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पावर ग्रिड और सब स्टेशनों में बाढ़ का पानी घुसने से नौ जिलों के कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित
बिहार के नौ जिलों के पावर ग्रिड और सब स्टेशनों में बाढ़ का पानी घुस जाने से कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित है. इसमें दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सारण, सिवान और शिवहर जिले शामिल हैं. इन सभी जिलों के कुछ हिस्सों में अन्य स्रोतों के माध्यम से बिजली आपूर्ति बहाल की गयी है. इसके साथ ही ग्रिड और सब स्टेशन से पानी निकालने का प्रयास किया जा रहा है. बाढ़ का पानी घटने पर ही पूरी तरह से बिजली आपूर्ति बहाल की जा सकेगी. सूत्रों का कहना है कि फिलहाल दरभंगा के सुपरग्रिड और दो पावर सब स्टेशन में पानी है. वहां से आपूर्ति रोक दी गयी है. इस वजह से करीब 10 हजार उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिल पा रही है. यही हाल मोतिहारी जिले के भी पावर ग्रिड और सब स्टेशन का है. वहां भी बाढ़ का पानी घुस जाने से बिजली आपूर्ति बाधित है. सारण जिले के तरैया, अमनौर, परसा और पानापुर सब स्टेशनों में भी पानी भरने से कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. इस कारण सिवान और शिवहर जिले की भी बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है. बिजली कंपनी के सूत्रों का कहना है कि दरभंगा ट्रांसमिशन लाइन बाधित होने से पूर्वी चंपारण जिले में भी बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. इसका असर मधुबनी और सीतामढ़ी जिले में भी पड़ा है. गोपालगंज जिले के सब स्टेशनों में भी बाढ़ का पानी भरने से कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित है.
गंडक के पानी से घिरे 8386 लोगों को NDRF ने रेस्क्यू कर निकाला
गंडक नदी का तटबंध टूटने के साथ ही पकहां की गौतमी देवी अपने बच्चों के साथ फंस गयी. आस-पड़ोस के लोग अपना सामान लेकर भागने लगे. कोई गौतमी को सहयोग नहीं कर पाया. उसके घर में छाती भर पानी की धारा बहने लगी. गौतमी देवी ने मोबाइल पर एसडीओ उपेंद्र कुमार पाल को इसकी जानकारी दी. एसडीओ ने एनडीआरएफ की टीम को रात के 11 बजे पकहां में भेजकर गौतमी और उसके बच्चों को निकाला. अकेले गौतमी ही नहीं. बल्कि सदर प्रखंड के मंगुरहां में गर्भवती महिला को एनडीआरएफ ने रेस्क्यू कर निकालकर अस्पताल पहुंचवाया. गंडक नदी की बाढ़ से घिरे 8386 लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने रेसक्यू कर सुरक्षित निकाला. गर्भवती महिलाओं के अलावे नवजात बच्चों को भी निकाला गया. देवापुर में फंसे लोगों को निकालने में डीआरएफ को सर्वाधिक रेसक्यू ऑपरेशन करना पड़ा. देवापुर में कुछ लोगों के द्वारा जवानों के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया. गोपालगंज में एनडीआरएफ नौंवी बटालियन बिहटा के तीन टीम कमान संभाले हुए है. टीम कंमाडर दीपक कुमार गुप्ता के नेतृत्व में बाढ़ प्रभावित इलाके में लोगों को बचाने की मुहिम जारी है.
मही नदी उफान पर, कई इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी
छपरा में मही नदी भी रौद्र रूप दिखा रही है. बाढ़ का पानी मढ़ौरा के तरफ से मही नदी से रसूलपुर पावर ग्रिड में पहुंचकर पहले ही दर्जनों गांव को अंधेरे में रहने को विवश कर दिया है. पानी हकमा, शिकारपुर, मदारपुर, लहेर छपरा, मलाही, मानपुर, रामचक, संदलपुर, कटसा, रज्जुपुर के गांव में प्रवेश कर चुका है. बाढ़ का पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा है. बाढ़ का पानी कई घरों में घुस चुका है. रामचक गांव के गोरखनाथ सिंह, मुकेश सिंह, हरिनारायण सिंह मानपुर, मदारपुर, संदलपुर, रज्जुपुर आदि गांव के दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी पहुंच चुका है.
छपरा : भेल्दी में बाढ़ का कहर, NH पर नयी जगहों से बहाव शुरू
छपरा-रेवा एनएच-722 पर पानी के तेज बहाव लगातार कहर बरपा रहा है. इससे आवागमन काफी प्रभावित हो रहा है. निचले इलाकों में पानी घुसने के कारण लोग ऊपरी इलाकों में शरण लेने लगे हैं. रायपुरा से सोनहो तक एनएच के किनारे पानी की बढ़ोतरी से लोगों में खौफ है. बाढ़ ग्रस्त इलाकों में ना तो सामुदायिक रसोई की व्यवस्था है और ना ही कोई अधिकारी आ रहे हैं. एनएच-722 पर भेल्दी थाने के निकट बाढ़ के पानी का बहाव इतना तेज था कि प्रशासन को एनएच पर आवागमन बंद कर दूसरे रास्ते से राजधानी व अन्य जिलों के लिए वाहनों को निकालने का प्रबंध करना पड़ा था. बाढ़ के पानी का कहर एनएच पर ही खरीदाहा मोड़ के समीप पहुंच गया, यहां एनएच पर करीब 2 से 3 फीट पानी का बहाव हो रहा है.
चार जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने चार जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें बक्सर, भोजपुर, अरवल, और नवादा शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन चार जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
छह जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने छह जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें औरंगाबाद, जहानाबाद, नालंदा, लखीसराय, शेखपुरा और समस्तीपुर शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन छह जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
बाल्मिकीनगर पहुंचे सीएम नीतीश
बगहा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज चंपारण में बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई मार्ग से जायज़ा लिया. मुख्यमंत्री भितहा चंद्रपुर समेत पीपी तटबंध का निरीक्षण कर बाल्मिकीनगर पहुंचे. इंडो नेपाल सीमा पर स्थित बाल्मिकीनगर गंडक बराज का भी वो निरीक्षण करेंगे. कोरोना के मद्देनजर मीडिया को इससे दूर रखा गया है.
दो जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने दो जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें मुजफ्फरपुर और गया शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन दोनों जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का डीएम ने लिया जायजा
सारण: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन सारन जिला के बाढ़ प्रभावित लोगों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं . आज जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय के द्वारा मढ़ौरा और तरैया अंचल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से मिलकर स्थिति की जानकारी प्राप्त की गई।
नाव के माध्यम से हो रहा खाद्यान्न का वितरण
समस्तीपुर: जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जिले में बाढ़ के पानी से घिरे गाँवों में पॉस मशीन और वजन मशीन से लैस नावों के माध्यम से जन वितरण प्रणाली के खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है.
ब्रह्मपुर में टूटा रिंग बांध, घरों में घुसा पानी
सिंहवाड़ा. कटासा पंचायत के ब्रहमपुरा टाटा कॉलोनी के निकट बुधवार की देर रात रिंग बांध टूट गया. इससे बाढ़ का पानी ब्रहमपुरा गांव में फैलने लगा. घरों में पानी घुस जाने के कारण लोग घर छोड़ मवेशी समेत ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. रात में पानी प्रवेश करने के कारण लोग कुछ समझ नहीं पाये. सुबह आंख खुली तो घर-आंगन में पानी प्रवेश कर चुका था. इस बांध के टूटने से सिमरी, सिंहवाडा, रामपुरा, कोरौनी, भपुरा समेत दर्जनों गांव के प्रभावित होने की बात कही जा रही है. पूर्व सरपंच दिनेश राम ने बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री वितरण की मांग प्रखंड प्रशासन से की है.
बाढ़ का जायजा लेने बाल्मिकीनगर जायेंगे नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आज बाल्मिकीनगर जाने का कार्यक्रम है. मुख्यमंत्री वहां बाढ़ के हालात का जायजा लेंगे. वाल्मीकिनगर में मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर हर स्तर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, प्रशासन हाई अलर्ट पर है. मुख्यमंत्री वाल्मीकिनगर दौरे पर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे और साथ ही साथ बाढ़ को लेकर सरकार की तरफ से की गई तैयारी का जायजा लेंगे.
बागमती नदी का पश्चिमी तटबंध दो स्थानों पर धंसा
केवटी प्रखंड की माधोपट्टी पंचायत में गुरुवार को बागमती नदी का पश्चिमी तटबंध दो स्थानों पर धंस गया. इससे पानी धीरे-धीरे निकल कर गांव में फैलने लगा. यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गयी. कुछ देर के लिए गांव में अफरा-तफरी मच गयी. सजग ग्रामीणों ने मरम्मत कर तटबंध टूटने से बचा लिया. दोनों स्थानों की मरम्मत में प्रशासन का सहयोग मिलने की बात कही जा रही है. पूर्व मुखिया अरविंद पाठक व पूर्व जिपस संजय यादव ने बताया कि प्रशासन के सहयोग से ग्रामीणों ने मशक्कत कर सिर्फ तटबंध को टूटने से ही नहीं बचाया, बल्कि करीब आधा दर्जन रिसाव स्थलों को भी बंद कर दिया. इससे तत्काल खतरा तो टल गया है, लेकिन नदी में जलस्तर बढ़ा हुआ है. कब क्या होगा, कहा नहीं जा सकता.
एनडीआरएफ ने सर्पदंश से पीड़ित को बचाया
एनडीआरएफ की टीम ने दरभंगा के हनुमान नगर प्रखंड के बाढ़ग्रस्त गांव से सर्पदंश से पीड़ित महिला को रेस्क्यू कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. एनडीआरएफ ने अब तक सर्पदंश से पीड़ित छह लोगों की जान बचायी है़ कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि सुबह हनुमान नगर (दरभंगा) के सीओ ने 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ की टीम को सर्पदंश से पीड़िता की सूचना दी़ टीम ने आंबेडकर नगर गांव से सर्पदंश से पीड़ित श्रीमती यशोदा देवी को मोटर बोट से रेस्क्यू कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हनुमान नगर पहुंचाया़
समस्तीपुर रेलखंड पर फिलहाल नहीं चलेंगी ट्रेनें
मुजफ्फरपुर : समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है. इस रेलखंड पर फिलहाल अगले आदेश तक ट्रेनों को नहीं चलाया जायेगा. इसके कारण सात अगस्त को दरभंगा से खुलने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस वाया सीतामढ़ी मुजफ्फरपुर के रास्ते जायेगी.
4.50 लाख के खाते में भेजे गये छह हजार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को दरभंगा और गोपालगंज में बाढ़पीड़ितों को मदद करने और राहत शिविरों में बेहतर प्रबंध करने के निर्देश का पालन शुरू हो गया है. सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि साढ़े चार लाख परिवारों के बैंक खाते में कुल 270.80 करोड़ रुपये की छह हजार की राशि भेजी जा चुकी है.
अब भी कई नदियां लाल निशान से ऊपर
जल संसाधन विभाग के अनुसार, कोसी नदी का जल स्तर बढ़ रहा है. बूढ़ी गंडक का जल स्तर सिकंदरपुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसरा रेल पुल एवं खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर है. बूढ़ी गंडक नदी के जल स्तर में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण तटबंधों पर दबाव बना हुआ है. इसके कारण रिसाव हो रहा है. इसको ठीक करने में इंजीनियर लगे हुए हैं. वहीं, गंगा नदी के जल स्तर में बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हथिदह, मुंगेर, भागलपुर एवं कहलगांव में वृद्धि हुई है. कमला बलान नदी का जल स्तर जयनगर वीयर एवं झंझारपुर रेल पुल के डाउन स्ट्रीम के पास खतरे के निशान से ऊपर है.