Bihar Flood Updates: बिहार में बाढ़ की स्थिति बिगड़ी, 53.67 लाख लोग बेहाल
Bihar Flood Updates: पटना : बिहार में उफनती नदियों के पानी से नये क्षेत्रों के जलमग्न हो जाने से बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गयी है तथा 14 जिलों में 53.67 लाख लोग बेहाल हैं. आपदा प्रबंधन विभाग ने यहां यह जानकारी दी. बाढ़ से किसी और के हताहत होने की खबर नहीं है. अब तक बाढ़ जनित घटनाओं में 13 लोगों की मौत हुई है. यह संख्या यथावत है. विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या शनिवार से 4.62 लाख बढ़ गयी, जबकि बाढ़ प्रभावित जिले 14 ही हैं.बाढ़ की त्रासदी से प्रभावित ग्राम पंचायत शनिवार के 1043 से बढ़कर 1059 हो गयी. बाढ़ से संबंधित खबरों के लिए बने रहे हमारे साथ...
मुख्य बातें
Bihar Flood Updates: पटना : बिहार में उफनती नदियों के पानी से नये क्षेत्रों के जलमग्न हो जाने से बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गयी है तथा 14 जिलों में 53.67 लाख लोग बेहाल हैं. आपदा प्रबंधन विभाग ने यहां यह जानकारी दी. बाढ़ से किसी और के हताहत होने की खबर नहीं है. अब तक बाढ़ जनित घटनाओं में 13 लोगों की मौत हुई है. यह संख्या यथावत है. विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या शनिवार से 4.62 लाख बढ़ गयी, जबकि बाढ़ प्रभावित जिले 14 ही हैं.बाढ़ की त्रासदी से प्रभावित ग्राम पंचायत शनिवार के 1043 से बढ़कर 1059 हो गयी. बाढ़ से संबंधित खबरों के लिए बने रहे हमारे साथ…
लाइव अपडेट
बिहार में बाढ़ का कहर, अबतक 13 की मौत
पटना : बिहार में उफनती नदियों के पानी से नये क्षेत्रों के जलमग्न हो जाने से बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गयी है तथा 14 जिलों में 53.67 लाख लोग बेहाल हैं. आपदा प्रबंधन विभाग ने यहां यह जानकारी दी. बाढ़ से किसी और के हताहत होने की खबर नहीं है. अब तक बाढ़ जनित घटनाओं में 13 लोगों की मौत हुई है. यह संख्या यथावत है. विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या शनिवार से 4.62 लाख बढ़ गयी, जबकि बाढ़ प्रभावित जिले 14 ही हैं.बाढ़ की त्रासदी से प्रभावित ग्राम पंचायत शनिवार के 1043 से बढ़कर 1059 हो गयी.
मुजफ्फरपुर जिले में रविवार तड़के तिरहुत नहर का तटबंध टूट जाने से मुरौल प्रखंड के कम से कम एक दर्जन गांवों में पानी भर गया. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीमें मौके पर तैनात की गयी हैं. मुजफ्फरपुर 16.89 लाख बाढ़ प्रभावितों के साथ ही बाढ़ से सबसे अधिक तबाह जिला है. दरभंगा जिला दूसरे नंबर पर है जहां बाढ़ से 12.40 लाख लोग बेहाल हैं. पूर्वी चंपारण 8.09 लाख बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ तीसरे नंबर पर है. राज्य में बाढ़ प्रभावित कुल लोगों में आधे मुजफ्फपुर और दरभंगा जिलों में हैं. जिन 13 लोगों की बाढ़ जनित घटनाओं में मौत हुई है, उनमें सात दरभंगा के थे, चार पश्चिम चंपारण के और दो मुजफ्फरपुर के थे.
बुलेटिन के अनुसार एनडीआरएफ की 20और एसडीआरएफ की 11 टीमें बचाव अभियान में लगी हैं और उन्होंने अब तक 4.03 लाख लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से बाहर निकाला. बागमती, बूढ़ी गंडक, कमलाबलान, अधवारा, खिरोई, महानंदा और घाघरा जैसी नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. सीतामढ़ी शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सीवान और मधुबनी बाढ़ प्रभावित 14 जिले हैं.
तिरहुत नहर का तटबंध टूटने की वजह हो सकता है पानी का गहरा दबाव
मुजफ्फरपुर : बिहार में मुजफ्फरपुर जिले में रविवार तड़के तिरहुत नहर का तटबंध टूट जाने से कम से कम छह गांवों में पानी भर गया. एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार करीब साढ़े तीन बजे मुरौल प्रखंड के पिलखी गांव के समीप तटबंध टूट गया. विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘ तटबंधन में 50-60 फुट हिस्सा टूट गया.'' विज्ञप्ति के मुताबिक राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीमें मोहम्मदपुर कोठी पंचायत में उस जगह पर तैनात की गयी हैं और मानक संचालन प्रक्रिया के तहत राहत कार्य चल रहा है. विज्ञप्ति के अनुसार यह नहर बूढी गंडक नदी से जुड़ी है और तटबंध टूटने की वजह पानी का गहरा दबाव हो सकता है. आसपास के प्रभावित लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है.
बढ़ रहा है अवधारा का जलस्तर
पटना : जलसांसाधन विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में अवधारा समूह की नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. सीतामढ़ी में अवधारा समूह की नदियां लाल के ऊपर बह रही है. इधर महानंदा और भूतही बलान में भी ऊफान है. महानंदा लाल के ऊपर और बलान नीचे बह रही है, लेकिन दोनों का जलस्तर बढ़ रहा है.
बूढ़ी गंडक में स्थिर, कमला व घाघरा नदी लाल निशान से ऊपर
पटना मौसम विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार बूढ़ी गंडक स्थिर है, जबकि कमला, घाघरा और कोराई नदी लाल निशान के ऊपर बह रही है. ताजा आंकड़ों के अनुसार इन नदियों में बढोतरी जारी हैं.
बागमती सभी जगहों पर लाल निशान से ऊपर
पटना : मौसम विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार बागमती का जलस्तर अब घटने लगा है. वैसे नदी अभी भी लाल से ऊपर पर बह रही है.
बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर
पटना : मौसम विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार गंगा का जलस्तर अब बढने लगा है. वैसे अभी भी गंगा बिहार में खतरे के निशान से नीचे बह रही है. ताजा आंकड़ों के अनुसार गंगा का जलस्तर बक्सर और दीघा में बढ़ने लगा है. भागलपुर के कहलगांव में भी गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है.
डीएम ने किया निरीक्षण
सारण: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं पुलिस अधीक्षक श्री हर किशोर राय ने तरैया तथा मशरख के बाढ़ प्रभावितों से मिलकर स्थिति का लिया जायजा. बाढ़ प्रभावितों के लिए जिला प्रशासन द्वारा संचालित सामुदायिक रसोई का किया गया निरीक्षण.
सभी तटबन्ध पूरी तरह सुरक्षित
खगड़िया: बूढ़ी गंडक में बढ़ते जलस्तर की सतत निगरानी रखी जा रही है. सीमवर्ती ज़िलों के पदाधिकारियों एवं बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अभियंताओं के साथ समन्वय रखा जा रहा है. इसी क्रम में तटबन्ध के कटाव प्रवण क्षेत्रो का भ्रमण किया गया. सभी तटबन्ध पूरी तरह सुरक्षित हैं.
राहत केंद्र को सैनिटाइज कराया गया
समस्तीपुर: जिलाधिकारी के निर्देशानुसार कल्याणपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित पंचायतों में परिचालन हेतु चल रहे नावों के साथ साथ बांध पर स्थित राहत केंद्र को सैनीटाइज कराया गया और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारा का वितरण किया गया।
समस्तीपुर प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
समस्तीपुर : जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया. करेह नदी के जल स्तर में लगातार हो रही है. बढ़ोतरी को लेकर अलर्ट जारी किया है. तटबंध के अंदर बसे लोगों को ऊँचे स्थानों पर जाने की हिदायत दी गयी है. माइकिंग कर लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. शिवाजीनगर ,सिंघिया ,हसनपुर और बिथान प्रखंड प्रभावित हो सकते हैं.
दो जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने दो जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें सीवान और सारण शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन दोनों जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
तिरहुत नहर का तटबंध टूटा
मुजफ्फरपुर: तिरहुत नहर का तटबंध टूटा. पानी के दबाव के तटबंध सौ फीट से ज्यादा में टूट गया. सकरा और मुरौल प्रखण्ड के सैकड़ो घर बाढ़ में डूबे. बड़े पैमाने पर क्षति की आशंका.
डूबने से 10 की मौत
मुजफ्फरपुर /भागलपुर. बाढ़ के पानी में डूबने से शनिवार को उत्तर बिहार के सीतामढ़ी में दो, पूर्वी चंपारण में एक, मधुबनी में एक, सहरसा में पांच व खगड़िया में एक की मौत हो गयी. सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग जगहों पर बाढ़ के पानी में डूबने से दो युवकों की मौत हो गयी.
एनडीआरएफ ने 9100 लोगों को सुरक्षित निकाला
पटना. एनडीआरएफ की 21 टीमें 13 जिलों में तैनात हैं. सारण में पांच, पूर्वी चंपारण में तीन, दरभंगा में दो-दो, गोपालगंज में कटिहार, किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, सीवान, वैशाली, मुजफ्फरपुर जिले में एक-एक टीम तैनात हैं. कमांडेंट विजय सिन्हा ने कहा कि शनिवार को सारण और दरभंगा जिलों में बाढ़ग्रस्त इलाके में एनडीआरएफ की टीमों ने 500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया. उन्होंने बताया कि विभिन्न जिलों में प्रशासन के सहयोग से रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर एनडीआरएफ के कार्मियों ने बाढ़ में फंसे 9,100 से अधिक लोगों सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया
सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूबी
कटिहार : जिले के मनसाही में महानंदा व कमला नदियों में पानी का बढ़ना जारी है. हजारों एकड़ भूमि की फसल बाढ़ पानी से जलमग्न हो गयी है. फिलहाल कमला नदी के उफान से मनसाही के कुरेठा पंचायत व फुलहारा पंचायत के खेतों में लगी हजारों एकड़ भूमि पर लगी धान, मखाना, मकई, पाट, साग सब्जी जैसे फसलों के डूबने से किसानों की पूंजी भी डूब चुकी है. इससे किसान हताश हैं. नदियों में पानी बढ़ने से सहरसा में भी किसान भयभीत हैं. हालांकि, अभी पानी नहीं भरा है.
गंगा नदी के जल स्तर में मामूली उतार-चढ़ाव
पटना : केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार को कोसी नदी का जल स्तर खगड़िया जिले के बलतारा व और कुरसेला में खतरे के निशान से थी. गंडक नदी का जल स्तर रेवा घाट में और गोपालगंज के डुमरिया घाट पर खतरे के निशान से ऊपर थी. बागमती, कमला बलान व अधवारा समूह की नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी. गंगा नदी के जल स्तर में मामूली उतार-चढ़ाव जारी रहा. पटना के दीघा घाट पर जल स्तर 48.43 मीटर था यह 15 सेंमी बढ़कर 48.58 मीटर हो गया. पटना के गांधी घाट पर 47.52 मीटर था इसमें 10 सेंमी की बढ़ोतरी हुई यह 47.62 मीटर हो गया.
ग्रामीणों ने की तटबंध की मरम्मत
दरभंगा के केवटी प्रखंड में बागमती नदी का पूर्वी तटबंध का पानी गांव में फैलने लगा है. तटबंध टूटने की सूचना पर दर्जनों लोग इसके बचाव में लग गये़ ग्रामीणों ने बताया कि नदी से पानी निकलना बंद नहीं हुआ, तो बिरने गांव पानी में डूब जायेगा. साथ ही यह पानी हरपुर, शीशो पूर्वी, करकौली होते हुए बाजार समिति शिवधारा तक फैल जायेगा. हालांकि, देर शाम इस तटबंध की मरम्मत करने में ग्रामीण सफल हो गये. बांस-बल्ला के साथ मिट्टी भरी बोरी डाल गांव में फैलते पानी को रोक दिया, लेकिन जिन गांवों में पानी पसर गया है़
बूढ़ी गंडक अबतक के सबसे उच्चतम स्तर पर
समस्तीपुर : बूढ़ी गंडक का जल स्तर रोसड़ा में अबतक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. इससे तटबंध पर दबाव बना हुआ है. समस्तीपुर रेल पुल से पानी के टकरा रहा है.