रिम्स में लालू यादव से मिलना हुआ मुश्किल, तो ऐसे अपनी बात पहुंचा रहे बिहार के राजद नेता

संयुक्त बिहार के मुख्यमंत्री रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव से रिम्स निदेशक के बंगला में मिलना अब मुश्किल हो गया है. बिहार चुनाव में टिकट की आस रखने वाले या किसी परिचित की पैरवी करने के लिए रांची आने वाले लोगों को अब मायूसी हाथ लग रही है. लेकिन, बिहार के इन नेताओं ने हार नहीं मानी है. लालू तक अपनी बात पहुंचाकर ही दम ले रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2020 6:00 PM

रांची : संयुक्त बिहार के मुख्यमंत्री रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव से रिम्स निदेशक के बंगला में मिलना अब मुश्किल हो गया है. बिहार चुनाव में टिकट की आस रखने वाले या किसी परिचित की पैरवी करने के लिए रांची आने वाले लोगों को अब मायूसी हाथ लग रही है. लेकिन, बिहार के इन नेताओं ने हार नहीं मानी है. लालू तक अपनी बात पहुंचाकर ही दम ले रहे हैं.

राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के निदेशक आवास ‘केली बंगला’ की सुरक्षा में जब से जिला प्रशासन ने तीन-तीन दंडाधिकारी (मजिस्ट्रेट) नियुक्त किये हैं, बिहार से आने वाले राजद नेताओं का अंदर जा पाना संभव नहीं हो रहा है. सो इन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव तक अपनी बात पहुंचाने का एक नया रास्ता खोज लिया है. भारतीय डाक विभाग या कूरियर वाले इनके संदेशवाहक बन गये हैं.

जी हां, अब लालू से मिलने की इच्छा लेकर आने वाले लोग मुलाकात नहीं कर पाने की स्थिति में अपना संदेश स्पीड पोस्ट से या कूरियर से राजद सुप्रीमो को भेज रहे हैं. कहा जा रहा है कि अब तक लालू प्रसाद के पास 3,000 से अधिक बायोडाटा पहुंच चुके हैं. बिहार चुनाव से संबंधित चिट्ठियां सीधे रिम्स के निदेशक बंगला पहुंच रही है. पहले यहां नेताओं की भीड़ लगती थी और लालू से मिलकर वे लोग अपनी बात रखते थे.

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केली बंगला के बाहर राजद नेताओं के जमावड़े के बारे में जब मीडिया में रिपोर्ट्स आने लगीं, तो जेल आइजी ने रांची जिला प्रशासन को चिट्ठी लिखी और अवैध तरीके से हो रही मुलाकातों को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा. इसके बाद रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने केली बंगला की सुरक्षा कड़ी करते हुए तीन मजिस्ट्रेट तैनात कर दिये. ये लोग लगातार 24 घंटे लालू की सुरक्षा में लगे रहते हैं.

यही वजह है कि बिहार से आने वाले लालू प्रसाद की पार्टी के नेताओं की अब उनसे मुलाकात नहीं हो पा रही है. बावजूद इसके, बड़ी संख्या में राजद नेता, जो बिहार से आ जाते हैं, रिम्स परिसर में घूमते नजर आ जाते हैं. उनके हाथों में बायोडाटा होता है. कुछ नेताओं ने बातचीत में बताया कि लालू यादव से उनकी बात तो नहीं हो पायेगी, लेकिन वह स्पीड पोस्ट से या कूरियर से अपना बायोडाटा राजद सुप्रीमो तक पहुंचायेंगे.

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Posted By : Mithilesh Jha

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