बिहार में बाढ़ का कहर जारी है. पूर्णिया में कनकई नदी इस समय उफान पर है. पूर्णिया जिले के कनकई नदी क्षेत्र के गांव इन दिनों भीषण कटाव की चपेट में है. पानी का तेज धारा से कटाव चरम पर है. नदी के किनारे बसे ग्रामीणों का घर कटान की चपेट में आकर बर्बाद हो रहा है. इसको लेकर लोगों में दहशत का माहौल है. कटान की वजह से तबाही झेल रहे ग्रामीण मजबूरन गांव से कहीं और पलायन के लिये मजबूर हो रहे हैं. इसे लेकर आसपास में रहने वाले लोग सहमे और डरे हुए है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन से किसी प्रकार की मदद नहीं मिल रही है. नदी की तेज कटान से कई लोगों का घर गिर गया है.
बतादें कि पूर्णिया में कई गांवों का अस्तित्व समाप्त होने की कगार पर पहुंच गया है. अब नदी किनारे घर तो नहीं है, लेकिन गांव भी नदी से दूर नहीं है. इस समय कनकई नदी के आसपास वाले गांव के लोग दहशत में जी रहे है. नीचले इलाके में बाढ़ का पानी भर गया है. वहीं, पिछले साल प्राथमिक विद्यालय, तालबाड़ी टोला, आंगनबाड़ी केंद्र, सड़क मार्ग भी नदी के जद में आने से विलीन हो गया था. कई परिवार बेघर हो गये थे. कई लोग पलायन कर चुके हैं.
बिहार में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने रिपोर्ट जारी किया है. इस रिपोर्ट में राज्य के 21 जिलों में बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है. बिहार के किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, बेगूसराय, रोहतास, कैमूर लखीसराय, बक्सर, भोजपुर, नवादा, गया जहानाबाद, अरवल और औरंगाबाद में वज्रपात से बचने के लिए अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग की ओर से इन जिलों में वज्रपात से सचेत रहने की सलाह दी गई है. बताया गया है कि यहां 30 से 40 किमी प्रतिघंटा की दर से हवा चलेगी और मेघगर्जन भी होगा.