मोतिहारी : भारत-नेपाल से जुड़े चंपारण में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण हो, इसके लिए दोनों देश के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर आवांक्षित तत्वों के खिलाफ कठोर निर्णय लेंगे.
इसको ले पांच अक्तूबर को नेपाल में बैठक आयोजित की गयी है, जिसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण के अलावा नेपाल के छह जिला के सीडीओ भाग लेंगे, जहां पश्चिम चंपारण के भैसालोटन से रक्सौल होते हुए ढाका के गुआबारी घाट तक करीब 150 किमी खुली सीमा पर चुनाव के पूर्व कैसी तैयारी हो ताकि परिंदा पर न मार सके.
गुआबारी घाट से सटे सीतामढ़ी जिले का बैरगनिया इलाका है. पश्चिम चंपारण में नौ में सिकटा, नरकिटयागंज, बगहा और पूर्वी चंपारण के 12 में रक्सौल, सुगौली, नरकटिया, ढाका विधान सभा क्षेत्र का उत्तरी सीमा नेपाल से जुड़ता है.
बॉर्डर पर एसएसबी के 18 बीओपी है. इसके अलावा 10 थाना व ओपी है, जहां आवांक्षित तत्व मुख्य मार्ग बदलकर गवई सड़क से सीमा क्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं. इसको ले भारत व नेपाल के अधिकारी महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे ताकि इस पर रोक लग सके.
इसके अलावा तस्करी, शराब के धंधे, हथियार, जाली नोट, असामाजिक तत्व आदि के आवाजाही पर रोक कैसे लगे. बॉर्डर सील कब से किया जाए आदि बैठक के खास विषय होंगे. बैठक की संभावना नेपाल के वीरगंज में है जिसको ले तैयारी आरंभ कर दी गयी है.
इसको ले डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने जिला उपनिर्वाचन पदाधिकारी द्वारिका रविदास, रविन्द्र कुमार चौधरी सहित अन्य अधिकारियों से तैयारी की समीक्षा की. ओएसडी सादिक अख्तर ने बताया कि बैठक नेपाल में कहां होगी अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन बैठक 5 अक्तूबर को है यह तय है.
posted by ashish jha