Bihar: बिजली आपूर्ति कंपनियों द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तावित नये बिजली टैरिफ पर मंगलवार को विद्युत भवन स्थित बिहार विद्युत विनियामक आयोग के सभाकक्ष में जनसुनवाई होगी. इस जनसुनवाई में आयोग के अध्यक्ष शिशिर सिन्हा और सदस्य एससी चौरसिया के समक्ष बिजली कंपनियां अपने प्रस्तावित टैरिफ के पक्ष में दलील रखेंगी. वहीं, उद्योगों की तरफ बीआइए-चैंबर और सामान्य उपभोक्ताओं की ओर से रजिस्टर्ड बिजली उपभोक्ता संगठनों के प्रतिनिधि अपनी बात रखेंगे. बिजली कंपनियों ने बिजली आपूर्ति खर्च में हुई वृद्धि को आधार बनाते हुए सभी श्रेणी को मिला कर समग्रता में 40 फीसदी तक बिजली दर वृद्धि और फिक्सड चार्ज दोगुना से अधिक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है.
कंपनियों की चली तो ग्रामीण क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं को 50 यूनिट तक खपत के लिए 6.10 रुपये की जगह 8.66 रुपये , जबकि 50 यूनिट से ऊपर की खपत के लिए 6.40 रुपये की जगह 9.28 रुपये प्रति यूनिट का भुगतान करना पड़ सकता है. उनका मासिक फिक्सड चार्ज भी 20 रुपये से बढ़कर 40 रुपये हो जायेगा़. इसी तरह, शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट खपत तक 6.10 रुपये की जगह 8.66 रुपये, जबकि 100 यूनिट से ऊपर की खपत के लिए 6.95 रुपये की जगह 10.35 रुपये प्रति यूनिट का भुगतान करना पड़ सकता है. इनका मासिक फिक्सड चार्ज ढाई गुना यानी 40 रुपये से बढ़ कर 100 रुपये हो जायेगा.
कंपनी ने घरेलू व गैर घरेलू दोनों श्रेणियों में बिजली दर के तीन स्लैब को घटा कर मात्र दो स्लैब (प्रथम 100 यूनिट) और (100 यूनिट से ऊपर) करने का प्रस्ताव भी दिया है. इस प्रस्ताव पर 20 जनवरी से जनसुनवाई प्रारंभ है. हालांकि, इस बार सिर्फ तीन शहरों अरवल और पूर्णिया के बाद पटना में जनसुनवाई का कार्यक्रम निर्धारित है. बिजली कंपनी ने घरेलू, व्यावसायिक, औद्योगिक, कुटीर उद्योग, स्ट्रीट लाइट, सिंचाई सहित सभी मदों में बिजली दर को लगभग दोगुना बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है.