भागलपुर: बाढ़ के कारण केवल बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों को ही परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा, बल्कि शहरी लोगों को भी इसके साइड इफैक्ट हो रहे हैं. सबसे पहले हरी सब्जियां मांग के अनुरूप आपूर्ति नहीं होने लगी. बाढ़ के कारण हरी सब्जियों का उत्पादक क्षेत्र दियारा पूरी तरह से डूब गया है. इस कारण शहर के समीपवर्ती क्षेत्र जिछो-सरधो, धनकर, लोदीपुर आदि क्षेत्रों में ही सब्जी के खेत बाढ़ से बच सकें है. इस कारण बाजार की मांग यहीं पर निर्भर हो गया है और सामान्य रूप से हरी सब्जियों के भाव प्रति किलो 10 से 15 रुपये तक बढ़ गये हैं.
कृषि विभाग की मानें तो दियारा क्षेत्र में लगभग 2000 हेक्टेयर भूमि में केवल सब्जी की खेती होती है. अभी बाढ़ के कारण सब्जियों की फसल डूब गयी है. इससे खासकर नेनुआ, हरी मिर्च, करेली, भिंडी, बोड़ा, परवल, बैगन आदि की फसल डूब गयी है. बता दें कि बीते गुरुवार को बाढ़ का पानी TMBU कैंपस में बाढ़ का पानी फैल गया है. सीनेट हॉल व सामने के मैदान में पानी तेजी से भर रहा है. विवि प्रशासनिक भवन जानेवाले सड़क मार्ग पर पानी आने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है. दूसरी तरफ विवि के लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी स्थित प्रोवीसी के सरकारी आवास के कैंपस, डीएसडब्ल्यू, प्रॉक्टर के आवासीय कैंपस व मैदान में पानी तेजी से भरने लगा है.
सब्जी दुकानदार मुन्ना ने बताया कि कुछेक सब्जियों को छोड़ दें तो सभी सब्जियों की कीमत में बढ़ोतरी हो गयी है. ऐसा लग रहा है, जैसा कोई विशेष पर्व-त्योहार आ गया हो. जबकि अधिक उत्पादन मिलने से तीज में सब्जी की कीमत इस बार सामान्य थी. अभी तीज व जिउतिया का भाव बाजार में देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि शिमला मिर्च, टमाटर, फूल गोभी व हरी मिर्च अभी ऊंचे स्थानों से आ रहे हैं. इससे इनकी कीमत पर कोई खास असर नहीं है. फिर भी कुछ न कुछ महंगाई है.
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नेनुआ 15 से 20 रुपये किलो- अब- 20 से 25 रुपये किलो
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भिंडी 10-12 रुपये किलो- अब- 15 से 20 रुपये किलो
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परवल 25 से 30 रुपये किलो- अब- 30 से 40 रुपये किलो
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हरा परवल 15 रुपये किलो- अब- 20 रुपये किलो
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कद्दू 10 रुपये पीस – अब- 20 रुपये पीस
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करेली 15 से 20 रुपये किलो -अब- 25 रुपये किलो
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बोड़ा 20 रुपये किलो -अब- 30 रुपये किलो