बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले लालू यादव को रिम्स के निदेशक बंगला से हटाया जायेगा? झामुमो ने कही यह बड़ी बात
Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020, Lalu Prasad Yadav: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को महागठबंधन में शामिल नहीं करने के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के फैसले का असर लालू प्रसाद यादव की सेहत पर पड़ सकता है? राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के निदेशक के बंगला से उन्हें अन्यत्र शिफ्ट किया जा सकता है? ऐसे तमाम सवाल उठ रहे हैं. राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने इसका जवाब भी दे दिया है.
Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020, Lalu Prasad Yadav: रांची : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को महागठबंधन में शामिल नहीं करने के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के फैसले का असर लालू प्रसाद यादव की सेहत पर पड़ सकता है? राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के निदेशक के बंगला से उन्हें अन्यत्र शिफ्ट किया जा सकता है? ऐसे तमाम सवाल उठ रहे हैं. राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने इसका जवाब भी दे दिया है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने साफ-साफ कहा है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, जो संयुक्त बिहार में भ्रष्टाचार के सबसे बड़े मामले चारा घोटाला में सजायाफ्ता हैं, कहां रहेंगे, कहां नहीं, इसका फैसला उनकी पार्टी नहीं करती. इसका फैसला जेल प्रशासन एवं रिम्स प्रबंधन करेगा.
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय जनता दल से एक भी सीट नहीं मिलने के बाद झामुमो के बिहार में अकेले ही चुनाव मैदान में उतरने के फैसले से उपजी परिस्थितियों में रांची में रिम्स निदेशक के बंगला ‘केली बंगला’ में इलाजरत लालू प्रसाद को मिली तमाम छूट वापस लिये जाने के कयासों के बीच बुधवार को सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह स्पष्टीकरण दिया.
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श्री भट्टाचार्य से भाजपा की उस टिप्पणी पर कि ‘इतनी मेहमाननवाजी काम नहीं आयी’ पर पत्रकारों ने सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा, ‘भाजपा को अपनी सेहत की चिंता करनी चाहिए. लालू जी कहां रहेंगे, कहां नहीं, इसका फैसला झामुमो नहीं करेगा. इसका फैसला जेल प्रशासन और रिम्स प्रबंधन करेगा.’ भाजपा ने महागठबंधन में कोई सीट नहीं मिलने पर झामुमो पर तंज कसा था कि ‘इतनी मेहमाननवाजी’ काम न आयी.
झारखंड की मुख्य विपक्षी पार्टी ने आरोप लगाया कि बिहार का महागठबंधन एक बार फिर से ठगबंधन ही साबित हुआ है. भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने एक बयान में कहा, ‘तथाकथित महागठबंधन आज फिर से ठगबंधन साबित हुआ. झामुमो ने सत्ता के लिए जिस प्रकार राजद के आगे घुटने टेके, उसके परिणाम सामने आने लगे हैं. चारा घोटाला के सजायाफ्ता लालू प्रसाद के लिए मेहमाननवाजी काम न आयी.’
श्री साहू ने कहा, ‘जितनी ताकत हेमंत सरकार ने लालू जी की सेवा सुश्रुषा में लगायी, उतना अगर राज्य के विकास के लिए सोचती, तो राज्य का कुछ भला होता. परंतु जनता जानती है कि हेमंत सरकार एक छलावा है, यह सिर्फ सत्ता सुख के लिए बनी है, इसका विकास से कुछ भी लेना-देना नहीं है.’
चारा घोटाला के तीन मामलों में सजायाफ्ता हैं लालू
करीब एक हजार करोड़ रुपये के चारा घोटाला से जुड़े तीन मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव न्यायिक हिरासत में रिम्स में पिछले दो वर्ष से अधिक समय से इलाजरत हैं. बिहार चुनाव से ठीक पहले कोरोना संक्रमण की आशंका की बात कहकर उन्हें रिम्स के निदेशक के भव्य बंगला में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां राजद प्रमुख लालू पर लगातार बिहार के टिकटार्थियों से मिलने और राजनीतिक मुलाकातें करने के आरोप लगते रहे हैं.
श्री सुप्रियो ने बिहार में महागठबंधन में मिलने वाली सीटों से असंतुष्ट होकर उससे अलग होकर भाजपा-जदयू गठबंधन के साथ जाने वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को झामुमो ने ‘बिकाउशील इंसान पार्टी’ करार दिया. झामुमो प्रवक्ता ने कहा, ‘आज भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से वीआईपी पार्टी का चरित्र उजागर हो गया है.’
राजद पर लगाया था ‘राजनीतिक मक्कारी’ का आरोप
अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की सूची के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनकी घोषणा गुरुवार को की जायेगी. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बिहार विधानसभा में महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ने के लिए कोई भी सीट न मिलने पर मंगलवार को राजद पर ‘राजनीतिक मक्कारी’ के आरोप लगाये थे. झारखंड की सत्ताधारी झामुमो ने राज्य गठबंधन में कांग्रेस के साथ राजद को भी शामिल किया है, जबकि राजद के पास यहां सिर्फ एक विधानसभा सीट है.
Posted By : Mithilesh Jha