पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए पहले चरण की सीटों के लिए जिन उम्मीदवारों को सिंबल दिया है, उनमें सबसे अधिक करीब एक दर्जन अति पिछड़े हैं. इसके साथ ही सवर्णों, दलितों और पिछड़ों सहित अन्य जातियों की भी भागीदारी संतुलित रखने की कोशिश की गयी है.
जदयू की ओर से दो महिलाएं उम्मीदवार बनायी गयी हैं, जिसमें से एक मुस्लिम और एक दलित वर्ग से हैं. इस चुनाव में पहली बार दागी नेताओं से पार्टी ने किनारा कर लिया है. ऐसे में कुछ वर्तमान विधायकों के भी टिकट काटे गये हैं. साथ ही नये चेहरों को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है.
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि 28 अक्तूबर को होने वाले पहले चरण के चुनाव के लिए जदयू ने टिकट बांटने में सामाजिक समीकरण का भरपूर ख्याल रखा है. अति पिछड़ों और पिछड़ों की आबादी को देखते हुए सबसे अधिक टिकट इन्हीं वर्गों को दी है.
Also Read: बिहार विधानसभा चुनाव 2020: राजद की पहली सूची में वरिष्ठ नेताओं के परिजनों को मिली जगह, इन उम्मीदवारों को दिए गए सिंबल…
राजद के एमवाइ समीकरण के जवाब में पार्टी ने करीब आधा दर्जन यादव उम्मीदवार भी बनाये हैं. इसके साथ ही दलित चेहरों को भी अच्छी-खासी जगह दी गयी है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya