विधानसभा चुनाव में खलल डालने की थी पूरी तैयारी, भारी मात्रा में बरामद हुआ नक्सल सामान
आगामी विधानसभा चुनाव में खलल डालने की चल रही नक्सली तैयारी को लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मुंगेर सीमावर्ती इलाके से कोबरा 207 बटालियन के जवानों ने नाकाम किया है. गौरतलब है कि बीते रविवार को जमुई-मुंगेर सीमावर्ती इलाके पर स्थित पैसरा के जंगली इलाके में नक्सलियों की कोबरा 207 बटालियन के जवानों के साथ मुठभेड़ हुई थी.
आगामी विधानसभा चुनाव में खलल डालने की चल रही नक्सली तैयारी को लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मुंगेर सीमावर्ती इलाके से कोबरा 207 बटालियन के जवानों ने नाकाम किया है. छापेमारी के बाद भारी मात्रा में नक्सली सामान बरामद किया है. इसमें विधानसभा चुनाव के बहिष्कार को लेकर कई सामान मौजूद है.
गौरतलब है कि बीते रविवार को जमुई-मुंगेर सीमावर्ती इलाके पर स्थित पैसरा के जंगली इलाके में नक्सलियों की कोबरा 207 बटालियन के जवानों के साथ मुठभेड़ हुई थी.ज्ञात हो कि बीते शनिवार देर शाम से ही पैरा मिलिट्री फोर्सेज और एंटी नक्सल सेल का जॉइंट ऑपरेशन जमुई-लखीसराय और मुंगेर सीमावर्ती इलाकों में चलाया जा रहा था.
इस दौरान सुरक्षाबलों ने जमुई जिले के नक्सल प्रभावित चोरमारा, गुरमाहा, कारमेघ, मुंगेर जिले के खड़गपुर, पैसरा, राजेसराई और लखीसराय जिले के सतगढ़वा, कछुआ, लाठियाकोल, हदहदीया आदि गांव में ऑपरेशन चलाया.
इसी क्रम में कोबरा 207 बटालियन के जवानों का सामना नक्सली प्रवेश के दस्ते से पैसरा के इलाके में हुआ. जहां मुठभेड़ भी हुई है. हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है, परंतु सुरक्षाबलों को देखकर नक्सली वहां से भाग निकले. इसके बाद पुलिस ने भारी मात्रा में नक्सली सामान बरामद किया है.
22 अगस्त को ही कर दी थी श्रृंगी ऋषि धाम के पुरोहित की हत्या
पैसरा के जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद कोबरा 207 बटालियन को नक्सलियों के पास से जो दस्तावेज हाथ लगे हैं उनमें नक्सलियों के बारे में कई सारी जानकारियां खुलकर सामने आई हैं. जिसमें से बीते अगस्त महीने में लखीसराय जिले के अति प्रसिद्ध श्रृंगी ऋषि धाम के पुरोहित नीरज झा हत्याकांड मामले को लेकर भी जानकारी सामने आई है. दरअसल नक्सलियों के पास से बरामद दस्तावेज में से एक में यह जिम्मेदारी ली गई है कि नक्सलियों के पीएलजीए दस्ते के द्वारा पुरोहित नीरज झा की 22 अगस्त को ही हत्या कर दी गई थी.
Posted by: Utpal Kant