बिहार के पूर्व सीएम और हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjh) ने निजी सेक्टर (Reservation In Private Sector) में आरक्षण की मांग कर डाली है. उन्होंने आरक्षण का विरोध करने वालों को दलित, आदिवासियों का विरोधी करार दे डाला है. जीतनराम मांझी के बयान पर सियासी हंगामा तय है. इसके पहले भी जीतनराम मांझी के कई बयान पर विपक्षी दल हमलावर होते दिख चुके हैं.
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जीतनराम मांझी ने बुधवार को ट्वीट करके निजी सेक्टर से लेकर न्यायपालिका में आरक्षण लागू करने की मांग की. जीतनराम मांझी ने लिखा ‘आरक्षण था, है और जब तक सब बराबर ना हो जाएं तब तक रहेगा. दलित-आदिवासियों के विरोधी ही आरक्षण में संशोधन की बात कह सकतें हैं. हमारा तो मानना है कि निजी क्षेत्रों और न्यायपालिका में भी आरक्षण हो और इसके लिए जल्द ही हम दिल्ली में कार्यक्रम करेंगे.’
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निजी सेक्टर में आरक्षण के मुद्दे पर जीतनराम मांझी के बयान पर हंगामा तय है. अगर बिहार के विपक्षी दलों को देखें तो वो भी आरक्षण को लेकर बयानबाजी करते रहे हैं. अब, जीतनराम मांझी ने बयान दिया है तो उन पर पलटवार जरूर होगा. इसके पहले भी जीतनराम मांझी के कई बयान पर विपक्षी दलों की बेचैनी बढ़ती देखी गई है. इस बार भी विपक्षी दलों के नेताओं के बयान आने तय हैं. बताते चलें इसके पहले भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जीतनराम मांझी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की क्लास लगा दी थी.