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तेजी से घट रहा गंडक का जलस्तर, कटाव से बांध के करीब पहुंची नदी
गोपालगंज में गंडक नदी का जलस्तर तेजी से घट रहा है. घटते जलस्तर के कारण कटाव भी थमने का नाम नहीं ले रहा. छह दिनों से विशंभरपुर आंगनबाड़ी केंद्र पर कटाव हो रहा था. कटाव को देखते हुए शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्र को बचाने के लिए हाथी पांव व नायलन कैरेट से कटाव को रोकने की कोशिश हो रही है. नदी की धारा बांध के करीब पहुंच कर कटाव शुरू कर दी है. यूपी के अहिरौलीदान-विशुनपुर गाइडबांध पर नदी का सीधा अटैक होने और नदी के बांध की ओर शिफ्ट करने से सर्वाधिक खतरा यहां है. जबकि, कटाव से सदर प्रखंड में भी कटाव होने लगा है. जगीरीटोला के दो दर्जन घर नदी में समा चुका है.
गंगा में लापता हुआ 59 वर्षीय नाविक, तीन किलोमीटर दूर से नाव बरामद
बक्सर जिले के चौसा प्रखंड मुख्यालय के नरबतपुर गांव का 59 वर्षीय एक नाविक पिछले 24 घंटे से लापता है. परिजनों ने काफी खोजबीन की, परंतु कहीं पता नहीं चल सका. अनहोनी की आशंका से परिजन सशंकित हैं. बताया जा रहा है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नरबतपुर गांव के 59 वर्षीय नाविक सीताराम चौधरी गुरुवार को किसी यात्री को गंगा पार कराने के लिए नाव लेकर गये थे. गंगा पार कराने के बाद जब वह लौट कर आ रहे थे, तभी नाव का पतवार टूट जाने से अनियंत्रित हो नाविक गंगा में डूब गया. बाढ़ की तेज लहर में नाव तीन किलोमीटर दूर यूपी के पलिया घाट से बरामद की गयी है. लेकिन, नाविक का कोई अता-पता नहीं चला. ऐसे में अनहोनी की आशंका से नाविक का परिवार काफी सशंकित है. स्थानीय गोताखोरों द्वारा लापता नाविक को ढूंढ़ने का प्रयास शुक्वारर को भी जारी है. शुक्रवार को चौसा अंचलाधिकारी नवलकांत लापता नाविक के घर पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली. सीओ ने बताया कि लापता नाविक की खोजबीन स्थानीय गोताखोरों द्वारा की जा रही है.
तीन जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने तीन जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें पूर्णिया, मधेपुरा और सहरसा शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
बाढ़ राहत की समीक्षा
समस्तीपुर: जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में बाढ़ प्रभावित प्रखंड (कल्याणपुर, बिथान, सिंघिया, हसनपुर, विभूतिपुर, उजियारपुर, समस्तीपुर, सरायरंजन, खानपुर, ताजपुर और मोरवा) में राहत कार्यों की समीक्षा बैठक की गई.
गंगा व हरुहर नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी
लखीसराय. जिले के बड़हिया प्रखंड में बहने वाली एक नगर पंचायत क्षेत्र स्थित गंगा नदी एवं टाल में हरूहर नदी के जलस्तर में तीन दिनों के जल स्तर में बढ़ोतरी होने लगी है. हालांकि अभी भी बाढ़ का खतरा से एक हाथ पानी कम है. एक माह से हरूहर नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव हो रहा है, जिसके परिणामस्वरूप संपूर्ण टाल के खेत नहीं डूबा है. गंगा के जलस्तर में भी एक माह से जलस्तर में उतर-चढ़ाव हो रहा है. एक हाथ और जल स्तर बढ़ेगा तब बाढ़ का खतरा होगा. अंचलाधिकारी रामआगर ठाकुर ने बताया कि दोनों नदियों के जलस्तर पर निगरानी बनाये हुए हैं. तैयारी पहले से किया हुआ है, इसलिए घबराने की बात नहीं है.
आज अच्छी बारिश की संभावना
सबौर. तेज हवा के साथ गुरुवार को मध्यम बारिश हुई. यह खेती किसानी के लिए लाभदायी रही. खेतों में लगे धान व सब्जियों के के लिए लाभदायक रहा. मौसम विशेषज्ञ के अनुसार अगले तीन दिनों तक मध्यम बारिश की संभावना है. तेज हवा चलने से अधिकतम तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी. गुरुवार को आसपास का अधिकतम तापमान 32 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रहा. आर्दता 79 प्रतिशत व दक्षिणी हवा 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली. 15.6 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गयी.
महानंदा के जलस्तर में कमी, गंगा व कारी कोसी शांत
कटिहार. महानंदा नदी के जलस्तर में लगातार गुरुवार को भी कमी दर्ज की गयी है. जबकि गंगा, कारी कोसी व कोसी नदी का जलस्तर शांत रहा है. बरंडी नदी के जलस्तर में कमी दर्ज की गयी है. पिछले छह घंटे के दौरान महानंदा नदी के जलस्तर में सभी स्थानों पर कमी दर्ज की गयी है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार महानंदा नदी का झौआ में गुरुवार की सुबह में जलस्तर 29.35 मीटर था, जो दोपहर 12 बजे घटकर 29.30 मीटर हो गया.
सरकारी लाभ से बने आवास भी कटाव की चपेट में
जमालपुर : प्रखंड के सिंघिया पंचायत के फरदा निवासी मदन साव ने इंदिरा आवास योजना के तहत अपना मकान तैयार किया था. बड़ी मशक्कत के बाद मकान का निर्माण कार्य पूरा हुआ और परिवार में खुशी की लहर छा गयी थी. परंतु बाढ़ के प्रकोप के कारण उसके नये आशियाना पर संकट उत्पन्न हो गया है और उसका मकान कटाव के दायरे में आ गया है जिससे लोग काफी चिंतित हैं.
बाढ़ के बढ़ते प्रभाव को लेकर राहत शिविर चिह्नित
जमालपुर. गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण जमालपुर प्रखंड के 3 पंचायतों में बाढ़ का प्रभाव बढ़ गया है. जिसे लेकर पीड़ितों का आश्रय स्थल चिन्हित किया गया है. बीडीओ राजीव कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के सिंघिया, परहम और इंदरुख पश्चिमी पंचायत के गंगा से सटे इलाकों में बाढ़ को लेकर परेशानी बनी हुई है. जिसे लेकर प्रखंड कार्यालय द्वारा ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया है. जिनका मकान कटाव के दायरे में आ गया है.
दियारा क्षेत्र का 100 से अधिक गांव में पानी
पटना : केंद्रीय जल आयोग की मानें तो इलाहाबाद व बनारस में धीमी गति से जलस्तर में बढोतरी हो रही है. अगर जमकर बारिश नहीं हुई तो कुछ सेंटीमीटर पानी बढ़ने के बाद पुन: मुंगेर में जलस्तर घटने लगेगा. इधर बाढ़ के पानी से तबाही जारी है.अभी भी दियारा क्षेत्र का 100 से अधिक गांव, टोला व कस्बा पानी से घिरा हुआ है. जिसके कारण आम लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. साथ ही जलस्तर में वृद्धि की संभावना से डरे हुए हैं. सबसे अधिक इस बाढ़ में किसानों को झेलनी पड़ रही है. क्योंकि दियारा इलाके साथ ही तटवर्टी चौर, टाल एवं अन्य क्षेत्र के खेतों में पानी घुस गया. जिसके कारण खेतों में लगी मकई, धान सहित अन्य किस्म की फसल बर्बाद होने लगी. जबकि पशुपलकों के सामने पशु चारे की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
उतार चढ़ाव के बाद स्थितर हुआ जलस्तर
पटना : मुंगेर में गुरुवार को शाम छह बजे 38.58 पर गंगा का जलस्तर स्थित है. सोमवार को जलस्तर 38.69 था. जिसमें धीरे-धीरे गिरावट शुरू हुआ और मंगलवार को जलस्तर 38.63 मीटर पर पहुंच गया. लेकिन बुधवार को 11 सेंटीमीटर पानी में गिरावट हुआ और बुधवार की शाम 6 बजे तक गंगा का जलस्तर 38.52 मीटर पर स्थित हो गया था. लेकिन बुधवार की रात और गुरुवार की सुबह 8 बजे तक जलस्तर में धीरे-धीरे वृद्धि होती रही. 6 सेंटी मीटर तक पानी में बढोतरी हुई. लेकिन उसके बाद गंगा का जलस्तर स्थिर हो गया है.