दरभंगा जिले के इन संपर्क सड़कों पर है आधा फीट पानी, कैसे होंगे चुनाव, मुखिया मांग रहे प्रशासन से नाव

पूर्व भी इसी टोला में बाढ़ की वजह से आवागमन के लिये प्रशासन ने नाव की व्यवस्था करायी थी. उन्होंने प्रशासन से इस बार भी नाव की व्यवस्था करने की मांग की.

By Prabhat Khabar News Desk | October 2, 2020 10:34 AM

केवटी : प्रखंड क्षेत्र के चार पंचायतों के निचले इलाकों में एक बार फिर बाढ़ का पानी काफी तेजी से फैल रहा है. पिंडारुच पंचायत के गोपालपुर गांव में बागमती नदी का पानी खेतों में काफी तेजी से फैल रहा है. वहीं छछुवा चौर से बाढ़ का पानी असराहा, जलधारा, लदारी पंचायत में फैल रहा है. असराहा गांव से डीहटोला जाने वाली संपर्क सड़क पर आधा फीट पानी बह रहा है. लोगों का कहना है कि इसी तरह पानी बढ़ता रहा तो इस पथ पर आवागमन ठप हो जायेगा. मुखिया पति सह सामाजिक कार्यकर्ता खुर्शीद आलम ने बताया कि इसके पूर्व भी इसी टोला में बाढ़ की वजह से आवागमन के लिये प्रशासन ने नाव की व्यवस्था करायी थी. उन्होंने प्रशासन से इस बार भी नाव की व्यवस्था करने की मांग की. इधर सीओ अजीत कुमार झा बाढ़ का पानी फैलने की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में जायजा लेने पहुंच गये. उन्होंने बताया कि असराहा-डीहटोला सड़क पर आवागमन किसी भी समय ठप हो सकता है. लोगों के आवागमन के लिए नाव की व्यवस्था की जा रही है. क्षेत्र के किसानों ने बाढ़ के बाद काफी मशक्कत से दोबारा खेतों में धान की फसल लगायी थी. एक बार फिर बाढ़ का पानी काफी तेजी से फैलने से किसानों की परेशानी बढ़ गयी है.

तीन दर्ज मतदान केंद्र भी बाढ़ से प्रभावित

कुशेश्वरस्थान. नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने से लोगों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है. प्रखंड क्षेत्र के लाखों आबादी बाढ़ की दोहरी मार झेलने को मजबूर हैं. कई ग्रामीण सड़कें पानी में एक बार फिर से डूब गयी है. दिनमो, चिगड़ी सिमराहा, विषहरिया, भदहर, औराही, हरिनगर, बेरि, बरना, गोठानी, बड़गांव, हिरणी, पकाही झझड़ा, हरौली, मसानखोन पंचायत के चार दर्जन से भी अधिक गांव बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हो गये हैं. इन गांवों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया है. तीन दर्ज मतदान केंद्र भी बाढ़ से प्रभावित हो गये है. इन मतदान केन्द्रों पर मतदान कर्मी, गश्ती दल व वोटरों को पहुंचने में काफी कठिनाई होगी. इधर दोबारा बाढ़ आने पर अंचल में एक भी सरकारी नाव नहीं उपलब्ध होने से लोग निजी नाव के सहारे ही आवागमन करने को मजबूर हैं. सीओ मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दोबारा बाढ़ का पानी भर जाने पर सभी राजस्व कर्मचारी को अपने-अपने हल्का क्षेत्र में नाव परिचालन शुरू कराने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव को लेकर निजी नाव की व्यवस्था की जायेगी.

बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गयी सड़कें बूथ तक पहुंचने में होगी परेशानी

बिरौल : गौड़ाबौराम व कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में भीषण बाढ़ से दर्जनों सड़क क्षतिग्रस्त हो गये हैं. इसे लेकर मतदाताओं को बूथ तक जाना अब आसान नहीं होगा. खासकर वृद्ध व महिला मतदाता के लिये समस्या उत्पन्न हो गयी है. इसे लेकर दर्जनों वोटर अपने मताधिकार से वंचित हो सकते हैं. मालूम हो कि गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र में तीन प्रखंड बिरौल, गौड़ाबौराम व किरतपुर आता है. इन क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष बाढ़ की वजह से दर्जनों सड़क क्षतिग्रस्त हो जाती है. निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसीएलआर रवि प्रसाद चौहान ने बताया कि बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त सड़क कसरौड़-बसौली के बीच कटाव, कन्हई से आधारपुर, कुनौनी से सनकन्हैई, बरदाहा परती से पुलिया के निकट कटाव के कारण 20 मतदान केंद्र पर पहुंचने में मतदाताओं को कठिनाई होगी. इसके अलावा नदई शिवमन्दिर के निकट व नदैई-तीरा के बीच दो सौ फीट कटाव, परसरमा विद्यालय तक दो सौ फीट कटाव, बगरासी से हासोपुर तक सड़क पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त व तेनुआ में पोखर के किनारे सड़क का कटाव हो गया है. उन्होंने बताया कि इन सभी जर्जर सड़कों की मरम्मति को लेकर जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा गया है, ताकि चुनाव से पूर्व इसकी मरम्मति कर ली जाय और आसानी से मतदाता बूथ पर पहुंच सके.

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