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नेपाल और बंगाल आना-जाना होगा अधिक आसान, गलगलिया से अररिया, मुंगेर से मिर्जाचौकी फोरलेन निर्माण अगले साल से

चुनी गयी एजेंसी द्वारा दो साल में सड़क का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 23, 2020 6:25 AM

पटना : राज्य में गलगलिया से अररिया और मुंगेर से भागलपुर की मिर्जाचौकी सड़क परियोजना पर अगले साल की शुरुआत में निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने निर्माण एजेंसियों से टेंडर के माध्यम से प्रस्ताव मांगा है. यह टेंडर चार दिसंबर को खुलेगा और निर्माण एजेंसी का चयन होगा.

चुनी गयी एजेंसी द्वारा दो साल में सड़क का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है. अररिया से गलगलिया के बीच सड़क बनने से बिहार-नेपाल के समानांतर एक और सड़क हो जायेगी, जो आपातस्थिति में एनएच-57 के एक विकल्प के रूप में काम करेगी.

केंद्र सरकार ने एनएच-80 के मुंगेर से भागलपुर की मिर्जा चौकी तक फोरलेन सड़क बनाने के लिए चार पैकेजों में टेंडर निकाला है. करीब 125 किमी लंबाई में सड़क बनाने पर करीब 3491.69 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है.

टेंडर के माध्यम से निर्माण एजेंसी के चयन के बाद इसे दो साल में बनाने की समय- सीमा तय की गयी है. इस सड़क को बनने से पूर्वी बिहार और झारखंड के संथाल परगना के सुदूर इलाकों से पांच घंटे में राजधानी पटना पहुंचने में मदद मिलेगी. पथ निर्माण विभाग के अनुसार टेंडर का पहला पैकेज मुंगेर से खरिया गांव के जंक्शन तक लगभग 26 किमी लंबाई का है.

इस पर 880.88 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. दूसरे पैकेज में खरिया गांव से भागलपुर बाइपास के शुरुआत तक करीब 31 किमी की लंबाई की अनुमानित लागत 856.38 करोड़ रुपये है.

तीसरा पैकेज भागलपुर बाइपास के शुरुआत से रसूलपुर तक करीब 32 किमी लंबाई का है. इसकी अनुमानित लागत 885.50 करोड़ रुपये है. साथ ही चौथा पैकेज रसूलपुर से मिर्जाचौकी तक करीब 36 किमी की लंबाई का है. इसकी अनुमानित लागत करीब 868.93 करोड़ रुपये है.

वहीं, अररिया के अलावा सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों से नेपाल व बंगाल आना-जाना पहले से अधिक आसान हो जायेगा. अभी इस इलाके में दो लेन सड़क है. इस कारण लोगों को पूर्णिया होकर आना-जाना पड़ता है.

सूत्रों का कहना है कि करीब 94 किलोमीटर लंबी गलगलिया से अररिया सड़क के निर्माण पर करीब 1467.35 करोड़ रुपये खर्च होंगे. सड़क बनाने के बाद अगले 15 साल तक इसके रखरखाव की जिम्मेदारी भी निर्माण एजेंसी की ही होगी. एनएचएआइ ने एनएच-327इ के एलाइनमेंट पर फोरलेन सड़क बनाने के लिए दो पैकेजों में टेंडर जारी किया है.

पहले पैकेज में बिहार और पश्चिम बंगाल सीमा पर गलगलिया से बहादुरगंज 49 किमी की लंबाई में सड़क बनेगी. इसके लिए 737.1 करोड़ रुपये लागत का अनुमान है. वहीं, दूसरे पैकेज में बहादुरगंज से अररिया के बीच 45 किमी की लंबाई में सड़क बनाने पर करीब 730.25 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है.

Posted by Ashish Jha

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