भागलपुर: गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. जल संसाधन विभाग ने दोपहर दो बजे नदियों के जलस्तर का अपडेट जारी किया. गंगा में 30 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है. कुल जलस्तर 31.95 मीटर रिकार्ड किया गया, जो खतरे के निशान से 1.73 मीटर दूर है. कहलगांव में गंगा खतरे के निशान से महज 83 सेंटीमीटर दूर है. सुलतानगंज में गंगा खतरे के निशान से दो मीटर दूर है. कुरसेला में कोसी नदी खतरे के निशान से 58 सेंटीमीटर दूर है.
गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. जलस्तर बढ़ने के साथ ही नदी किनारे रह रहे परिवारों के दिल की धड़कन बढ़ने लगी है. कटाव के साथ भी बाढ़ की आहट से लोग सहमे हैं. गुरुवार को गंगा के जलस्तर में तेजी देखी गयी. देर शाम तक रजंदीपुर व बाबूपुर मोड़ के बीच गंगा का पानी बढ़ने से संपर्क बाधित हो गया. इधर, दियारा इलाके में भी पानी बढ़ने से लोग अपना-अपना सामान लेकर भागलपुर में सुरक्षित स्थानों पर आने लगे हैं.
कहलगांव में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से नौ सेंटीमीटर के उपर बहने लगा. हालांकि केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट थोड़ी राहत देनेवाली है. मिली जानकारी के अनुसार हाथीदह, पटना, बक्सर तथा बनारस का जलस्तर फिलहाल स्थिर है. वैसे प्रति 3 घंटा में एक सेमी की बढ़ोतरी हो रही है.
संभावित बाढ़ को देखते हुए दियारा इलाके में रह रहे लोग सुरक्षित इलाके में तलाश में जुट गये हैं. गुरुवार को जलस्तर बढ़ने से लोग इस बात को ले सशंकित दिखे कि देर रात तक कई निचले इलाकों में पानी फैल सकता है. बाबूपुर मोड़ में घाट पर गंगा का जलस्तर बढ़ने से लोग परेशान हैं. घाट के पास बसे ग्रामीण अपने साजों सामान समेट रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि दो दिनों में पानी का जलस्तर इस तरह बढ़ा ,तो उन्हें अपने घरों को छोड़ना पड़ेगा.