Loading election data...

बिहार में 3 परीक्षाओं के Paper Leak मामले की चल रही जांच, CBI और EOU के सामने हो रहे कई बड़े खुलासे…

बिहार में नीट समेत 3 परीक्षाओं के पेपर लीक मामले की जांच चल रही है. जांच एजेंसियों ने कई लोगों से पूछताछ की है जिसमें कई खुलासे हुए हैं.

By ThakurShaktilochan Sandilya | July 1, 2024 7:47 AM
an image

Neet Paper Leak: बिहार में तीन पेपर लीक मामले की जांच चल रही है. नीट पेपर लीक मामले में सीबीआइ की टीम तीसरे भी दिन बेऊर जेल पहुंची. वहां इस मामले में बंद 16 आरोपियों से 7 घंटे से अधिक पूछताछ की गयी. उनमें से अधिकांश लोगों से कई तरह के प्रश्न पूछे गये.आरोपियों ने प्रश्नों का जवाब भिन्न-भिन्न दिये, जिसकी सीबीआइ जांच कर रही है. इसके साथ ही सीबीआइ ने हजारीबाग से गिरफ्तार ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. एहसानुल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम, जमालुद्दीन को 5 दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.

रिमांड पर लिए गए आरोपियों आमने-सामने बैठा करके सीबीआई ने की पूछताछ

गौरतलब है कि इससे पहले सीबीआई ने चिंटू, मुकेश, आशुतोष और मनीष प्रकाश से भी लगातार पूछताछ की जा रही है. सीबीआइ के सूत्रों का कहना है कि रिमांड पर लिए गए सभी 7आरोपियों को अलग अलग पूछताछ के बाद आमने-सामने बैठा करके भी पूछताछ की गयी. सूत्र बताते हैं कि इस दौरान सभी आरोपियों से एक प्रश्न कॉमन पूछा गया कि कि नीट पेपर लीक का मास्टर माइंड कौन है और पेपर सबसे पहले कहां से लीक हुआ. आरोपियों ने जवाब कॉमन नहीं थे. इसकी वजह से सीबीआइ बार-बार उत्तर का मिलान करके वास्तविकता का पता करने की कोशिश कर रही है.

ALSO READ: बिहार सरकार के 225 पदाधिकारियों का तबादला, परिवहन समेत 7 विभागों में हुई ताबड़तोड़ ट्रांसफर-पोस्टिंग

एहसानुल हक का कॉल डिटेल और बैंक एकाउंट की जांच

सीबीआइ ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. एहसानुल हक के पिछले 6 महीने का कॉल डिटेल खंगाल रही है. उन्होंने इस दौरान किन-किन लोगों से और कितने मिनट बात हुई है.बातचीत का मुख्य मुद्दा क्या है. इस दौरान संदिग्ध नंबरों को चिन्हित करके सीबीआइ उन नंबरों के भी कॉल डिटेल को खंगालेगी. इसके साथ ही सीबीआइ एहसानुल हल के बैंक खाते, ज्वेलरी और प्रॉपर्टी के खरीद भी लिस्ट तैयार कर रही है.जिसके आधार पैसे के बारे में पूछताछ की जाएगी.

एकरारनामा किसी से, काम किसी ने किया

शिक्षक भर्ती परीक्षा और सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड में परीक्षा एजेंसियां भी इओयू के निशाने पर हैं. दोनों मामलों में परीक्षा एजेंसी बीपीएससी और केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने प्रिंटिंग व लॉजिस्टिक आदि के लिए जिस कंपनी से एकरारनामा किया, उसने काम नहीं किया. उसने यह जिम्मेदारी थर्ड पार्टी एजेंसी को दे दी. इओयू ने इस मामले में दोनों परीक्षा एजेंसियों से पूछा है कि क्या उनको इसकी जानकारी थी या नहीं? शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में इओयू ने बेऊर जेल में बंद सात अभियुक्तों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की. रविवार को रिमांड अवधि पूरी होने के बाद उनको जेल भेज दिया गया. शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक के इन अभियुक्तों से उनके सिपाही पेपर लीक से जुड़ाव को लेकर भी पूछताछ हुई.

Exit mobile version