बिहार चुनाव 2020 के बाद प्रदेश में एनडीए(Bihar NDA) की नई सरकार में तारापुर के जदयू विधायक मेवालाल चौधरी (mewalal choudhary jdu)को नीतीश कैबिनेट(Bihar Cabinet 2020) में शिक्षा मंत्री(Bihar Education Minister) की जिम्मेदारी दी गइ है. जिसके बाद विपक्ष ने उन्हें आरोपों के जरिए निशाने पर लिया है. इस बीच एक आइपीएस अफसर की तरफ से उनकी दिवंगत पत्नी की मौत के संदर्भ में भी सवाल उठाए गए हैं. जिसके बाद अब शिक्षा मंत्री सहित जदयू ने भी पलटवार किया है.
बिहार में नए मंत्रिमंडल के गठन के बाद पहली बार मंत्री पद की जिम्मेदारी थामे मेवालाल चौधरी तारापुर से दूसरी बार विधायक चुनकर आए हैं. इस बार उन्हें नीतीश कैबिनेट में शिक्षा मंत्रालय संभालने का जिम्मा मिला है. जिसके बाद विपक्ष ने उन्हें निशाने पर लिया है और कोर्ट में चल रहे पूर्व के मामले का जिक्र करते हुए उनपर आरोप लगाया है. जिसपर पलटवार करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे बदनाम करने के लिए आरोप लगाये गये हैं. दरअसल मेरी बेहतर कार्य प्रणाली कुछ लोगों को पसंद नहीं आयी, इसलिए वे लोग आरोप लगाते रहे हैं.
वहीं एक आइपीएस अफसर की तरफ से उनकी दिवंगत पत्नी की मौत के संदर्भ में उठाये गये सवालों के बारे में शिक्षा मंत्री ने कहा कि मैं उस अफसर को लीगल नोटिस दूंगा. मैं उसके सवालों से आहत हूं.
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गौरतलब है कि मुंगेर जिले के तीन विधानसभा सीट पर 2020 के चुनाव में एक मात्र डॉ मेवालाल चौधरी जदयू के टिकट पर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे हैं. जबकि जमालपुर सीट से जदयू प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे राज्य के पूर्व ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार चुनाव हार गये.
Posted by: Thakur Shaktilochan