‍Bihar के इस जिले में युवाओं को मिलेगा बड़ा रोजगार, जानें क्या है सरकार की पूरी योजना

Bihar के बेतिया में युवाओं के लिए बड़े रोजगार के अवसर मिलने वाले हैं. आमवा मझार में जिले का पहला एग्रीकल्चर फूड प्रोसेसिंग स्टार्टअप जोन बनाया जा रहा है. कृषि विभाग उद्यान निदेशालय द्वारा बिहार के विभिन्न जिलों में अलग-अलग उद्यानिकी फसलों पर आधारित एफपीसी का गठन किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2022 8:07 PM

Bihar के बेतिया में युवाओं के लिए बड़े रोजगार के अवसर मिलने वाले हैं. कृषि विभाग उद्यान निदेशालय द्वारा बिहार राज्य उद्यानिकी उत्पाद योजना के तहत बिहार के विभिन्न जिलों में अलग-अलग उद्यानिकी फसलों पर आधारित FPC (फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी) का गठन किया गया है. इस योजना के तहत पश्चिम चंपारण जिले में हल्दी फसल का चयन किया गया है एवं हल्दी उत्पादक प्रमुख प्रखंड मझौलिया के अमवा मझार पंचायत में वेस्ट चंपारण फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी का गठन किया गया है. इस एफपीसी में वर्तमान में लगभग 200 से अधिक हल्दी कृषक जुड़े हुए हैं. इस इलाके में जल्द की फूड प्रोसेसिंग कंपनी के लिए कुशल कामगारों की भी जरूरत होगी.

अनुदानित दरों पर मिलेगा यंत्र

डीएम कुंदन कुमार ने बुधवार को अमवा मझार में निर्माणाधीन हल्दी प्रोसेसिंग यूनिट का निरीक्षण किया तथा एफपीसी से जुड़े दर्जनों हल्दी कृषकों से बातचीत कर उनसे हल्दी उत्पादन तथा बिक्री की विस्तृत जानकारी ली तथा उनका उत्साहवर्धन किया. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत एफपीसी से जुड़े कृषक सदस्यों को प्रशिक्षण, पैक हाउस का निर्माण, हल्दी प्रोसेसिंग के लिए आवश्यक यंत्रों का क्रय अनुदानित दर पर किया जाना है. इस योजना का मुख्य उदेश्य उत्पादन से लेकर उत्पादों का प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग, ब्रांडिंग तक किया जाना है, जिससे अधिक से अधिक कृषक लाभान्वित हो सके.

लागत के अनुसार नहीं मिलता दाम: किसान

हल्दी कृषकों ने बताया कि मझौलिया प्रखंड अंतर्गत करमवा, अमवा मझार, हरदिया, अमवा शेख, आदि जगहों पर बड़े पैमाने पर हल्दी की खेती होती कई दशकों से होती आ रही है. वर्तमान में लागत के अनुरूप दाम नहीं मिलने पर उनका हौसला कमजोर हो गया है तथा अब वे दूसरी फसल उपजाने की ओर विचार कर रहे हैं. डीएम ने कहा कि हल्दी कृषकों की आमदनी कैसे बढ़े, उनका विकास कैसे हो, इसी के निमित आज वे अमवा मझार पहुंचे हैं. हल्दी कृषकों की भलाई के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हल्दी कृषकों को नई टेक्नोलॉजी का उपयोग कर ज्यादा पैदावार करनी होगी. इस कार्य में सरकार एवं जिला प्रशासन हरसंभव मदद करेगी. सहायक निदेशक जिला उद्यान ने बताया गया कि उद्यानिकी उत्पाद योजना के तहत वर्तमान में 90 प्रतिशत अनुदादित दर पर पैक हाउस का निर्माण करवाया जा रहा है. इसमें हल्दी प्रोसेसिंग मशीन इन्स्टॉल करवाया जायेगा. विभाग द्वारा प्रोसेसिंग संबंधित मशीन भी 90 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध करवाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उद्यान निदेशालय द्वारा जल्द ही हल्दी प्रोसेसिंग संबंधित मशीनों को एफपीसी के सदस्यों को अनुदानित दर पर उपलब्ध करा दिया जायेगा.

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