Flashback, Election Memories, Bihar Vidhan Sabha Chunav 2015, Bihar Election 2020 : वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में कुल 3722 उम्मीदवारों ने नामांकन दर्ज किया था. जिनमें 171 लोगों का नोमिनेशन रिजेक्ट कर दिया गया था. जबकि, 140 लोगों ने अपना नामांकन खुद वापस ले लिया था. ऐसे में आइये ग्राफिक्स के जरिये जानते हैं 2015 के कुल कैंडिडेट जो विधानसभा चुनाव में उतरे थे, इनमें कितने पुरुष और महिलाओं को मिली जीत, कितनों की हुई जमानत जब्त..
बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में कुल 3413 पुरुषों और 303 महिलाओं ने भी नामांकन फइल किया था. पुरुषों में 425 एससी और 17 एसटी केटोगरी के थे. वहीं, महिलाओं में 50 एससी और 10 एसटी केटोगरी के थे. कुल मिलाकर देखा जाए तो बिहार विधान सभा चुनाव 2015 में 3722 नामांकन दर्ज की गई थी.
इनमें से 158 पुरुष का नॉमिनेशन रिजेक्ट कर दिया गया. जबकि 13 महिलाओं का भी नामांकण रद्द किया गया था. कुल मिलाकर 171 लोगों का नामांकन रिजेक्ट किया गया था.
जबकि इनमें 115 पुरुषों ने स्वेच्छा से 115 नामांकन वापस ले लिया था. वहीं, नामांकण वापस लेने में 25 महिलाएं भी शामिल थी. कुल मिलाकर 140 नामांकन 2015 के चुनाव में वापस लिए गए थे.
बिहार विधानसभा 2015 के चुनाव में कुल 3140 पुरुष उम्मीदवार उतरे थे. जबकि, 271 महिलाएं भी रणभूमि में थी. कुल मिलाकर 3411 उम्मीदवार 2015 के चुनाव में मैदान में थे.
चुनाव आयोग के आंकड़ों की मानें तो कुल मिलाकर 2684 पुरुषों का जमानत जब्त किया गया था. वहीं, 271 में 219 महिलाओं का भी जमानत जब्त कर लिया गया था. इस विधानसभा चुनाव में कुल मिलाकर 2903 लोगों का जमानत जब्त हुआ था.
जब कोई प्रत्याशी किसी चुनावी क्षेत्र में पड़े कुल वैध वोट का छठा हिस्सा भी हासिल नहीं कर पाता है. तो ऐसे में उसके द्वारा जमा की गई रकम जब्त कर ली जाती है जिसे जमानत राशि कहा जाता है. आपको बता दें कि ये राशि उस प्रत्याशी को नामांकन के दौरान जमा करनी होती है.
जब कोई भी प्रत्याशी चुनाव लड़ता है तो पर्चा भरते समय उसे एक निश्चित रकम जमानत के तौर पर चुनाव आयोग को जमा करनी होती है. इसी राशि को जमानत राशि कहा जाता है.
आपको बता दें कि बिहार में वर्ष 2015 में 12 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच पांच चरणों में मतदान हुआ था. मतदान की तिथि की बात करें तो, 12 अक्टूबर, 16 अक्टूबर, 28 अक्टूबर, एक नवंबर तथा पांच नवंबर तय किये गए थे. बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के दौरान सभी अटकलों को दरकिनार करते हुए महागठबंधन को भारी बहुमत से जीत मिली थी. कुल 243 सीटों में से महागठबंधन को 178 सीटें मिली थी. इनमें राजद बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, उन्हें 80 सीटें मिलीं. जबकि, जदयू को 71 और कांग्रेस को 27 सीटें हासिल हुईं. वहीं, भाजपा गठबंधन को 58 सीटें मिली थी.
Posted by : Sumit Kumar Verma