पटना : भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि महागठबंधन से विधानसभा चुनाव में तालमेल की प्रकिया चल रही है. लेकिन, सीट शेयरिंग को लेकर जो प्रस्ताव उनकी ओर से मिला है, वह 2015 विधान सभा चुनाव के आधार पर है और यह हमें मान्य नहीं है.
उन्होंने कहा कि पार्टी ने 53 सीटों की सूची दी थी और पिछले तीन चुनाव से 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में अगर सीट शेयरिंग पर अगर सम्मानजनक उम्मीदवारी नहीं दी जायेगी, तो हम अकेले चुनाव लड़ने को भी तैयार है, लेकिन पार्टी की विचार से कोई समझौता नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि हमारी बस यही मांग है कि लोकसभा चुनाव में हुए तालमेल को आधार माना जाये, तो हमें भी गठबंधन में रहना मंजूर होगा. वरना, हम भी अकेले चुनाव लड़ेंगे. जहां तक वामदलों के आपसी सहयोग की बात है, हम तीनों साथ में चुनाव लड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश की सच्चाई और वास्तविक स्थितियों से भाग रही है. लॉकडाउन की मार झेल रहे प्रवासी मजदूरों, कोविड के खिलाफ अगली कतार में खड़े डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की न्यूनतम मांगों, भयानक बेरोजगारी की मार झेलते करोड़ों बेरोजगारों का सरकार के पास कोई जवाब नहीं है.
यही नहीं, कर्ज माफी के सवाल पर आंदोलित महिलाओं-किसानों के सवालों-मांगों, स्कीम वर्करों और देश की अन्य दूसरी सच्चाई का सरकार के पास कोई जवाब नहीं है. इसलिए उन्होंने संसद सत्र में कोई प्रश्नकाल ही नहीं रखा और संसद की लोकतांत्रिक पद्धति को कमजोर कर रही है.