Bihar: संचार क्रांति के युग में राज्य के इस सरकारी बैंक में मोबाइल बैंकिंग तक की सुविधा नहीं, जानें कारण
Bihar का एक ऐसा भी सरकारी बैंक है जहां इंटरनेट बैंकिंग तो बहुत दूर की बात है, मोबाइल बैंकिंग की भी सुविधा नहीं है. संचार क्रांति के इस युग में इस बैंक में खाता रखने वाले ग्राहकों को खास परेशानी का सामना करना पड़ता है.
Bihar: उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में इंटरनेट कौन कहे, मोबाइल बैंकिंग सेवा भी उपलब्ध नहीं है, जिससे आम ग्राहकों को काफी परेशानी हो रही है. संचार क्रांति के दौर में इंटरनेट बैंकिंग अलग एवं बिल्कुल नये ढांचे के रूप में सामने आया है. जिसका उद्देश्य देश में बेतार संचार प्रौधोगिकी के क्षेत्र में हुई जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गयी है. डिजिटल बैंकिग के दौर में इंटरनेट बैंकिंग एवं इसकी दूरगामी पहुंच का लाभ उठाते हुए लोगों को आर्थिक लेनदेन में सुलभ सेवाएं उपलब्ध करवाना है. इसलिए बैंक की विकास के लिए अपने इंटरनेट साइट की आवश्यकता है.
उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की हो रही उपेक्षाएं
दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक तो मोबाइल बैंकिंग शुरू कर दिया है, जिससे कुछ हद तक इंटरनेट बैंकिंग के तहत फंड ट्रांसफर, खाते के बैलेंस की जानकारी आदि सुविधाएं ग्राहकों को मिल रही है, लेकिन अब तक उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में मोबाइल बैकिंग नहीं शुरू किया गया है. उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के ग्राहक रघुनाथपुर निवासी मजिस्टर माझाी का कहना है कि हमने ग्रामीण बैंक से बाइक लोन पर लिया है. ग्रामीण बैंक में नेट बैकिंग एवं मोबाइल बैंकिंग नहीं होने पर बैंक से पैसा निकाल कर ग्रामीण बैंक में जमा करते हैं.
बाजार में बने रहने के लिए सुविधा जरूरी
ज्वाइंट फोरम ऑफ ग्रामीण बैंक यूनियन्स के संयोजक डीएन त्रिवेदी का कहना है कि ग्रामीण बैंक को बैंकिंग कारोबार में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और निजी क्षेत्र के बैंकों के बीच जबर्दस्त प्रतिस्पर्धात्मक होड़ है. इसे सरवाइव करने के लिए हर हाल में इंटरनेटर बैंकिंग सेवा शुरू करनी होगी, अन्यथा ग्रामीण बैंकों का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है. वहीं, बंजरिया के मनीष कुमार सिंह ने कहा कि मेरा खाता जानपुर चौक स्थित ग्रामीण बैंक में है. पे-फोन नहीं चल रहा था, जिससे ऑनलाइन पेमेंट करने में परेशानी हो रही थी, ग्रामीण बैक में खाता बंद कर दूसरे बैंक में खाता खोल दिया.