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गंडक खतरे के निशान से नीचे, कटाव तेज, पीड़ित गांवों में तबाही बरकरार
गंडक नदी का जलस्तर घटने के साथ ही कटाव तेज होता रहा है. नदी की उग्रता को शांत करने में पिछले छह दिनों में विभाग विफल रहा है. नदी खतरे के निशान से नीचे आ चुकी है. बांध के पास कटाव रोकने के लिए कराया गया कार्य भी नदी अपने आगोश में लेती जा रही है. यूपी के अहिरौलीदान-विशुनपुर गाइडबांध पर नदी का सीधा अटैक होने से सर्वाधिक खतरा यहां है. नदी का भारी दबाव बांध पर बना हुआ है. नदी अपना धारा बदलकर दक्षिण की ओर शिफ्ट कर रही. विशंभरपुर आंगनबाड़ी पर कटाव तेज होने से लोग अगले 24 घंटे में उसे कट जाने की आशंका जता रहे हैं. कुचायकोट प्रखंड के विशंभरपुर में छह दिनों से हो रहा कटाव अब उग्र होता जा रहा है. कटाव नहीं रुका, तो आंगनबाड़ी केंद्र के नदी में विलीन होने की आशंका है. वहीं, बैकुंठपुर में नदी के डेंजर लेवल से नीचे है. यहां फैजुल्लाहपुर-पकहां में टूटे हुए तटबंध को क्लोज करने के साथ ही जल संसाधन विभाग ने दावा किया है कि चिउटहां में भी टूटे हुए बांध को क्लोज कर लेने में विभाग को सफलता मिली है. टूटे हुए बांध के फ्रंट को बंद करने के बाद अब बैक साइट के टूटे हुए बांध को बांध लिया जायेगा. कार्यपालक अभियंता नवल किशोर सिंह की टीम ने दावा किया है कि नदी के मुहाने को क्लोज करने से अब नदी का लेबल उपर होने पर कोई खतरा नहीं है. नदी डेंजर लेबल के नीचे है.
दो से तीन घंटों में मुजफ्फरपुर और सारण में बारिश और वज्रपात की संभावना
मौसम विभाग ने तात्कालिक चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि अगले दो से तीन घंटों में मुजफ्फरपुर और सारण जिले के मेघ गर्जन / वज्रपात के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जतायी है.
बाढ़ के पानी में बर्तन धोने के दौरान डूबने से युवती की मौत
गोपालगंज : जिले के बैकुंठपुर थाने के कृतपुरा गांव में तटबंध टूटने से गांव के ओमप्रकाश मिश्रा का घर पानी के साथ बह गया था. बेघर होने के बाद पॉलीथिन के सहारे परिवार सहित जीवन यापन कर रहे थे. इसी बीच, गुरुवार को खाना बनाने के लिए बर्तन मांजने के लिए ओम प्रकाश मिश्रा की बेटी 22 वर्षीया पूजा कुमारी बाहर गयी. बाढ़ के पानी में बर्तन धोन के दौरान उसके हाथ से एक बर्तन छूट गया, जो पानी में बहने लगा. बर्तन पकड़ने के प्रयास में वह खुद फिसल कर पानी में गिर गयी. बताया जा रहा है कि देखते ही देखते पानी में डूब कर उसकी मौत हो गयी. परिजनों ने पड़ोसियों के सहारे युवती को पानी से निकाल कर उसे लेकर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाये, मगर यहां डॉक्टरों ने जांच के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस टीम युवती को पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल भेज दिया है. उधर, बाढ़ के पानी से बेघर हुए परिजनों का रो-रोकर कर बुरा हाल है.
तीन जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने तीन जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें नालंदा, जहानाबाद और अरवल शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
दो जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने दो जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें पटना और वौशाली शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन दोनों जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
तीन जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने तीन जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें भोजपुर, बक्सर और सारण शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
सभी नदियां अब भी खतरे के निशान से ऊपर
लखीसराय : जिले में बाढ़ का कहर जारी है. हालांकि कोसी एवं बागमती के जलस्तर में कमी के साथ बाढ़ प्रभवित क्षेत्र में पानी घटना आरंभ हुआ है, परंतु सभी नदियां अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. दुसरी ओर बूढ़ी गंडक के साथ गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है. जिससे गंगा व बुढ़ी गंडक क्षेत्र में बाढ़ की तबाही से लोग परेशान है. गंगा के पानी से गोगरी व परबत्ता प्रखंड के विभिन्न पंचायत के साथ नगर पंचायत गोगरी जमालपुर के दो वार्ड भी प्रभावित हुए हैं.
महानंदा डाउन फाल ट्रेंड में, गंगा व कोसी खतरे के निशान से ऊपर
कटिहार: महानंदा नदी के जलस्तर में लगातार कमी से सभी आक्राम्य स्थलों पर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है. गंगा नदी का जलस्तर रामायणुपर में स्थिर है. काढ़ागोला में गंगा नदी खतरे के निशान से 21 सेमी ऊपर बह रही है. कोसी व बरंडी नदी भी ऊफान पर है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को महानंदा नदी का जलस्तर झौआ में 29.60 मीटर, बहरखाल में 29.37 मीटर, आजमनगर में 28.55 मीटर, धबौल में 28.08 मीटर, कुर्सेल में 29.57 मीटर तथा गोविदपुर में 26.37 मीटर दर्ज किया गया है. रामायणपुर में गंगा नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है.
दियारा में बाढ़ की स्थिति बरकरार
मुंगेर : गंगा के जलस्तर में कमी होने के बाद भी दियारा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बनी हुई. जबकि फसलों की बर्बादी भी बड़े पैमाने पर हो रहा है. गंगा के जलस्तर में गिरावट के बावजूद लोगों को राहत नहीं मिल रही है. बाढ़ का पानी अब भी दियारा क्षेत्र के गांवों को घेरे हुई है. जबकि कुछ गांव में पानी अब भी खड़ा है. फलत: दियारा क्षेत्र का गांव टापू बना हुआ है. इतना ही नहीं फसलों की बर्बादी भी बड़े पैमाने पर हो रही है. क्योंकि बाढ़ का पानी दियारा क्षेत्र के साथ ही चौर एवं टाल क्षेत्र में फैला हुआ है. जिसमें फसल डूबा हुआ है. फसलों के पानी में डूबने से किसानों को जहां बड़े पैमाने पर आर्थिक क्षति हुई है. वहीं दूसरी ओर मवेशी के लिए चारा की समस्या उत्पन्न हो गयी है. अधिकांश किसान दियारा इलाके से मवेशी लेकर सड़क किनारे एवं अन्य गांवों में शरण लिए हुए है. जिसके सामने चारा की सबसे बड़ी समस्या हो गयी है.
गंगा के ऊपरी भाग इलाहाबाद व पटना में जलस्तर में लगातार हो रही है बढ़ोतरी
मुंगेर : गंगा के जलस्तर में पिछले दो दिनों से गिरावट दर्ज किया जा रहा है. सोमवार को जलस्तर 38.69 था. जिसमें धीरे-धीरे गिरावट शुरू हुआ और मंगलवार को जलस्तर 38.63 मीटर पर पहुंच गया. जबकि बुधवार को 11 सेंटीमीटर पानी में गिरावट के साथ शाम 6 बजे तक गंगा का जलस्तर 38.52 मीटर पर पहुंच गया. जो पूरी तरह से स्थिर हो गया है. केंद्रीय जल आयोग की माने तो अब पानी नहीं कम होगा. क्योंकि इलाहाबाद, बक्सर एवं पटना में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. अगर ऊपर पानी में बढोतरी जारी रहा तो गुरूवार से एक बार पुन: मुंगेर गंगा का जलस्तर बढ़ने की संभावना है.