Bihar Flood Update: बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय है. लगातार हो रही बारिश से नदियों में उफान है. नेपाल और उत्तर प्रदेश में हो रही भारी बारिश भी इसकी एक वजह है. अंग क्षेत्र व कोसी-सीमांचल इलाकों की नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. गंगा, कोसी, बरंडी नदी में उफान देखा जा रहा है.
भागलपुर में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी पिछले 10 दिनों से जारी है. अबतक में सबसे ज्यादा गुरुवार को जलस्तर में वृद्धि का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है. भागलपुर में 24 घंटे में 58 सेंटीमीटर तक जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. बीते बुधवार को जलस्तर 27.07 मीटर पर था, जो गुरुवार दोपहर दो बजे तक में बढ़कर 27.65 मीटर पर पहुंच गया है. हालांकि अभी यह खतरे के निशान से 6.03 मीटर नीचे है. इधर, जलस्तर में अभी वृद्धि जारी रहने की बात कही जा रही है.
नेपाल के पहाड़ी इलाके में रूक-रूक कर हो रही बारिश के कारण कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ने और घटने का सिलसिला जारी है. दोनों ही परिस्थितियों में लोगों की चिंता बढ़ी रहती है. अगर पानी में बढ़ोतरी होती है तो बाढ़ मुसीबत बनती है, वहीं अगर पानी घटने लगता है तो कटाव का संकट बढ़ने लगता है. कोसी- सीमांचल क्षेत्र की बात करें तो कटिहार व सुपौल में चिंता करने वाले हालात बने हुए हैं.
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कटिहार जिले की सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि गुरुवार को भी जारी रही. महानंदा, गंगा, बरंडी एवं कोसी नदी के जलस्तर पिछले 12 घंटे के दौरान 22 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि अधिकतर नदियां अभी खतरे के निशान से नीचे है. कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज पर गुरुवार की सुबह 26.06 मीटर दर्ज की गयी. शाम में यहां का जलस्तर बढ़कर 26.24 मीटर हो गया. महानंदा नदी का जलस्तर भी लगभग सभी जगहों पर बढ़ता जा रहा है.
सुपौल नेपाल के पहाड़ी इलाके की बारिश से प्रभावित होता है. अभी कोसी नदी का जलस्तर बढ़ और घट रहा है. स्थानीय लोग बताते हैं कि कोसी बाढ़ से अधिक कटाव से तबाही मचाती है. नेपाल के पहाड़ी इलाके में बारिश थमने के बाद गुरुवार को सुबह 06 बजे से कोसी नदी का जलस्तर भी लगातार घटने लगा. सुबह 06 बजे जहां कोसी बराज पर 01 लाख 28 हजार 560 क्यूसेक पानी मापा गया. वहीं बराह क्षेत्र में 83 हजार 125 क्यूसेक पानी मापा गया. लेकिन शाम चार बजे कोसी बराज पर 01 लाख 06 हजार 910 क्यूसेक व बराह क्षेत्र में 66 हजार 850 क्यूसेक पानी मापा गया.
कोसी नदी के जल स्तर में उतार-चढाव के बाद कोसी तटबंध के भीतर बसे सुपौल के दर्जनों गांव में पानी प्रवेश कर गया है. सदर प्रखंड के बलवा, डभारी, घूरन, बसबिट्टी, तेलवा, पिपराखुर्द आदि गांव में लोगों के दरवाजे तक पानी पहुंच चुका है. जिस कारण लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
Published By: Thakur Shaktilochan