत पुराने स्तर पर लौटी. एनडीए सरकार के आर्थिक सुधार और राहत पैकेज असर दिखाने लगे हैं.

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