बिहार में बाढ़ के भय से हाहाकार, गंडक में उफान से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा, कोसी का जलस्तर भी बढ़ा
मॉनसून के बिहार में पूरी तरह सक्रिय होने के कारण लगभग सभी जिलों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है. इसके कारण नदियाें का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. इससे कोशी और गंडक का जलस्तर बढ़ गया है.
मॉनसून के बिहार में पूरी तरह सक्रिय होने के कारण लगभग सभी जिलों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है. इसके कारण नदियाें का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. गोपालगंज और वाल्मीकिनगर में गंडक नदी उफान पर है और कोसी का भी जल स्तर बढ़ा है. वहीं, सीतामढ़ी जिले में बागमती व झीम नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. ऐसे में प्रदेश के कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस रहा है. कई गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. तटीय इलाके में भीषण कटाव शुरू हो गया है. कई इलाकों में सड़कों पर पानी चढ़ गया और फसल को भी क्षति पहुंची है. इधर, जल संसाधन विभाग ने किसी भी स्थिति से निबटने के लिए इंजीनियरों, संवेदकों व मजदूरों को मुस्तैद कर दिया है. नदियों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. इधर, कंट्रोल रूम से निगरानी हो रही है.
वाल्मीकिनगर बराज से पानी छोड़ा, खतरा बढ
नेपाल में पिछले 36 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. इसके कारण गंडक नदी उफान पर है. शनिवार को वाल्मीकिनगर बराज से नदी में पानी का डिस्चार्जबढ़कर 1.26 लाख क्यूसेक हो गया है. जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. विशंभरपुर में गंडक खतरे के निशान से 1.06 मीटर नीचे है, तो पतहरा में खतरे के निशान से 85 सेमी नीचे है. तेजी से बढ़ते जल स्तर से सदर प्रखंड, कुचायकोट, मांझा, बरौली, सिधवलिया व बैकुंठपुर के लगभग 43 गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. तटबंधों पर इंजीनियरों की टीम मुस्तैद हो गयी है. अभियंताओं ने तटबंधों को पूरी तरह से सुरक्षित बताया है.
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गंडक बराज में पानी बढ
वाल्मीकिनगर में भी गंडक बराज का जलस्तर बढ़ रहा है. शनिवार को गंडक बराज से 1.29 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्जकिया गया. जलस्तर बढ़ने पर गंडक नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में चुलभठ्ठा जंगल में पानी के प्रवेश करने के अलावा ठाढी, चकदहवा व उत्तर प्रदेश के मरचहवा, शिवपुर व ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का दबाव बढ़ेगा.
सुपाैल-भागलपुर में कटाव
कोसी नदी में जल स्तर बढ़ने के बाद सुपौल में किशनपुर के मौजहा पंचायत के पांच घर नदी में विलीन हो गये हैं. कोसी प्रभावित क्षेत्र के चार सौ एकड़ में लहलहाती फसल को क्षति पहुंची है. सड़क पर भी पानी चढ गया है. एक दर्जन से अधिक परिवार के घर कटने के कगार पर हैं. भागलपुर के खरीक प्रखंड में भी भीषण कटाव हो रहा है.
प्रदेश में एक सप्ताह तक होती रहेगी बारिश
राज्य में माॅनसून की बारिश अगले एक सप्ताह तक हल्की व तेज गति में होती रहेगी. अगले 24 घंटे में उत्तर बिहार के उत्तर मध्य व उत्तर पूर्व भाग के अधिकांश जिलों और बाकी जगहाें पर हल्की व तेज बारिश की संभावना है. हालांकि आइएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक बिहार के अधिकांश हिस्सों में जुलाई में वर्षा सामान्य से कम रहने की संभावना है. अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा.