लाइव अपडेट
बिहार में सभी नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव की संभावना
पटना : बिहार में गंगा, कोसी, गंडक, बुढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा और महानंदा नदियां मंगलवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं. इन सभी नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव की संभावना है. वही जल संसाधन विभाग ने अपने सभी तटबंधों को सुरक्षित होने का दावा किया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कोसी नदी का जलस्तर खगड़िया जिले के बलतारा में खतरे के निशान से 182 सेंमी ऊपर और कुरसेला में खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर था. इसमें कमी होने की संभावना है.
वहीं, गंडक नदी का जलस्तर रेवा घाट में 13 सेंटीमीटर और गोपालगंज के डुमरिया घाट पर खतरे के निशान से 142 सेंमी ऊपर था. बुढ़ी गंडक नदी लालबेगिया घाट में खतरे के निशान से 95 सेंटीमीटर, सिकंदरपुर में 114 सेंटीमीटर, समस्तीपुर रेल पुल के पास 152 सेंटीमीटर, रोसड़ा में 246 सेंमी और खगड़िया में खतरे के निशान से 63 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. बागमती नदी ढेंग ब्रिज में 10 सेंमी, रुन्नीसैदपुर में 157 सेंटीमीटर, बेनीबाद में 97 सेंटीमीटर और हायाघाट में खतरे के निशान से 194 सेंमी ऊपर बह रही थी.
कमला बलान का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर और झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से 27 सेंटीमीटर नीचे था. अधवारा समूह की नदियां कमतौल में 101 सेंमी और एकमीघाट में खतरे के निशान से 173 सेंमी ऊपर बह रही थी. महानंदा नदी ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 34 सेंमी और झावा में एक सेंमी नीचे बह रही थी. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 18 सेंटीमीटर और गंगपुर सिसवन में 18 सेंटीमीटर नीचे था.
शौच जाने के दौरान बाढ़ के पानी में डूबने से निजी शिक्षक की मौत
सारण जिले के पानापुर थाना क्षेत्र के दुबौली धोबी टोला में मंगलवार को बाढ़ के पानी में डूब कर निजी शिक्षक की मौत हो गयी. मृत शिक्षक 50 वर्षीय हवलदार राय बताये जाते हैं. बताया जाता है कि बाढ़ के कारण छत पर शरण लिये शिक्षक मंगलवार की सुबह शौच के लिए नीचे उतरे. अंधेरा होने के कारण वे गहरे पानी में चले गये. इसमें डूब जाने से उनकी मौत हो गयी. घटना के काफी देर बाद पानी मे उतराते शव को देखकर परिजनों में कोहराम मच गया. सूचना के बाद एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची एवं शव को थाने पहुंचाया.
बूढ़ी गंडक में उफान, बाकी नदियों के जलस्तर में कमी
पटना: बूढ़ी गंडक में उफान है, जबकि शेष प्रमुख नदियों के जलस्तर में कमी दर्ज की जा रही है. बागमति मुजफ्फरपुर को छोड कर सभी जगहों पर नीचे आ रही है. अवधारा समूह की नदियों का भी जलस्तर कम हो रहा है. कमला बलान झांझारपुर में स्थिर है, जबकि दरभंगा में कोराई नदी का जलस्तर बढ़ रहा है.
मंत्री ने लोगों को बारिश से सतर्क किया
पटना : जल संसाधन मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर लोगों को बारिश से सतर्क किया है. उन्होंने लिखा है कि आज गंडक, बूढ़ी गंडक बागमती, महानंदा के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है. कल (29 जुलाई) भी गंडक, बूढ़ी गंडक, कोसी, कमला, बागमती, महानंदा के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है. विभाग द्वारा तटबंधों की सतत निगरानी की जा रही है. कृपया आप भी सतर्क रहें.
दो जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने बांका व खगड़िया के लिए चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो तीन घंटों में वर्षा और वज्रपात होने की आशंका व्यक्त की गयी है. लोगों को बादल छाने पर घर से बाहर निकलने से परहेज करने को कहा गया है.
महानंदा बढ़ पुनपुर घट रही है और भूतही बलान स्थिर
पटना : मौसम विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार महानंदा पूर्णिया और किशनगंज में उफान पर है और जलस्तर में बढोतरी हो रही है. वहीं पटना में पुनपुन का जलस्तर कम हो रहा है. मधुबनी के एकमा में भुतही बलान का जलस्तर स्थिर है. इन सभी जगहों पर नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.
डीएम ने किया बूढ़ी गंडक नदी के तटबंध का निरीक्षण
मुजफ्फरपुर: जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरपुर द्वारा अधीक्षक अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता, जल संसाधन विभाग के साथ आज बूढ़ी गंडक नदी के तटबंध का सिकंदरपुर टाउन एरिया से लेकर ढोली मुरौल तक तक निरीक्षण किया गया. साथ ही जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा मुसहरी प्रखंड के बड़ा जगन्नाथ एवं रजवाड़ा पंचायत में बाढ़ राहत कार्यों तथा सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया गया. खाने की गुणवत्ता परखने के लिए जिलाधिकारी ने केंद्र पर भोजन भी किया.
गया और नवादा जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने गया और नवादा जिलों के लिए चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो तीन घंटों में वर्षा और वज्रपात होने की आशंका व्यक्त की गयी है. लोगों को बादल छाने पर घर से बाहर निकलने से परहेज करने को कहा गया है.
डीएम ने किया तटबंधों का निरीक्षण
बेगूसराय: जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा द्वारा जिले में बाढ की स्थिति के संदर्भ में की गई तैयारियों की समीक्षा की गई तथा सभी संबंधित पदाधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया. इसके उपरांत जिला पदाधिकारी द्वारा आज चेरियाबरियारपुर, खोदावंदपुर एवं नावकोठी अंचलों में बूढ़ी गंडक नदी से संलग्न तटबंधों का निरीक्षण किया गया तथा सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया.
पॉलीथिन सीट्स उपलब्ध कराने का निर्देश
सारण: जिलाधिकारी ने जिला के पानापुर प्रखण्ड के बाढ़ प्रभावित गांवों में मोटर बोट से दौरा कर लोगों से उनकी स्थिति की जानकारी ली. जिलाधिकारी ने प्रभावित लोगों को पॉलीथिन सीट्स उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
बागमती कई जगहों पर लाल निशान से ऊपर
सीतामढ़ी में बागमती ढेंग, सोनाखान, कटौझा और अघवारा नदी सुंदरपुर व पुपरी में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. वैसे मौसम विभाग का कहना है कि इन नदियों का जलस्तर घट रहा है.
पांच जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, नालंदा व शेखपुरा के लिए चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो तीन घंटों में वर्षा और वज्रपात होने की आशंका व्यक्त की गयी है. लोगों को बादल छाने पर घर से बाहर निकलने से परहेज करने को कहा गया है.
खिरोई की तेज धारा में बह गये दो लोग, तलाश में जुटी एसडीआरएफ
दरभंगा के मुरैठा-मस्सा सड़क स्थित खनुआ पुल के समीप खिरोई नदी की तेज धार में दो लोग बह गए. ग्रामीण इसकी सूचना पुलिस एवं अंचल प्रशासन को देते हुए खोजबीन करने लगे. सफलता नहीं मिली. घटना की जानकारी मिलते ही सीओ अनिल कुमार मिश्र घटना स्थल पर पहुंचे. स्थिति का जायजा लिया. एसडीआरएफ की टीम दोनों की तलाश में जुटी है.
दरभंगा में डाकघर के दो दर्जन से अधिक शाखा बाढ़ में डूबे
दरभंगा. बाढ़ से डाक प्रमंडल अधीन दो दर्जन से अधिक शाखा डाकघर प्रभावित हो गया है. सड़क पानी में पूरी तरह डूब जाने से कर्मियों को आवागमन के लिये कड़ी मशक्कत करने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है. इस बावत ग्रामीण डाक सेवक संघ के प्रमंडलीय मंत्री राजकिशोर सहनी ने डाक अधीक्षक को पत्र भेजा है. विस्थापित कर्मचारियों को राहत मुहैया कराने के साथ ही एक माह का अग्रिम वेतन भुगतान करने की मांग की है.
सूबे की 28 सड़कों पर आवागमन बाधित
पटना. बाढ़ के कारण सूबे की 28 मुख्य सड़कों पर आवागमन बाधित है़ पांच सड़कें या ब्रिज एप्रोच पथ में दरार आ गयी है़ पथ निर्माण विभाग ने बताया कि प्रदेश में 12 ऐसे मार्ग हैं, जिन पर आवागमन ब्रिज डायवर्सन की वजह से बाधित हुआ है़ 65 ऐसे सड़क मार्ग हैं, जिनके ऊपर से पानी बह रहा है. जानकारी के अनुसार, सीतामढ़ी स्थित एनएच 77 पर सोनबरसा के पास पुराना तटबंध, मुजफ्फरपुर जिले में बारी पर रूनीसैदपुर-कतरा-कीओत्सा रोड, इस्ट चंपारण जिले में सिरनी गांव के पास ढाका-फुलवरिया रोड, चैनेर ब्रिज से 2.34 किलोमीटर दूर सतारघाट ब्रिज और एप्रोच रोड, मुजफ्फरपुर के एसएच 74 और एसएच 90 सारण को जोड़ने वाले मार्ग शामिल है़ं सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, दरभंगा, गोपालगंज के कई पथों पर पानी भर गया है.
मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रूट पर ट्रेनों का परिचालन शुरू
मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलखंड पर सोमवार से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है. रेलखंड के सुगौली-मझौलिया के बीच पुलिया की रौलिंग ट्रायल के बाद शाम साढ़े चार बजे परिचालन के लिए हरी झंडी दी गयी. इजीनियरिंग सेल ने पुल पर 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार रखने को कहा है.
गंगा, कोसी, गंडक, बागमती व महानंदा खतरे के निशान से ऊपर
पटना : गंगा, कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा और महानंदा नदियां सोमवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कोसी नदी का जल स्तर खगड़िया के बलतारा व कुरसेला में खतरे के निशान ऊपर है. गंडक नदी का जल स्तर रेवा घाट में और गोपालगंज के डुमरिया घाट पर खतरे के निशान से ऊपर है. बूढ़ी गंडक नदी लालबेगिया घाट, समस्तीपुर रेल पुल के पास, रोसड़ा में और खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है़ बागमती नदी रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी. कमला बलान का जल स्तर जयनगर में खतरे के निशान से 13 सेंटीमीटर ऊपर और झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से 13 सेंटीमीटर नीचे है़ इधर, कहलगांव में गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर है़ पटना के गांधी घाट पर गंगा का जल स्तर घटा है़