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अगस्त में होगी झमाझम बारिश, सालाना बारिश के औसत का 80 फीसदी हो चुकी वर्षा
बिहार में 800 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. यह प्रदेश के सालाना औसत बारिश का करीब 80 फीसदी है. नये आकलन के मुताबिक प्रदेश में सालाना बारिश 1050 मिलीमीटर तय की गयी है. मॉनसून के पहले दो माह में इतनी बारिश अहम मानी जा रही है. आकलन किया जा रहा है कि इस साल के मानसून सत्र में इतनी ही बारिश और हो सकती है. फिलहाल हालात ये हैं कि पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश पूरे अगस्त भर होती रहेगी. दरअसल इस साल बंगाल की खाड़ी में लगातार चक्रवात और कम दबाव का केंद्र बन रहे हैं. अगस्त में अब तक दो बार ऐसा हो चुका है. आठ अगस्त के बाद एक बार फिर बिहार में अच्छी बारिश होगी. इस दौरान अनुमान है कि उत्तर पूर्व के कुछ जिलों में भारी बारिश भी होगी. छह अगस्त तक की जानकारी के मुताबिक पूरे बिहार में सामान्य से 41 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी हैं.
गोपालगंज : बरौली में कई गांव से हटा पानी, दर्जन भर गांव अब भी बाढ़ की चपेट में
गोपालगंज जिले के बरौली प्रखंड के कई गांवों से अब पानी हटने लगा है, लेकिन अब भी प्रखंड के करीब एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट मे हैं. यहां की स्थिति दिन-प्रतिदिन नारकीय बनती जा रही है. वाल्मीकि नगर बेराज से पानी कम डिस्चार्ज होने के कारण बरौली की मुख्य सड़कों से पानी पूरी तरह उतर गया है, वहीं कोटवां, रतनसराय, सिसई, नगर पंचायत के सभी वार्डों सहित कुछ अन्य गांवों में अब पानी नाम मात्र का रह गया है. लेकिन, प्रखंड के सुरवल, कहला, नेउरी, पचरूखिया, पिपरा, महम्मदपुर निलामी, जद्दी, पंडितपुर, कुतुलुपुर, बघेजी, बलहां, रामपुर, खरबनवां आदि गांवों की स्थिति बाढ़ के पानी के कारण भयावह बनी हुई है. इन गांवों में बाढ़ का पानी घरों में जम सा गया है और पानी का प्रवाह नाम मात्र को रह गया है. इसलिए इन गांवों से पानी हटने की रफ्तार काफी धीमी है.
छपरा में नये इलाके में पहुंचा बाढ़ का पानी, बढ़ी परेशानी
सारण जिले के मढ़ौरा नगर क्षेत्र से बाढ़ के पानी का फैलाव तेजी से गांवों की ओर होने ग्रामीण क्षेत्र की परेशानी बढ़ रही है. बाढ़ का पानी नगर पंचायत सीमा को पार कर शिल्हौड़ी, अंवारी तेजपुरवां, बरदहिया पंचायत में भी तेजी से फैल रहा है. इसमें शिल्हौड़ी पूर्व टोला, अंवारी पूर्व टोला, अंवारी पश्चिम टोला, तेजपुरवां पंचायत का लेरुआ, बरदहियां का रामचक पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ चुका है. इन स्थानों पर बाढ़ का पानी का घरों में घुस जाने से लोग पलायन करने को मजबूर हैं. पानी की तेज धार और स्तर बढ़ने से लोगों में दहशत है. पूरे क्षेत्र का निचला इलाका पहले से ही बरसात के कारण पानी से भर चुका था. अब बाढ़ के पानी के प्रवेश से गांवों के ऊपरी हिस्सों में भी पानी फैल रहा है.
पांच जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने दो जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें पटना, बक्सर, भोजपुर, गया और अरवल शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन पांच जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
अगले 24 घंटों में वर्षा का पूर्वानुमान
पटना : आज और कल गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में खासकर नेपाल भूभाग में मध्यम वर्षापात का पूर्वानुमान है. 8 अगस्त को बिहार के भी कुछ इलाकों में मध्यम वर्षा का पूर्वानुमान है. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है. उन्होंने लिखा है कि जल संसाधन विभाग की टीमें अलर्ट पर हैं. आपसे भी अनुरोध है कि कृपया सतर्क रहें.
बच्चों के बीच दूध का वितरण कराने का निर्देश
समस्तीपुर: जिलाधिकारी द्वारा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (ICDS) को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाकर बच्चों के बीच दूध का वितरण कराने का निर्देश दिया गया. क्षेत्र में दूध वितरण हेतु आवश्यकता अनुसार नाव/मोटर बोट का उपयोग किया जायेगा.
पशु चारा उपलब्ध कराने की निर्देश
मुजफ्फरपुर: DM द्वारा मीनापुर प्रखंड के पानापुर, हरशेर भूसौत एवं बड़ाभारती पंचायत के बाढ़ प्रभावित परिवारों से मुलाकात और सामुदायिक किचन का निरीक्षण किया गया . लोगों की मांग पर अविलंब पशु चारा भी उपलब्ध कराने की निर्देश दिया गया.
दो जिलों में अलर्ट जारी
पटना : मौसम विभाग ने दो जिलों में अलर्ट जारी किया है. इनमें वैशाली और सिवान शामिल है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार अगले तीन घंटों में इन दोनों जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों को नदी में जाने और बादल छाने पर बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.
ट्रेनों के परिचालन में परिवर्तन
समस्तीपुर : बाढ़ के कारण रेल मंडल क्षेत्र में रेल परिचालन प्रभावित है. ऐसे में दरभंगा समस्तीपुर रेल खंड पर चलनेवाली कुछ ट्रेनों के परिचालन में परिवर्तन किया गया है.
बागमती कंसार में खतरे से नीचे
पटना : बागमति का जलस्तर धीरे धीरे नीचे आ रहा है. सीतामढी के कंसार में नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है. वैसे अन्य जगहों पर नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
स्थिति से निबटने को 16 जिलों में तैनात की गयीं 33 टीमें
बिहार सरकार ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए NDRF और SDRF सहित कुल 33 टीमों को विभिन्न जिलों में तैनात किया है. बिहार सरकार की ओर से जारी सूचना के अनुसार राज्य के कुल 16 जिले बाढ़ग्रस्त हैं. अब तक बाढ़ से 19 लोगों की मौत हो चुकी है. 12,202 लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है.
चकिया मधुबन पथ की मरम्मत शुरू
मोतिहारी: चकिया मधुबन पथ कटाव से क्षतिग्रस्त हुआ. जिलाधिकारी ने अविलंब कटाव रोधि कार्य करने को आरसीडी के अभियंता को निर्देश दिया है? मरम्मती कार्य प्रारंभ किया गया.
गंगा कहलगांव में लाल निशान से ऊपर
पटना : गंगा कहलगांव में लाल निशान से ऊपर बहने लगी है, वहीं पटना, बक्सर और मुंगेर में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. जल संसाधन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गंगा के जलस्तर में बढोतरी दर्ज की जा रही है, लेकिन अभी भी कहलगांव के अलावा गंगा बिहार के तमाम जगहों पर खतरे के निशान से नीचे बह रही है.
खगड़िया का चंद्रपुरा बांध सुरक्षित
खगड़िया का चंद्रपुरा बांध को टूटने से बचा लिया गया है. कल गंडक नदी के दबाव इस बांध पर बढ़ गया था और कुछ हिस्से में कटाव शुरु हो गया था. प्रशासन की सजगता से कटाव की मरम्मत कर दी गयी है. डीएम व एसपी की मौजूदगी में रात भर किया गया. भूमि कटाव निरोधी कार्य पूरी कर ली गयी है. तटबंध अब पूरी तरह सुरक्षित बताया जा रहा है.
समस्तीपुर मंडल के तीन रेलखंडों पर बाढ़ का साया
पटना. उत्तर बिहार में बारिश होने से बाढ़ की स्थिति खराब हो गयी है़ बाढ़ का पानी समस्तीपुर रेलमंडल के तीन रेलखंडों के पास पहुंच गया है़ इसको देखते हुए स्पेशल ट्रेनों के रूट में बदलाव किये गये हैं. पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि समस्तीपुर-दरभंगा, दरभंगा-सीतामढ़ी और सहरसा-मानसी रेलखंडों पर स्थित छह रेल पुलों के पास नदी का पानी पहुंच गया है़ इसके कारण स्पेशल ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है़ समस्तीपुर-दरभंगा मुख्य मार्ग के बीच तीन रेल पुल, दरभंगा-सीतामढ़ी रूट पर कमतौल व जोगियारा स्टेशन के बीच और सहरसा-मानसी रेलखंड पर कोपरिया से बदला घाट के बीच दो रेल पुलों के निकट नदी का पानी पहुंच गया है़ रेल अधिकारी रेल पुल का निगरानी कर रहे हैं.
कोसी व बूढ़ी गंडक समेत कई नदियां खतरे उफान पर
पटना. सूबे में कोसी, बूढ़ी गंडक, गंडक, बागमती, कमला, घाघरा, महानंदा और अधवारा नदियों का जल स्तर बुधवार को खतरे के निशान से ऊपर था. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बुधवार को कोसी नदी का जल स्तर खगड़िया जिले के बलतारा व कुरसेला में खतरे के निशान से ऊपर थी़ गंडक नदी का जल स्तर गोपालगंज के डुमरिया घाट व बूढ़ी गंडक लालबेगिया घाट, सिकंदरपुर, समस्तीपुर, रोसड़ा और खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर है़ बागमती नदी ढेंग ब्रिज में, रुन्नी सैदपुर, बेनीबाद और हायाघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी. कमला बलान का जल स्तर जयनगर और झंझारपुर रेल पुल के पास ऊपर था. अधवारा समूह की नदियां, महानंदा नदी व घाघरा नदियां भी लाल निशान के ऊपर थीं. इधर, गंगा नदी के जल स्तर में बक्सर, पटना के दीघा घाट व गांधी घाट में बढ़ोतरी दर्ज की गयी़
आठ राहत शिवरों में ठहरे हैं 12 हजार 202 लोग
1379 सामुदायिक रसोई में करीब 10 लाख लोगों को भोजन कराया गया है. 3.75 लाख बाढ़पीड़ितों के खाते में छह हजार रुपये भेजे गये हैं. अब तक कुल 225 करोड़ की रकम पीड़ितों के खाते में डाली गयी है. सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि गैर राशन कार्डधारी सुयोग्य परिवारों के लिए बनाये गये 23 लाख 38 हजार 990 नये राशन कार्ड में से अब तक 98 प्रतिशत यानी 22 लाख 90 हजार 903 राशन कार्ड वितरित कर दिये गये हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि पानी कम हो जाने से राहत शिवरों की संख्या आठ रह गयी है, जिनमें 12 हजार 202 लोग ठहरे हैं.