बिहार बेखौफ अपराधी, सहरसा में मुखिया की गोली मारकर हत्या, चुनावी रंजिश की आशंका
बेखौफ अपराधियों ने एक मुखिया की गोली मारकर हत्या कर दी है. वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गये. मृतक की पहचान सौरबाजार प्रखंड के खजुरी पंचायत के मुखिया रंजीत साह के रूप में हुई है.
सहरसा. बिहार में पंचायत प्रतिनिधियों पर हमले बदस्तूर जारी हैं. सरकार की ओर से लाख आश्वासन के बावजूद एक के बाद एक हत्याएं हो रही है. ताजा मामला सहरसा जिले का है. यहां बेखौफ अपराधियों ने एक मुखिया की गोली मारकर हत्या कर दी है. वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गये. मृतक की पहचान सौरबाजार प्रखंड के खजुरी पंचायत के मुखिया रंजीत साह के रूप में हुई है.
पुलिस मामले की जांच कर रही है
घटना के बाद मृतक मुखिया के परिजनों में कोहराम मचा है. घटना सौरबाजार थाना क्षेत्र के बैजनाथपुर पुलिस शिविर के पास की है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. अब तक किसी अपराधी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है. वारदात के बाद इलाके में दहशत का माहौल है.
सड़क को जाम कर आगजनी की
गुस्साये परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क को जाम कर आगजनी की है. लोगों की मांग है कि आये दिन हो रहे आपराधिक घटनाओं के बावजूद पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. केवल प्राथमिकी दर्ज कर जांच की बात कह कर मामले को दबा दे रही है. लोगों ने घंटों पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.
खौजरी ढाला के पास हुई हत्या
घटना के संबंध में बताया जाता है कि खजुरी पंचायत के मुखिया रंजीत साह अपने घर लौट रहे थे. जैसे ही वे खौजरी ढाला के पास पहुंचे, वहां पहले से घात लगाये बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने ओवरटेक कर मुखिया के सीने में गोली मार दी. गोली मारने के बाद सभी अपराधी फरार हो गए.
आसपास के ग्रामीणों ने दी सूचना
गोली की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे. लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. आनन-फानन में खून से लथपथ मुखिया को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिजनों का कहना है कि हत्या के पीछे चुनावी रंजिश है. पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है.
मंत्री उठा चुके हैं सुरक्षा का मामला
बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने के बाद लगातार जनप्रतिनिधि अपराधियों के निशाने पर हैं. कई जिलों में मुखिया या अन्य सदस्य की हत्याएं हो चुकी हैं. पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कई बार जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा का मामला उठाया है. उन्होंने सुरक्षागार्ड और हथियार का लाइसेंस देने की भी बात कही है.