बिजली में आत्मनिर्भर होगा बिहार, इस जिले में बनने जा रहा पहला इंटरनेशनल सुपर पावर ग्रिड

इस ग्रिड को बनाने का खर्च करीब 4300 करोड़ रुपये केंद्र सरकार वहन करेगी. इसके लिए करीब 150 एकड़ जमीन बिहार सरकार उपलब्ध करवायेगी. इसका पैसा भी केंद्र सरकार देगी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 7, 2021 2:15 PM

पटना. राज्य में पहला इंटरनेशनल सुपर पावर ग्रिड कटिहार के कोढ़ा प्रखंड में बनेगा. यह ग्रिड 756 केवी क्षमता का होगा और इससे करीब एक हजार मेगावाट विद्युत आपूर्ति (पावर फ्लो) कटिहार से करीब 177 किमी दूर बांग्लादेश के पारबोतिपुर और पारबोतिपुर से करीब 238 किमी दूर असम के बोरनगर में हो सकेगी.

इस ग्रिड को बनाने का खर्च करीब 4300 करोड़ रुपये केंद्र सरकार वहन करेगी. इसके लिए करीब 150 एकड़ जमीन बिहार सरकार उपलब्ध करवायेगी. इसका पैसा भी केंद्र सरकार देगी.

यह जानकारी ऊर्जा विभाग के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी. इसकी सहमति देने पर उन्होंने केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह और प्रधानमंत्री के सचिव को धन्यवाद दिया है.

ऊर्जा विभाग के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि बिहार में यह पहला इंटरनेशनल सुपर पावर ग्रिड है. साथ ही राज्य में यह दूसरा सुपर पावर ग्रिड है. इससे पहले इस तरह का सुपर पावर ग्रिड गया में करीब 106 एकड़ जमीन पर है.

कटिहार जिले में ग्रिड के बनने से बिहार की क्षमता में बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही नेपाल से सीतामढ़ी के बीच करीब 257 किमी की लंबाई में करीब 1300 करोड़ रुपये की लागत से अरुण कोसी नदी पर पनबिजली परियोजना बन रही है.

इससे करीब 900 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो सकेगा. इसे सतलुज जल विद्युत निगम बना रहा है जो बक्सर के चौसा में भी 1320 मेगावाट क्षमता का थर्मल पावर प्लांट बना रहा है.

इस दौरान विभाग के सचिव सह बिजली कंपनी के सीएमडी संजीव हंस और बिहार राज्य पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के एमडी संदीप कुमार आर पुदकलकट्टी सहित पावर ग्रिड के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

Posted by Ashish Jha

Next Article

Exit mobile version