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बाढ़ की पांच पंचायतों पर बाढ़ का खतरा
गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि से पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल के पंडारक प्रखंड की पांच पंचायत डीबर रैली लेमुआबाद, पूर्वी व पश्चिमी पंडारक के गंगा किनारे बसे आबादी पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. वहीं रैली गांव के निकट बने पइन से गंगा का पानी धीरे-धीरे टाल की ओर बहने लगा है. पानी धीरे-धीरे दियारा क्षेत्र के ऊंचे इलाकों को अपने चपेट में लेने लगा है. दियारा क्षेत्र में खेती और पशु पालने वाले किसान मवेशी को लेकर पलायन करने लगे हैं. दियारा क्षेत्र का निचला इलाका पहले ही पानी में डूब चुका है. प्रशासन स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं.
थमने का नाम नहीं ले रहा कोसी का कहर
बिहार के अभिशाप के रूप में चर्चित कोसी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा. जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बीच सहरसा के महिषी क्षेत्र के कुंदह में कोसी का कटनियां गांव के अस्तित्व को मिटाने पर तुली है. बता दें कि एक पखवारा पूर्व गांव के सात गृहस्वामियों का आशियाना अपने पेट में समाने के बाद भी कोसी की भूख तृप्त नहीं हुई है. संपूर्ण गांव को अपने गर्भ में समाने को उद्धत है. कोसी की धारा उत्तर से दक्षिण की दिशा में प्रवाहित होती है, लेकिन कुंदह में पश्चिम दिशा में अपना रुख बनाते सम्पूर्ण गांव को अपने जद में लेने पर तुली है.
बेगूसराय : बलान नदी का जलस्तर बढ़ा, तेघड़ा प्रखंड के कई घरों में घुसा पानी, कई गांवों की फसल नष्ट
बेगूसराय जिले के तेघड़ा प्रखंड क्षेत्र के बलान नदी का जलस्तर बढ़ने से कई घरों में प्रवेश कर गया. वहीं, आलापुर, धनकौल, पसोपुर, गौरा, दामोदरपुर, अतरूआ, तेयाय सहित दर्जनों गांवों के चौर में लगी हजारों एकड़ में लगी फसलों को बर्बाद कर दिया. इससे किसानों को भारी आर्थिक क्षति हुई है. किसानों में मायूसी छायी हुई है. वहीं, धनकौल पंचायत के कब्रिस्तान के समीप बाढ़ के पानी से बगराहा पसोपुर का पथ ध्वस्त हो गया. इससे कई दिनों से कई गांव में आवागमन बाधित हो गया है. ग्रामीण बांस का चचरी पुल बनाकर आवागमन कर रहे हैं. किसी को अस्पताल जाना हो, तो बगराहा पसोपुर पथ होते हुए दस किलोमीटर अतिरिक्त घूम कर जाना पड़ रहा है. वहीं, फसल डूबने से हुए नुकसान के लिए किसान नेता दिनेश सिंह,अशोक राय, अभिषेक राय, कार्तिक सिंह आदि ने सरकार से क्षति का मुआवजा देने की मांग की है.
बिहार में कई जिलों में बारिश का अलर्ट
पटना : बिहार मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बिहार के कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है. बताया जा रहा है कि बंगाल में लो प्रेशर की वजह से दक्षिण और उत्तर बिहार में फिर से मानसून सक्रिय दिखेगा और अधिकांश जिलों में अगले 2 दिनों तक बारिश की संभावना है. बारिश के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिलने की भी उम्मीद है.
30 वर्षीय युवक की चंद्रभागा नदी में डूबने हुई मौत
बखरी. बखरी प्रखण्ड अंतर्गत बागवन पंचायत के सारबकोठी गांव निवासी एक युवक की मौत घर के करीब स्थित चद्रभागा नदी में डूबने से हो गयी. उक्त युवक की पहचान फागुनी सदा के 30 वर्षीय पुत्र नक्षत्र सदा के रूप में की गयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने दैनिक कार्य के दौरान पांव फिसलने के कारण अत्यधिक पानी में चले जाने से डूब गया. नक्षत्र अपने पीछे चार छोटे-छोटे बच्चे, दो लड़के एवं दो लड़कियां छोड़ गये हैं.घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर राजस्व कर्मचारी विवेकानंद सिंह ने पहुंच कर घटना के संबंध में अपने उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए बखरी थाने को सूचित किया. इस घटना से गांव में मातम छा गया एवं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. घटनास्थल पर यूथ फेडरेशन के बेगूसराय जिला उपाध्यक्ष संजय राय, अधिवक्ता गौरव कुमार ने मृतक के आश्रितों को उचित मुआवजा देने की मांग की.
गंगा का बढ़ा जल स्तर, कंगन घाट की सीढ़ी पर चढ़ा पानी
पटना सिटी. गंगा के उफान व लगातार जल स्तर बढ़ने से स्थिति खतरनाक हो चुकी है. कटाव की वजह से गंगा तट पर व पानी के अंदर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं. वहीं तट पर भी जानलेवा दलदल स्थिति भी कहीं-कहीं बन गयी है. स्थिति यह है कि खतरनाक हो चुके गंगा का पानी कंगन घाट पर बनी सीढ़ियों पर फिर पानी चढ़ गया है. हालांकि बीते माह चढ़ा पानी बीच में कम हो गया था. लेकिन फिर चढ़ गया है. स्थिति यह है कि सुबह व शाम की सैर को गंगा तट कंगन घाट आने वाले लोगों की ओर से उफनती गंगा को देखने के लिए जुट रहे हैं. यही स्थिति भद्र घाट व महावीर घाट की सीढ़ी भी पानी में डूब गयी है. गोताखोर राजेंद्र सहनी की मानें, तो कही-कहीं गंगा तट पर दलदल व कटाव की स्थिति है. वहीं पानी के अंदर भी खतरनाक गड्ढा हो गया है. ऐसे में लोगों को स्नान करने में भी परेशानी हो रही है. इधर गंगा के जल स्तर में वृद्धि से घाट के समीप रहने वाले भयभीत हैं. लोगों का कहना है कि गंगा के जल स्तर में वृद्धि से घरों में भी पानी आ सकता है.
पुनपुन नदी खतरे के निशान से पार, कई गांवों में खतरा
फुलवारीशरीफ. सकरैचा पंचायत के कई गांवों में एक बार फिर से पुनपुन नदी के बाढ़ का पानी घुसने के बढ़ते खतरे को दखते हुए नदी तल के आसपास बसे गांवों के लोगों में हड़कंप मचा हुआ है. उफनाई पुनपुन नदी में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ने से ग्रामीणों में हड़कंप है. कई गांवों के लोग रतजगा करके पानी की धार को देख रहे हैं.
मुंगेर में 16 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी
पटना : मुंगेर में 16 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी के साथ 38.30 मीटर था. भागलपुर में इसमें 26 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी वहां जल स्तर 32.97 मीटर था. कहलगांव में गंगा नदी का जल स्तर खतरे के निशान से तीन सेंटीमीटर नीचे था. वहां जल स्तर 31.06 मीटर दर्ज किया गया.
दीघा घाट पर गंगा में 13 सेंटीमीटर बढ़ोतरी
पटना : केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी का जल स्तर पटना के दीघा घाट पर 13 सेंटीमीटर बढ़ोतरी के साथ 49.73 मीटर था. वहां गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर नीचे था. हथिदह में गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर होकर 41.86 मीटर था.
गंगा पांच सेंटीमीटर ऊपर होकर 48.65 मीटर पर
पटना : पटना में गंगा खतरे के निशान से पांच सेंटीमीटर ऊपर होकर 48.65 मीटर था. इसमें 24 घंटे के दौरान 13 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी. इस नदी के जल स्तर में फिलहाल बढ़ोतरी का रुख है.