Bihar Vidhan Sabha Chunav, Bihar Election 2020, Bihar Assembly Election 2015, Ladies Voter, Vote Percentage : वोट प्रतिशत के लिहाज से देखा जाए तो वर्ष 2015 में हुए बिहार विधान सभा चुनाव में पुरूषों के मुकाबले महिलाओं ने अपने अधिकार का इस्तेमाल ज्यादा किया. ज्यादातर चुनावों में सरकार गठन में उनकी भूमिका रहती है. लेकिन, महिलाओं को लेकर बड़े-बड़े वादे करने वाली यह राजनीतिक पार्टियां उस समय बैकफूट पर नजर आती हैं जब महिलाओं को टिकट देने की बात आती है. आइये जानते हैं वर्ष 2015 में हुए विधान सभा चुनाव में महिलाओं की भागीदारी के बारे में…
जैसा कि ज्ञात हो बिहार में पहली बार 1951 में विधानसभा चुनाव हुए थे. लेकिन, उसके बाद से राज्य को पहली महिला मुख्यमंत्री मिलने में कुल 46 साल लग गए. राजद सुप्रिमो लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी पहली बार 25 जुलाई 1997 को मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हुईं जो 11 फरवरी 1999 तक रहीं. वे कुल तीन बार सीएम बनने वाली बिहार की पहली महिला हैं. दूसरी बार वे 9 मार्च 1999 को इस पद पर बैठी थीं और 2 मार्च 2000 तक कार्यकाल में रहीं. इसके बाद अंतिम बार वे 11 मार्च 2000 से 6 मार्च 2005 तक मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य की जिम्मेदारी संभाली थी. गौरतलब है कि चारा घोटाले के आरोप लगने के बाद लालू यादव ने इस्तीफा देकर अपनी पत्नी राबड़ी देवी को पहली बार मुख्यमंत्री पद सौंपने का फैसला लिया था.
बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के कुल 243 विधानसभा सीट में 38 सीटें एससी और 2 सीट एसटी के लिए आरक्षित थी. जबकि, बाकी बचे 203 सीटें आम उम्मीदवार के लिए थीं.
इनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 3 करोड़ 57 लाख 82 हजार 181 थीं. जबकि, महिला मतदाताओं की संख्या 3 करोड़ 12 लाख 72 हजार 253 थीं. वहीं, थर्ड जेंडर 2116 की संख्या में थे.
हालांकि, इनमें वोट करने वाले पुरूष मतदाता महज एक करोड़ 90 लाख 78 हजार 453 थे. जबकि, महिला मतदाता एक करोड़ 89 लाख 14 हजार 687 थीं. वहीं, थर्ड जेंडर के 33 लोगों ने ही वोट किया था.
बड़ी बात यह थी की प्रतिशत के लिहाज से 2015 की सरकार बनाने में पुरूषों से ज्यादा महिलाओं की अहम भूमिका थी. पुरूषों से करीब 7 प्रतिशत ज्यादा महिला वोटरों ने वोट किया था. 2015 के चुनाव में कुल 56.66 प्रतिशत वोट पड़े थे. जिनमें कुल 60.48 प्रतिशत महिलाओं ने वोट किया था. जबकि, 53.32 प्रतिशत पुरूषों ने ही अपने अधिकार का उपयोग किया था. वहीं, महज 2 प्रतिशत थर्ड जेंडर ने वोटिंग किया था.
Posted By : Sumit Kumar Verma