Bihar Flood Updates: बाढ़ राहत शिविरों में शुरू की गयी सोशल डिस्टैंसिंग की ट्रेनिंग

पटना: बिहार के 11 जिलों की 25 लाख आबादी बाढ़ से जूझ रही है. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि नदियों के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क है. सूबे के 11 जिलों के 101 प्रखंडों की 837 पंचायतों में बाढ़ है. बाढ़ग्रस्त जिलों में 29 राहत शिविर चलाये जा रहे हैं, जिनमें 22,997 लोग ठहरे हुए हैं. उन्होंने बताया कि 808 कम्युनिटी किचेन चलाये जा रहे हैं, जिनमें हर दिन 4,19,433 लोग भोजन कर रहे हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य में लगी है. 2,62,837 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. बाढ़ संबंधी अपडेट जानकारी के लिए बने रहे हमारे साथ....

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2020 7:57 PM

मुख्य बातें

पटना: बिहार के 11 जिलों की 25 लाख आबादी बाढ़ से जूझ रही है. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि नदियों के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क है. सूबे के 11 जिलों के 101 प्रखंडों की 837 पंचायतों में बाढ़ है. बाढ़ग्रस्त जिलों में 29 राहत शिविर चलाये जा रहे हैं, जिनमें 22,997 लोग ठहरे हुए हैं. उन्होंने बताया कि 808 कम्युनिटी किचेन चलाये जा रहे हैं, जिनमें हर दिन 4,19,433 लोग भोजन कर रहे हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य में लगी है. 2,62,837 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. बाढ़ संबंधी अपडेट जानकारी के लिए बने रहे हमारे साथ….

लाइव अपडेट

बाढ़ राहत शिविरों में शुरू की गयी सोशल डिस्टैंसिंग की ट्रेनिंग

बिहार के लोगों को एक साथ दो आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में राज्य सरकार के निर्देश पर बाढ़ राहत शिविरों में रहनेवाले पीड़ितों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया जा रहा है. इस जागरूक अभियान में लोगों को कोरोना संक्रमण से कैसे लड़ना है, इसको लेकर महिलाएं और बच्चों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. आपदा विभाग के मुताबिक 12 जिलों में बाढ़ का प्रकोप हैं. इससे लाखों लोग प्रभावित हैं. उनके लिए राहत शिविर बनाया गया है, जहां लोगों को रखा गया है. ट्रेनिंग में बताया जा रहा है कि महिलाओं और बच्चों को सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कब और कैसे करना है. साथ ही स्वच्छता की जानकारी दी जा रही है.

बलान नदी के तटबंध पर बढ़ रहा पानी का दबाव

बेगूसराय के तेघड़ा प्रखंड क्षेत्र के बलान नदी में जलस्तर में हो रही तेजी से वृद्धि से तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है. जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा के निर्देश पर पदाधिकारियों ने बलान नदी के धनकौल बनहारा घाट एवं भगवानपुर प्रखंड के जोकिया, तेलन एवं वीरपुर जमींदारी बांध का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जहां-जहां खतरे की जगह लगी वहां-वहां जेई एवं सहायक अभियंता को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया. मालूम हो कि बलान नदी में जलस्तर में बढ़ोतरी होने से तेघड़ा प्रखंड के धनकौल पल के समीप नदी का पानी सड़क पर घुटने भर फैल गया. इससे दर्जनों गांव के लोगों का आवागमन बंद होने के कगार पर है. घरों में पानी प्रवेश करने लगा है.

बागमती सभी स्थानों पर लाल निशान के ऊपर

पटना : मौसम विभाग के अनुसार बागमती सभी स्थानों पर लाल निशान के ऊपर बह रही है. सीतामढी को छोडकर बाकी जगहों पर नदी जलस्तर भी बढ़ रहा है.

गंगा भागलपुर में खतरे के निशान से ऊपर

पटना : मौसम विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार गंगा भागलपुर के कहलगांव में खतरे के निशान को पार कर गयी है. वैसे गंगा का जलस्तर बिहार के अन्य स्थानों पर अभी भी खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन गंगा के जलस्तर में लगातार बढोतरी देखी जा रही है.

डीएम ने लिया जायजा

सारण: जिलाधिकारी ने तरैया प्रखण्ड के बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों से मिलकर स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने नावों की संख्या बढ़ाकर आवागमन को सुगम बनाने और सभी को पॉलीथिन शीट्स देने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने शरणस्थलों एवं सामुदायिक किचन का भी निरीक्षण किया.

मुंगेर व समस्तीपुर में अलर्ट

पटना : मौसम विभाग ने मुंगेर और समस्तीपुर जिले में अलर्ट जारी किया है. विभाग की ओर से जारी चेतावनी में कहा गया है कि अगले दो तीन घंटों में इन जिलों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. लोगों से आसमान में बादल छाने के बाद बिना कारण घर से नहीं निकलने की अपील की गयी है.

डीएम ने किया निरीक्षण

दरभंगा: जिला पदाधिकारी ने बहादुरपुर एवं हनुमाननगर अंचल के निरीक्षण के क्रम में अंचलाधिकारी को बाढ़ पीड़ितों के लिए बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य, पॉलीथिन शीट्स का वितरण, सामुदायिक रसोई का संचालन आदि नियमित रूप से जारी रखने का निर्देश दिया.

बाढ़ शरणस्थली वाले मुख्य मार्ग पर भारी वाहनों का परिचालन बंद

दरभंगा: जिलाधिकारी ने बाढ़ राहत कार्य की समीक्षा की। बाढ़ शरणस्थली वाले मुख्य मार्ग पर भी भारी वाहनों का परिचालन रहेगा बंद‌. रात्रि 3:00 बजे के बाद इन मार्गों पर चार पहिया वाहन का भी परिचालन रहेगा बंद.

16 पंचायतों में फैला पानी

मुजफ्फरपुर में लखनदेई नदी के टूटे तटबंध की मरम्मत का कार्य जल संसाधन विभाग कर रहा है. वहीं लखनदेई के टूटे तटबंध से पानी औराई की पूरब दिशा में तेजी से 16 पंचायतों मे फैल रहा है. वहीं भरथुआ पंचायत के अलीनगर टोला को जोड़ने वाली ग्रामीण सड़क टूट गयी है, जिससे आवागमन बंद हो गया है.

डुमरियाघाट पुल से गाड़ियों का परिचालन शुरू

बाढ़ से कटाव के कारण बंद हुए एनएच 28 स्थित डुमरियाघाट पुल पर मंगलवार देर रात से गाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया है. जानकारी देते हुये एनएचआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एम के पांडेय ने बताया कि पुल के मुहाने को मोटरेबल कर गाड़ियों का आवागमन चालू कर दिया गया है. हालांकि मरम्मत कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है. कार्य पूर्ण होने में अभी समय लग सकता है. फिलहाल पुल से होकर गाड़ियां गुजर रही है. विदित हो कि गंडक नदी में आई बाढ़ ने ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर को जोड़ने वाली डुमरियाघाट पुल के समीप कि मिट्टी का कटाव कर दिया था. इस कारण पुल से होकर गाड़ियों का परिचालन ठप हो गया था. करीब पांच दिन की कड़ी मस्कत के बाद एनएचआई की टीम ने पुल के मुहाने का मरमति गाड़ियों के परिचालन के लिए बना दिया.

उत्तर बिहार में भारी बारिश की आशंका

पटना. उत्तर बिहार और तराई के इलाके में भारी बारिश की आशंका है़ साथ ही सभी जिलो में ठनका गिरने की चेतावनी दी गयी है. 31 जुलाई ऐसे मौसम के रहने की उम्मीद है. मौसम विज्ञान विभाग ने अलर्ट जारी किया है. वहीं, पटना में अगले 72 घंटे तक रुक-रुक कर हल्की बारिश होने का अनुमान है. आइएमडी, पटना के अनुसार, उत्तर बिहार विशेषकर तराई के क्षेत्र में 100 से 200 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है़ वहां संचार और आवागमन की परेशानी खड़ी हो सकती है़ दरअसल मॉनसून की अक्षीय रेखा फिलहाल उत्तर बिहार से गुजर रही है़ इधर, प्रदेश में अब तक 706 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है़ यह सामान्य से करीब 46 फीसदी अधिक है.

गोपालगंज के बैंकुठपुर प्रखंड में दो मकान धंसे

गोपालगंज के बैंकुठपुर प्रखंड में सात जगहों पर तटबंध टूटने से बाढ़ का पानी कई गांवों में घुस गया है़ मंगलवार की सुबह बाढ़ की धार तेज हो गयी़ राजापट्टी कोठी बाजार के पास से गुजरने वाली घोघारी नदी भी उफान पर है. पानी के दबाव के कारण राजापट्टी निवासी रामयोध्या प्रसाद के बेटो के दो मकान बाढ़ में बह गये़ साथ ही आस-पास के कई मकानों में दरार आ गयीं.

गंगा, कोसी समेत अन्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर

पटना. गंगा, कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा और महानंदा नदियां मंगलवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कोसी नदी का जल स्तर खगड़िया के बलतारा व कुरसेला में खतरे के निशान से ऊपर था. गंडक नदी का जल स्तर रेवा घाट व गोपालगंज के डुमरिया घाट पर खतरे के निशान से ऊपर था. इधर, गंगा नदी का जल स्तर मंगलवार को भी कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है़ वहीं, बक्सर में 15 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गयी.

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