PM Modi Rally in Bihar, Bihar Election 2020: बिहार विधानसभा के दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों के लिए तीन नवंबर को होने वाले चुनाव के प्रचार का शोर आज शाम पांच बजे खत्म हो जायेगा. उससे पहले एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छपरा में रैली की और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि छपरा की रैली में भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की. उन्होंने बिना नाम लिए जमकर तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा. कहा कि एक युवराज जंगलराज के युवराज से मिल गया. उन्होंने कहा कि जो हाल यूपी में डबल-डबल युवराज का हुआ, वहीं बिहार में होगा और खासकर जंगलराज के युवराज का. इसस पहले पीएम मोदी ने कहा पहले चरण के मतदान से साफ नजर आ रहा है कि नीतीश बाबू के नेतृत्व में एनडीए की सरकार दोबारा बन रही है.
पहले चरण के मतदान में आपने एनडीए को जो भारी समर्थन के संकेत दिए हैं और जिन्होंने भी मतदान किया है, उनका में अभिनंदन करता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव सभाएं तो हमने पहले भी देखी हैं, चुनाव में कितनी भी गर्मी आई हो, चुनाव कितना भी नजदीक क्यों न आ गया हो. तो भी सुबह 10 बजे से पहले इतनी बड़ी विशाल रैली कभी संभव नहीं होती.
पीएम मोदी ने कहा कि आप लोगों का यह प्यार, यह अपनापन कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा. उनकी रातों की नींद उड़ गयी है, बौखलाहट में वे मोदी को गाली दे रहे हैं. मुझे गाली दे दीजिए, लेकिन बिहार की जनता पर गुस्सा मत उतारिए. सामने हाथ हिला रहे थे. उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को निशाने पर लिया. बिना नाम लिए कहा कि 3-4 साल पहले यूपी के चुनाव में भी डबल-डबल युवराज, बस के ऊपर चढ़कर लोगों के सामने हाथ हिला रहे थे. यूपी की जनता ने वहां उन्हें घर लौटा दिया था. वहां के एक युवराज, अब जंगलराज के युवराज से मिल गये हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छपरा में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की माताओं को मैं कहना चाहता हूं कि तुम छठ पूजा की तैयारी करो, दिल्ली में तुम्हारा बेटा बैठा है. इस दौरान उन्होंने कोरोना लॉकडाउन के दौरान मुफ्त अनाज की सुविधा छठ पूजा तक देने का जिक्र किया.
साथ ही एक वीडियो की भी चर्चा की कि बिहार की पीएम मोदी को लेकर क्या सोचती हैं. उन्होंने कहा कि डबल इंजन वाली एनडीए सरकार बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और ये डबल-डबल युवराज अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं.
Posted By: Utpal Kant