Loading election data...

Bihar Flood: नेपाल में बारिश से सुपौल में तबाही शुरू, 50 से अधिक घरों को निंगल चुकी कोसी, पलायन शुरू

Bihar Flood Update: नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश ने बिहार में तबाही मचाया है. सुपौल में कोसी का कहर जारी है. तेलवा पंचायत के वार्ड 5 में 50 से अधिक परिवारों के घर कोसी में समा गये.

By Prabhat Khabar News Desk | August 3, 2022 10:53 AM
an image

Bihar Flood : नेपाल की तराई एवं कोसी नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हुई लगातार बारिश (Nepal Rain Update) की वजह से कोसी नदी उफान पर है. मंगलवार को कोसी नदी का डिस्चार्ज इस वर्ष के सबसे अधिक स्तर पर पहुंच गया. सुपौल में कोसी की तबाही देखने को मिल रही है. 50 से अधिक घर नदी में विलीन हो गये हैं.

कोसी बराज में सर्वाधिक डिस्चार्ज

वीरपुर स्थित कोसी बराज पर शाम 06 बजे नदी का कुल डिस्चार्ज 02 लाख 41 हजार 330 क्यूसेक दर्ज किया गया. जो इस वर्ष मानसून के मौसम में नदी का सर्वाधिक डिस्चार्ज है. कोसी नदी के उफनाने से तटबंध के भीतर बसे गांव में बाढ के जैसे हालत उत्पन्न हो गये है. जिससे बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें बढ गई है.

उंचे स्थान की ओर पलायन

दर्जनों गांव में नदी के पानी फैलने से लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जहां भोजन, पानी, शौचालय एवं पशुचारे के लिए लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिन लोगों के घर आंगन में नदी का पानी प्रवेश कर गया है. वे उंचे स्थान की ओर पलायन करने लगे हैं. सदर प्रखंड के बलवा, पिपराखुर्द, घूरन, बसबिट्टी, गोपालपुरसिरे, तेलवा आदि पंचायत के कई गांव में नदी का कटाव भी तेज हो गया है. जिस कारण लोग विस्थापित हो रहे हैं.

कोसी के उफान से बढ़ रहा खतरा

जानकारी अनुसार विगत चार दिनों से लगातार कोसी नदी के जल स्तर में वृद्धि हो रही है. नदी की तेज धारा देखते ही देखते तटबंध के भीतर बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों के घरों को अपने आगोश में लेने लगा है. जिस कारण बाढ़ पीड़ितों में अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया है. लोग अपने-अपने घरों को तोड़ कर सुरक्षित स्थान पर ले जाने लगे हैं.

57 परिवार के घर नदी में विलीन

सदर प्रखंड अंतर्गत तेलवा पंचायत के वार्ड नंबर तीन, चार एवं पांच में काफी मात्रा में बाढ़ का पानी फैल गया. जहां सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूब गयी. वहीं वार्ड नंबर पांच के 57 परिवार के घर नदी में विलीन हो गये.

Published By: Thakur Shaktilochan

Exit mobile version