पटना : बिहार के 16 जिलों में बाढ़ से मची तबाही से अब तक करीब 50 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं. नदियों के तेवर से लगता है कि हाल फिलहाल इससे राहत नहीं मिले जा रहा है. गंगा समेत नौ नदियां अब भी कहीं ना कहीं लाल निशान से ऊपर बह रही हैं.
गुरुवार को भी गंगा नदी का जलस्तर इस मौसम में पहली बार कहलगांव में लाल निशान के ऊपर दर्ज की गयी, वैसे बक्सर से कहलगांव तक गंगा में 3 से 12 सेमी तक की वृद्धि दर्ज की गयी है. पटना में यह नदी लाल निशान से मात्र 46 सेमी नीचे है.
इस बीच गंडक और कोसी का डिस्चार्ज भी गुरुवार को नेपाल में हुई वर्षा के कारण कुछ बढ़ गया है. नेपाल स्थित जलग्रहण क्षेत्र में वर्षा के कारण कोसी का डिस्चार्ज गुरुवार को बराह क्षेत्र में 1.30 से बढ़कर 1.62 और बराज पर 1.66 लाख घनसेक दर्ज किया गया है. वाल्मीकिनगर बराज पर गंडक का डिस्चार्ज भी 1.72 लाख घनसेक पहुंच गया है.
कोसी बलतारा और कुरसेला में लाल निशान से ऊपर है. गंडक भी डुमरियाघाट में लाल निशान से ऊपर है. बूढ़ी गंडक रोसड़ा रेलपुल के पास कुछ नीचे उतरी है. गुरुवार को वहां नदी लाल निशान से 3.43 मीटर ऊपर बह रही है. समस्तीपुर रेलपुल के पास लाल निशान से यह नदी 2.22 मीटर ऊपर है.
दूसरी नदियों में बागमती सीतामढ़ी के कटौंझा में लाल निशान से रोज नीचे उतर रही थी, लेकिन गुरुवार को फिर चढ़कर 1.72 मीटर ऊपर बह रही है. दरभंगा में यह नदी अब भी लाल निशान से दो मीटर 30 सेमी मीटर ऊपर बह रही है. कमला नदी जयनगर में उतरी है. यह लाल निशान से फिर 30 सेमी ऊपर है। झंझारपुर में भी 1.20 मीटर ऊपर है.
लालबकेया पूर्वी चम्पारण में लाल निशान से ऊपर चढ़ने के बाद गुरुवार को फिर से अपनी सीमा में आ गयी है. अधवारा सीतामढ़ी में घटकर लाल निशान से 40 सेमी ऊपर बह रही है। खिरोई नदी दरभंगा में 2 मीटर से ज्यादा ऊपर है. महानंदा किशनगंज और पूर्णिया दोनों जगह नीचे आ गयी है. अलबत्ता घाघरा मंगलवार को एक बार फिर सीवान में लाल निशान से 86 सेमी ऊपर बहने लगी है.
गंडक : पश्चिमी व पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर व वैशाली
बूढ़ी गंडक: पश्चिमी व पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर व खगड़िया
बागमती व अधवारा: सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर व दरभंगा
कमला : मधुबनी को प्रभावित करती
कोसी : सुपौल, खगड़िया व कटिहार
महानंदा: पूर्णिया व कटिहार
posted by ashish jha